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प्रादेशिक

व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने व्यापारियों के हित के लिये अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री मनीष कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में कल दिनांक 16 जुलाई, 2021 को जवाहर भवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल (8वें तल) में प्रदेश सरकार द्वारा व्यापारियों के हित में चलाई जा रही विभिन्न विकासपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में बैठक आयोजित की गई।

व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से उनके विभागों द्वारा व्यापारियों के कल्याण के लिए चलाई जा रही है विकासपरक एवं जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए तथा योजनाओं के वास्तविक लाभार्थियों को शत प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए।

व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने व्यापारियों के हित के लिये अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के हितों के लिए चलाई जा रही योजनाओं मे किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का व्यापारियों को शत प्रतिशत लाभ मिले।

विकासपरक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए तथा योजनाओं के वास्तविक लाभार्थियों को शत प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। व्यपारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों की समस्याओं का सम्बंधित विभाग द्वारा त्वरित निदान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की हर माह बैठक करने के निर्देश दिए।

बैठक में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, एनआईसी, आवास बंधु, औद्योगिक विकास विभाग, मंडी परिषद, बाट माप विभाग, श्रम विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दुग्ध विकास विभाग, ऊर्जा विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

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लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

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