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प्रादेशिक

यूपी में एग्रेसिव टेस्टिंग से लगातार कम हो रहे कोरोना केस, रिकवरी रेट हुआ 91.8%

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,91,156 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 से ठीक होने का प्रतिशत 91.8 हो गया है। प्रदेश में अब तक कुल 4,58,22,409 सैम्पल की जांच की गयी है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 6,725 नये मामले तथा 13,590 लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं। अब तक 15,16,508 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 1,16,434 एक्टिव मामलों में से 82,801 व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं, इसके अतिरिक्त अन्य मरीज सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में इलाज करा रहे है।

प्रसाद ने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,80,058 क्षेत्रों में 6,27,435 टीम दिवस के माध्यम से 3,52,11,827 घरों के 16,94,83,961 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष वाले लोगों के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का वैक्सीनेशन चल रहा है।

अब तक 1,23,42,160 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई तथा पहली डोज वाले लोगों में से 33,04,290 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इस प्रकार कुल 1,56,46,450 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 23 जनपदों में अब तक 18 से 44 वर्ष के आयुवर्ग को अब तक 7,46,875 लोगों को वैक्सीन लगायी गयी है।

श्री प्रसाद ने बताया कि गांव में निगरानी समितियों द्वारा लोगों के घर-घर जाकर कोविड लक्षण की जानकारी की जा रही है। इस अभियान के तहत निगरानी समिति गांव में पहुँचकर लोगों से कोविड लक्षण की जानकारी ले रही है। उन्होंने बताया कि अभी सिर्फ 32 प्रतिशत गांव में संक्रमण पहुँचा हैं।

गांवों में संक्रमण न फैले इसके लिए ग्राम निगरानी समितियों को और सतर्क एवं सावधान रहने के निर्देश दिए गये हैं। श्री प्रसाद ने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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