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गुड़हल का तेल बालों को घना बनाने के साथ-साथ डैंड्रफ से भी रखता है दूर, जानें इसके फायदे

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बालों की ग्रोथ को बढाने और उन्‍हें घना बनाने के लिए बरसों से गुड़हल के तेल का इस्‍तेमाल किया जाता रहा है. खासतौर पर चाइना और इंडिया में गुडहल के तेल का इस्‍तेमाल बहुत पहले से हेयर केयर के रूप में किया जाता रहा है. शोधों में भी यह पाया गया है कि गुडहल के फूल और इसकी पत्तियां बालों के ग्रोथ पर पॉजिटिव असर डालते हैं. हेल्‍थलाइन के मुताबिक, हिबिस्‍कस ऑयल बालों से डैंड्रफ दूर करने, गिरते बालों को रोकने, बालों को घना बनाने, बालों को कंडिशन करने, बालों को हेल्‍दी रखने में काफी फायदेमंद साबित होता है.

Beauty Tips: बालों के लिए रामबाण है गुड़हल का फूल, आज ही जानें फायदे! Beauty Tips: Useful benefits of hibiscus for hair growth - News Nation

गुडहल के फूल से अधिक पत्‍ते से मिलता है फायदा

त्वचा के लिए ही नहीं बल्क‍ि बालों के लिए भी वरदान है गुड़हल - benefits of hibiscus - AajTak

शोधों में पाया गया कि अगर आप गुडहल के फूल की तुलना में गुडहल के पत्‍ते से निकला एक्‍सट्रैक्‍ट बालों में लगाएं तो इससे बालों को अधिक फायदा मिलता है. 2003 में चूहे पर किए गए एक शोध में पाया गया कि गुडहल के पत्‍ते से निकला एक्‍सट्रैक्‍ट बालों को लंबा करने और हेयर फॉलिकल्‍स पर अधिक प्रभावशाली रहा.

इस तरह करें प्रयोग

 

आप गुडहल के तेल को बादाम ऑयल, कोकोनट ऑयल, जोजोबा ऑयल, ऑलिव ऑयल, वॉलनट ऑयल आदि के साथ मिलाकर बालों में प्रयोग करें. इस मिश्रण को आप बाल की जड़ों में लगाएं और आधे घंटे बाद धोएं, ऐसा करने से इसका अधिक फायदा मिलेगा.

गुड़हल के तेल के फायदे

1.बाल को बनाएं घना और लंबा

गुडहल के फूल के अंदर विटामिन-सी मौजूद होता है जो बालों को घना बनाने में फायदेमंद है. इस तेल को लगाने से आपके बाल हेल्‍दी होते हैं और घने लंबे होते हैं. गुड़हल के फूल से बना तेल आपके बालों को पोषण देने का काम करता है. गुड़हल का फूल और इसका अर्क आपके बालों को ग्रोथ देने में सहायक है.

2.बाल बनते हैं मजबूत

गुड़हल का तेल लगाने से बालों को स्‍ट्रेंथ मिलता है और एलास्टिसिटी मिलती है जिससे ये आसानी से टूटते नहीं और बाल मजबूत रहते हैं. गुड़हल के तेल में मौजूद विटामिन-सी बालों के रोम को मजबूत बनाने का काम करता है.

3.डैंड्रफ करे दूर

गुडहल का तेल एंटीफंगल गुण से भरपूर होता है जो डैंड्रफ से निजात दिलाने में फायदेमंद है. गुड़हल का तेल स्कैल्प में होने वाली खुजली और रूसी से लड़ने में और निजात दिलाने में सहायक हैं.

4.बाल बनाए सॉफ्ट

गुड़हल के फूलों के अंदर मॉइश्चराइजिंग गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा इसके अंदर मौजूद कई तरह के पोषक तत्व आपके बालों को नया जीवन और एक नया रंग देने का काम करते हैं.

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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