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मुख्य समाचार

महाराष्ट्र के सियासी संकट को कौन कर रहा है फायनान्स, कौन उठा रहा है भारीभरकम खर्च?

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गुवाहाटी। महाराष्ट्र के सियासी संकट के बीच असम की राजधानी गुवाहाटी का फाइव स्‍टार होटल रैडिसन ब्लू इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी होटल में शिवसेना के बागी विधायक रुके हैं।

बताया जा रहा है कि इन विधायकों के लिए इस होटल में कुल 70 कमरे बुक किए गये हैं। शिवसेना के बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे यहां बुधवार 22 जून को पहुंचे। इससे पहले वे इन विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में रुके हुए थे।

होटल और स्थानीय नेताओं के सूत्रों के अनुसार रैडिसन ब्लू होटल के कमरों के लिए सात दिनों का टैरिफ 56 लाख रुपया है। इसमें खाना और अन्य सेवाओं का एक दिन का खर्च लगभग 8 लाख रुपए हैं। इस होटेल में 196 कमरे हैं।

विधायकों और उनकी टीमों के लिए बुक किए गए 70 कमरों के अलावा, प्रबंधन नई बुकिंग स्वीकार नहीं कर रहा है। होटल में अब बस वही लोग आ पा रहे जिनकी बुकिंग पहले से थी। इसके अलावा बैंक्वेट बंद है।

फ्लाइट का खर्च 50 लाख से ज्यादा?

कई खबरों में दावा किया गया कि सभी विधायकों को सूरत से गुवाहाटी चार्टड प्‍लेन से लाया गया और इसके लिए भारी रकम खर्च की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 30 से ज्यादा लोगों को चार्टर प्‍लेन से सफर कराने में लगभग 50 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च आता है। इसके अलावा होटल और दूसरे वाहनों का खर्च अलग है।

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस भारीभरकम खर्च को कौन वहन कर रहा है? और वह इसकी भरपाई कैसे करेगा?

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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