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प्रादेशिक

कोरोना काल में गेहूं खरीद में रोज नया इतिहास रच रही योगी सरकार

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उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बीच योगी सरकार गेहूं खरीद में रोज नया इतिहास रच रही है। अधिक से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाते हुए उसने 883603 किसानों से 41.56 लाख मी.टन गेहूं खरीद कर ली है। जबकि गत वर्ष आज के दिन तक सरकार 24.76 लाख मी.टन गेहूं खरीद पाई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी में खेत और खलिहानों की रक्षा एवं संरक्षण देने के लिये सरकार पूरी ईमानदारी से कार्य करने में जुटी है। इसके चलते गेहूं खरीद की योजना प्रतिदिन नए रिकार्ड बना रही है।

योगी सरकार अपनी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ किसानों को दिलाने के लिये पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किसानों की बकाया 8208.11 करोड़ की राशि में से 6355.45 करोड़ का भुगतान भी कर दिया गया है।

जो पिछली सरकारों ने कभी नहीं सोचा, उसे योगी सरकार ने कर दिखाया

कोरोना काल में योगी सरकार की ओर से एक अप्रैल से शुरू की गई गेहूं खरीद की योजना से लाखों किसानों को प्रत्येक दिन लाभ मिल रहा है। यह पहला मौका है जब उत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद के दौरान 72 घंटों के भीतर किसानों का पैसा सीधे उनके एकाउंट में पहुंच रहा है। सत्ता में आने के बाद से लगातार योगी सरकार किसानों के हित में बड़े काम करती चली आ रही है। बदलते दौर में किसानों को नई-नई योजनाओं और आधुनिक सुविधाओं का लाभ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मिला है। ई-मंडियों की शुरुआत से किसानों को मंडियों के बार-बार चक्कर लगाने से छुटकारा मिला है। ई-पॉप मशीनों के इस्तेमाल से गेहूं खरीद की प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है। वर्षा की चेतावनी को देखते हुए सरकार गेहूं को बचाने के लिये हर तरह की सावधानी बरत रही है। मंडियों में पानी, बैठने के लिये छायादार व्यवस्था की गई है। गेहूं खरीद के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है इसके लिये खरीद केन्द्रों पर ऑक्सीमीटर, इफ्रारेड थर्मामीटर की व्यवस्था की गई है। किसानों को खेत से 10 किमी के दायरे में अनाज खरीद की सुविधा उपलबध कराई गई जिसके बारे में पिछली सरकारें कभी नहीं सोच पाई थीं

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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