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प्रादेशिक

युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वालम्बी बनाया जाएः कपिल देव अग्रवाल

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लखनऊ। आईटीआई चलो अभियान को व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करते हुए युवाओं को इस अभियान से जोड़ा जाय। युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वालम्बी बनाने का कार्य किया जाय। कोविड संकमण के दृष्टिगत युवाओं को आनलाईन प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाय। आनलाईन प्रशिक्षण को युवाओं के लिए रूचिकर बनाने पर जोर दिया जाय, इसके लिए आनलाईन प्रशिक्षण में युवाओं को महापुरूषों से सम्बन्धित रोचक जानकारी देने के साथ साथ प्रेरणादायक कहानिंया सुनायी जाय। ये बाते प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने 09 मंडलों की समीक्षा के दौरान कही।

अग्रवाल ने आज जूम के माध्यम से आगरा, अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट धाम, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, झांसी तथा कानपुर मण्डलों में दिये जा रहें कौशल प्रशिक्षण की समीक्षा की। उन्होंने सर्वप्रथम विभाग में कोविड संक्रमण से मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के प्रोटोकाल का पालन सभी लोग करें। मंत्री जी ने प्रत्येक मण्डल के सम्बन्धित अधिकारी तथा प्राइवेट आईटी संचालक से वार्ता की। उन्होंने वार्ता कर मण्डल में विभाग के द्वारा किये जा रहें कार्यो तथा प्रशिक्षण की जानकारी लेने के साथ-साथ सुझाव भी सुने।

श्री अग्रवाल ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को आईटीआई एक विश्वास के साथ भेजता है कि उसका बच्चा आईटीआई के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर  स्वालम्बी अथवा रोजगार प्राप्त कर सकेगा। इसी विश्वास को बनाये रखने के लिए आने वाले युवाओं को प्रशिक्षित कर, उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाय। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरती जाय। उन्होंने कहा कि बच्चों को आईटीआई से जोड़ने के लिए स्कूलों से सम्पर्क किया जाय। कोविड के दृष्टिगत आनलाईन प्रशिक्षण ही दिया जा रहा है लेकिन जैसे ही संस्थान खुलने की गाइडलाईन्स आती है, तो युवाओं को प्रेक्टिकल कराने की तैयारी युद्धस्तर पर की जाय, जिससे युवा पूरी तरह प्रशिक्षित होकर रोजगार प्राप्त कर सकें।

श्री अग्रवाल ने कहा कि विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न आये। इसके लिए सम्बन्धित जनपद के अधिकारी मौके पर जाकर स्वयं कार्यों का निरीक्षण करते रहें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा स्वास्थ्य सम्बन्धित प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं की सूची सम्बन्धित जिलाधिकारी अथवा सीएमओ को उपलब्ध करायी जाय, जिससे प्रशिक्षित युवाओं की सेवायें ली जा सकें।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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