Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पश्चिम बंगाल: शिक्षक भर्ती घोटाले में एक और मंत्री को ममता ने दिखाया बाहर का रास्ता

Published

on

Loading

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले ने राज्य सरकार उथल पुथल मचा दी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस घोटाले की वजह से मंत्रिमंडल में फेरबदल करना पड़ा है। घोटाले के मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी को कैबिनेट से बर्खास्त करने के बाद ममता ने राज्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे परेश अधिकारी को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। घोटाले में अधिकारी का नाम भी आता रहा है।

परेश अधिकारी पर आरोप
ममता सरकार में राज्यमंत्री रहे परेश अधिकारी पर आरोप हैं कि उन्होंने अवैध तरीके से अपनी बेटी को सरकारी स्कूल में शिक्षक के तौर पर नियुक्त कराया था। इस मामले में उनके खिलाफ FIR भी दर्ज हो चुकी है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी उनकी बेटी को नौकरी छोड़ने के आदेश दिए हैं। मई में कोर्ट के आदेश में अधिकारी की बेटी को दो साल की सैलरी भी लौटाने के लिए कहा गया था। आरोप हैं कि SSC की तरफ से लिस्ट में हेराफेरी के बाद अधिकारी की बेटी अंकिता को नौकरी मिली थी।

किसकी हुई एंट्री कौन हुआ आउट
बुधवार को सीएम बनर्जी ने मंत्री परिषद में 8 नए चेहरों को जगह दी है। साथ ही उन्होंने 4 मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। राज भवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल ला गणेशन ने कैबिनेट रैंक के 5 मंत्रियों, 2 राज्य मंत्रियों और 2 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई।

अधिकारी के अलावा बाहर जाने वालों में सुमन महापात्रा, रत्ना दे नाग और हुमायूं कबीर का नाम शामिल है। वहीं, बाबुल सुप्रियो, उदयन गुहा, पार्थ भौमिक, स्नेहाशीष चक्रवर्ती और प्रदीप मजूमदार ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। जबकि, ताजमुल हुसैन और सत्यजीत बर्मन को राज्य मंत्री बनाया गया है। विधायक बिप्लब रे चौधरी ने बीरबाहा हंसदा के साथ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पद की शपथ ली।

नेशनल

जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती, जिसे सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में किया ढेर

Published

on

Loading

रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बड़ा नक्सल ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। अभी तक 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक करोड़ का ईनामी नक्सली चलपति भी मारा गया है।

कौन था खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती

खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और वह नक्सल‍ियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। जयराम की गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा जयराम पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता ह। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था।

सुरक्षाबलों ने मारे गए सभी नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद कर लिए हैं। रविवार की सुबह से ये ऑपरेशन जारी है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस के अलावा इसमें सीआरपीएफ भी शामिल है। इस ऑपरेशन में कुल 10 टीमें शामिल हैं। 3 टीम ओडिशा से 2 छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की 5 टीमें नक्सलियों के खिलाफ इस एनकाउंटर में शामिल रहीं। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा 3 आईडी भी बरामद की गई है।

इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के ख‍िलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है. शाह ने ट्वीट किया, ‘नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार. हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. CRPF, SOG ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 (बाद में संख्या बढ़कर 16 हो गई) नक्सलियों को मार गिराया.’

Continue Reading

Trending