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जुर्म

गोरखनाथ मंदिर में 2 PAC जवानों पर हुआ हमला, अल्ला-हू-अकबर के नारे लगाते हुए मंदिर में घुसा था आरोपी

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गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर देर रात हमला हुआ। इसके बाद एटीएस ने जांच की कमान संभाल ली। बता दें कि हमला अहमद मुर्तजा अब्बासी ने किया। एटीएस व पुलिस टीम आरोपी के घर पहुंची और उसके पिता व अन्य परिवार वालों से पूछताछ कर रही है। एटीएस उसका विदेशी कनेक्शन भी तलाश रही है। वह पता कर रही है कि आरोपी के पास पासपोर्ट था या नहीं। कभी वह विदेश गया था या नहीं। साथ ही उसके मोबाइल व लैपटॉप के आईपी एड्रेस से विदेशी लोगों से बातचीत या फंडिंग आदि की जांच भी कर रही है। आरोपी कौन-कौन सा एप मोबाइल व लैपटॉप में यूज करता था, इसकी भी जांच हो रही है। वहीं, घटना की सूचना एनआईए को भी दे दी गई है।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी के दो जवानों पर हमला, हमलावर गिरफ्तार – भारत स्वराष्ट्र

आतंकी कनेक्शन या दंगे की साजिश, गहराई से जांच शुरू

जांच की जा रही है कि घटना में आतंकी कनेक्शन या इसके जरिए दंगा कराने की साजिश तो नहीं थी। इससे पहले गोरखपुर में आतंकी संगठन सीरियल ब्लास्ट कर आ चुके हैं, इस वजह से एटीएस इसे गंभीरता से ले रही है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि सीएम अक्सर कानून व्यवस्था तथा एक भी दंगा न होने का जिक्र करते रहते हैं, इसलिए दंगे की साजिश के बिंदु पर जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक ने आईआईटी आइटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

कानून-व्यवस्था के नाम पर मुख्यमंत्री को घेरने की चौरीचौरा में रची गई थी साजिश

पुलिस और अन्य एजेंसियां इस बिंदु पर भी जांच कर रही हैं कि कहीं मुख्यमंत्री को कानून-व्यवस्था के नाम पर घेरने के लिए बड़ी साजिश तो नहीं थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण के दिन चौरीचौरा थाना क्षेत्र में उपद्रव कराकर दंगा कराने की साजिश रची गई थी। फिलहाल, एटीएस, पुलिस व एलआईयू एक-एक बिंदु पर जांच कर रही हैं।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी के 2 जवानों पर हमला, शक होने पर चेकिंग कर रही पुलिस - Attack PAC jawans deployed security Gorakhnath temple police checking suspicion lcla ...

जानिए पूरा मामला

मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाही गोपाल गौड़ और अनिल पासवान पर धारदार हथियार से हमला किया गया। इस वजह से दोनों जवानों के पैर में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि युवक गोरखनाथ मंदिर परिसर में जबरन घुसना चाहता था, लेकिन सिपाही ने उसे धर दबोचा। आरोपी हमलावर का नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। मंदिर में घुसने के दौरान आरोपी अल्ला-हू-अकबर का नारा लगा रहा था। सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोके जाने पर उसने आनन-फानन में चाकू से ताबड़तोड़ वार किया। अप्रत्याशित घटना होने के बावजूद मौके पर तैनात दूसरे सुरक्षाकर्मियों ने मुस्तैदी दिखाते हुए आरोपी युवक पर काबू पाया।

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

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कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

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