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उत्तर प्रदेश

उप्र: पुलिस इंस्पेक्टर ने शादी का झांसा देकर किया रेप, FIR दर्ज; सस्पेंड

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Bihar: Barbarity crossed limits, teenage girl murdered after gang rape; Police caught two

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लखनऊ। यूपी के बरेली जिले में एक पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा शादी का झांसा देकर एक महिला से रेप का मामला सामने आया है। इंस्पेक्टर के खिलाफ रेप के आरोप में FIR दर्ज कर ली गई है और उसे सस्पेंड कर दिया गया है। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सिद्धार्थ अनिरुद्ध पंकज ने पत्रकारों को बताया कि महिला द्वारा की गई शिकायत के आधार पर थाना इज्जत नगर के इंस्पेक्टर (अपराध) क्रांतिवीर सिंह के खिलाफ गुरुवार को थाना कैंट में संबंधित धाराओं में FIR दर्ज की गई है।

उन्‍होंने बताया कि क्रांतिवीर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। शिकायत में महिला ने कहा है कि पति से विवाद के मामले में वह शाहजहांपुर कोतवाली गई थी। उस समय क्रांतिवीर सिंह कोतवाली में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात था और उसने ही उनके मामले की जांच की थी।

क्रांतिवीर ने खुद को अविवाहित बताया और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। महिला ने शिकायत में कहा कि 24 फरवरी 2021 को क्रांतिवीर उसे लेकर बरेली कचहरी लेकर आया और फिर फर्जी शादी का प्रमाण पत्र बनवाया। इसके बाद आरोपी कैंट स्थित अपने आवास पर ले गया और फिर रेप किया।

जान से मारने की धमकी

पीड़िता का आरोप है कि कुछ समय बाद उसे पता चला कि क्रांतिवीर शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। विरोध किया तो वह अश्लील वीडियो और फोटो सार्वजनिक करने के साथ जान से मारने की धमकी देने लगा। इसके बाद सिंह प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बन गया और बरेली के थाना इज्जत नगर में इंस्पेक्टर (अपराध) के पद पर उसकी तैनाती हुई।

पीड़िता ने कई बार अधिकारियों और थाने में शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पीडि़ता ने कुछ दिन पहले पुलिस महानिरीक्षक रमित शर्मा से शिकायत की। पुलिस महानिरीक्षक ने बरेली के एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए।

एसएसपी ने पुलिस क्षेत्राधिकारी से जांच कराई और फिर इसके बाद आरोपी निरीक्षक क्रांतिवीर के खिलाफ थाना कैंट में रिपोर्ट दर्ज कर उसे सस्पेंड कर दिया। मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

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लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

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