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प्रादेशिक

3टी फॉर्मूले से लगातार घट रहे हैं एक्टिव केसः नवनीत सहगल

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी का यूपी का 3टी मॉडल ट्रेस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आंशिक कोरोना कर्फ्यू तथा टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना का संक्रमण घट रहा है। मुख्यमंत्री जी के 3टी फार्मुले के उपयोग से 30 अप्रैल के 3,10,783 सक्रिय मामले घटकर 6,019 हो गये है तथा 23 अप्रैल के प्रतिदिन के मामले 38 हजार से घटकर 336 रह गये है। प्रदेश में कोविड-19 का संक्रमण अन्य प्रदेशों के अपेक्षा कम है।

3टी मॉडल के तहत प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आंशिक कोरोना कफ्र्यू लागू किया गया था। आंशिक कोरोना कफ्र्यू में जीवन और जीविका दोनों को बचाने के उद्देश्य से आंशिक कोरोना कफ्र्यू में औद्योगिक गतिविधियां, आर्थिक गतिविधियां, आवश्यक सामग्रियों से संबधित आवागमन तथा उनसे सम्बन्धित दुकाने भी खुली रखी गयी थी। सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है।

उन्होंने बताया कि 97000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें 80,000 निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है। अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ मेडिकल किट भी बांटी गयी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्ट कराये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक 17 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है। प्रदेश में संक्रमण कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे टीकाकरण को 21 जून, 2021 से 04 लाख से बढ़ाकर 06 लाख किए जाने को कहा गया है। अगले माह से 10 लाख प्रतिदिन टीकाकरण किया जायेगा। माह अगस्त की समाप्ति तक 10 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। 31 दिसम्बर, 2021 तक प्रदेश के सभी लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत प्रदेश में अवस्थापना सुविधा बढ़ाई जा रही है। कल 75 बेड बढ़ाए गये हैं, जिसमें 25 आईसीयू तथा 50 आइसोलेशन बेड है। उन्होंने बताया कि संभावित कोविड की तीसरी लहर के तहत सभी मेडिकल कालेज में 100-100 बेड पीआईसीयू के, हर जिला अस्पताल में 20-20 बेड पीआईसीयू के और कम से कम दो सीएससी में पीकू/नीकू के बेड बढ़ाये जा रहे हैं। जिसे 20 जून, 2021 तक पूरा करने का समय दिया गया है।

सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा रेहड़ी, पटरी वाले लोगों को 1000 रुपये का भत्ता दिया जा रहा है। ‘‘प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण’’ योजना के तहत माह नवम्बर तक मुफ्त राशन पात्र लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है तथा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी 20 जून से पात्र लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। गेहँू क्रय अभियान के तहत 12 लाख से अधिक किसानों से 55,60,316.66 मी0 टन गेहूँ खरीदा गया है। मुख्यमंत्री जी द्वारा गेहूँ खरीद अभियान को 22 जून 2021 तक बढ़ा दिया गया है। एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने बताया कि अगली फसल के लिए खाद-बीज आदि किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग कार्य करते हुए, टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,90,234 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 5,44,36,119 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 336 नये मामले आये हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटे में 685 लोग तथा अब तक 16,75,684 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 6,019 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 3,749 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में प्रतिदिन की पॉजिटिविटी दर 0.1 प्रतिशत है। प्रदेश में रिकवरी रेट 98.4 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही है। प्रदेश में अब तक सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,94,070 क्षेत्रों में 6,46,039 टीम दिवस के माध्यम से 3,57,95,425 घरों के 17,21,05,343 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है।

प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में 2,02,92,946 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तथा 39,10,074 लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। अब तक कुल 2,42,03,020 डोजें लगायी गयी हैं। 18 से 44 वर्ष के आयु के 50,81,543 लोगों को वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण में अनूठी पहल करते हुए 12 वर्ष से कम आयु के बच्चांे के अभिभावकों के लिए स्पेशल बूथ बनाकर टीकाकरण किया जा रहा है। इसी तरह महिलाओं के लिए भी स्पेशल बूथ बनाकर उनका टीकाकरण किया जा रहा है। लोगों से अधिकाधिक सम्पर्क मंे आने वाले रेहड़ी, रिक्शा एवं टैम्पो चालकों का भी टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में नॉन कोविड का इलाज भी शुरू हो गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सेनेटाइजर व साबुन से हाथ धोते रहे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें।

उत्तर प्रदेश

हर्षवर्धन और विक्रमादित्य जैसे प्रचंड पुरुषार्थी प्रशासक हैं योगी आदित्यनाथ : स्वामी अवधेशानंद गिरी

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महाकुम्भ नगर। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने महाकुम्भ 2025 के भव्य और सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना प्राचीन भारत के महान शासकों हर्षवर्धन और विक्रमादित्य से की। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उन महान शासकों की परंपरा को नए युग में संवर्धित किया है। वे केवल एक शासक नहीं, बल्कि प्रचंड पुरुषार्थ और संकल्प के धनी व्यक्ति हैं। उनके प्रयासों ने महाकुम्भ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

भारत की दृष्टि योगी आदित्यनाथ पर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि भारत का भविष्य योगी आदित्यनाथ की ओर देख रहा है। भारत उनसे अनेक आकांक्षाएं, आशाएं और अपेक्षाएं रखे हुआ है। भारत की दृष्टि उनपर है। उनमें पुरुषार्थ और निर्भीकता है। वे अजेय पुरुष और संकल्प के धनी हैं। महाकुम्भ की विराटता, अद्भुत समागम, उत्कृष्ट प्रबंधन उनके संकल्प का परिणाम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत का राष्ट्र ऋषि बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में योगी जी ने महाकुम्भ को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। आस्था का यहां जो सागर उमड़ा है, इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने बहुत श्रम किया है। चप्पे चप्पे पर उनकी दृष्टि है।

हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज सनातन का सूर्य सर्वत्र अपने आलोक रश्मियों से विश्व को चमत्कृत कर रहा है। भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। संसार का हर व्यक्ति महाकुम्भ के प्रति आकर्षित हो रहा है। हर क्षेत्र में विशिष्ट प्रबंधन और उच्च स्तरीय व्यवस्था महाकुम्भ में दिख रही है। भक्तों के बड़े सैलाब को नियंत्रित किया जा रहा है। सुखद, हरित, स्वच्छ, पवित्र महाकुम्भ उनके संकल्प में साकार हो रहा है। हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर, जिनके सत्संकल्प से महाकुम्भ को विश्वव्यापी मान्यता मिली है। यूनेस्को ने इसे सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर घोषित किया है। यहां दैवसत्ता और अलौकिकता दिखाई दे रही है। योगी आदित्यनाथ के प्रयास स्तुत्य और अनुकरणीय हैं तथा संकल्प पवित्र हैं। विश्व के लिए महाकुम्भ एक मार्गदर्शक बन रहा है, अनेक देशों की सरकारें सीख सकती हैं कि अल्पकाल में सीमित साधनों में विश्वस्तरीय व्यवस्था कैसे की जा सकती है।

आस्था का महासागर और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

महामंडलेश्वर ने महाकुम्भ को सनातन संस्कृति का जयघोष और भारत की आर्ष परंपरा की दिव्यता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व नर से नारायण और जीव से ब्रह्म बनने की यात्रा का संदेश देता है। महाकुम्भ को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन दिखाता है कि हम अलग अलग जाति, मत और संप्रदाय के होने के बावजूद एकता के सूत्र में बंधे हैं। उन्होंने महाकुम्भ को गंगा के तट पर पवित्रता और संस्कृति का संगम बताया। गंगा में स्नान को आत्मा की शुद्धि और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया।

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