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जानिए 2021 में मॉडर्न ब्राइड्स के लिए मॉडर्न वेडिंग ट्रेंड्स

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देश में शादी सीजन ने दस्तक दे दी है। चारों ओर शादियों की चकाचौंध देखने को मिल रही है। शादी की बात आते ही सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की होती है कि आखिर दुल्हन ऐसा क्या अलग पहने, जिससे ट्रेंड सेट किया जा सके‌। वेडिंग फैशन हर सीजन बदलता नज़र आता है, इस साल भी दुल्हनों में नए ट्रेंड्स को‌ फॉलो करने का क्रेज है। लहंगे से लेकर महंदी तक, सभी चीजों में इस साल नए ट्रेंड्स की भरमार है। अगर आप भी इस साल शादी के बंधन में बंध रही हैं, तो जानिए मॉडर्न ब्राइड के लिए मॉडर्न ट्रेंड्स।

पेस्टल कलर्स-

जब शादी के लहंगे की बात आती है तो लाल हमेशा से ही दुल्हनों का पसंदीदा रहा है। हालांकि अब लहंगों में अन्य कलर कॉम्बिनेशन का चलन अपग्रेड हो रहा है और अब नई जमाने की दुल्हनें स्टीरियोटाइप्स  को तोड़कर कुछ नया कर रही हैं। आजकल दुल्हनें ब्राइडल पाउडर पिंक (Powder Pink) लहंगे पसंद कर रहे हैं और एक अलग व अनोखे रंग का चयन कर रही हैं। पेस्टल गुलाबी रंग का हल्का शेड शादी के दिन के लिए दुल्हन का पसंदीदा बन रहा है। ये कलर ना सिर्फ कूल लुक देता है बल्कि सर्दियों के लिए भी यह बिल्कुल परफेक्ट ऑप्शन है।

 

पोर्ट्रेट मेहंदी-

पोट्रेट मेहंदी में दूल्हा- दुल्हन की तस्वीर हाथों में उकेरी जाती है।वहीं, आजकल लड़कियां मेहंदी के जरिए हाथों पर अपनी लव स्टोरी या पहली डेट/मुलाकात भी डिजाइन करवाती हैं। इसके साथ ही पेंटर बारात, सात फेरे, जयमाला, मांग भरते हुए आदि पोट्रेट बनाते हैं। ट्रेंड की बात करें तो आजकल लड़कियों में मोटिफ वाली पोट्रेट मेहंदी (Portrait Mehndi) का क्रेज खूब देखने को मिल रहा है, फिर चाहे वो अरेंज मैरिज कर रही हो या लव।

सिल्क-

इस समय सिटी गल्र्स पर साउथ एक्ट्रेस का जादू भी खूब है। बाहुबली मूवी आने के बाद से हर कोई इस तरह के लुक पर शादी के लिए फोकस करना चाहता है। ऐसे में सिल्क की तरह-तरह की वैरायटीज इस वेडिंग सीजन के लिए सिटी मार्केट में शामिल की गई है। इसमें साउथ सिल्क, बनारसी, कोसा सिल्क, चंदेरी की वैरायटीज पसंद की जा रही है।

 

ट्रेडिशनल मेकअप ट्रेंड-

हर बार मेकअप में कई-कई बदलाव होते हैं। लेकिन कुछ पारंपरिक चलन फिर से लौटकर आते हैं। इनमें एक है आइब्रो के ऊपर कुमकुम की बिंदियों से ब्राइडल मेकअप को डिफाइन करना। इसमें लाल और सफेद कुमकुम या सिर्फ सुर्ख लाल कुमकुम से आईब्रो के ऊपर डॉट्स बनाए जाते हैं। यह ट्रेंड भारतीय शादियों का पारंपरिक ड्रेंट है और एक बार फिर से चलन में आ रहा है। पिछले दिनों कई बड़े भारतीय डिजाइनर्स ने अपने ब्राइडल कलेक्शन लॉन्च किए हैं, इस दौरान मेकअप में इस कुमकुम स्टाइल को खूब हाइलाइट किया गया। यंग ब्राइड्स के बीच यह मेकअप एक बार फिर पसंदीदा रहेगा।

 

नेचुरल सॉफ्ट मेकअप-

यंग जनरेशन के बीच मेकअप के मामले में कलर्स से ज्यादा क्रेज हेल्दी स्किन और सॉफ्ट लुक्स का है। यही वजह है कि मेकअप में बोल्ड रंगों का उपयोग धीरे-धीरे कम हो गया है और अब यूथ की पसंद को ध्यान में रखते हुए पीच मेकअप टोन को ही अधिक प्रमोट किया जा रहा है। इस सॉफ्ट लुक में पर्फेक्ट दिखने के लिए युवा गर्ल्स अपनी स्किन की हेल्थ और ग्लो पर बहुत अधिक फोकस कर रही हैं। ताकि प्राकृतिक सुंदरता डोमिनेट करे और वे नैचरली ही बहुत खूबसूरत दिखाई दें। जब स्किन हेल्दी होती है तो ब्राइड का मेकअप और अधिक सुंदर लगता है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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