Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

लाइफ स्टाइल

अगर आपको हमेशा जवान रहना है तो खाएं ये 8 सुपर फ़ूड

Published

on

Loading

अगर आप चाहते हैं कि आप हमेशा युवा और आकर्षक दिखें तो आपको अपनी त्वचा का खास ख्याल रखना होगा। स्वस्थ त्वचा की पहचान है कि वह लचीली और चमकदार होती है। लेकिन जैसे—जैसे उम्र बढ़ती है हमारी त्वचा बेरंग होती जाती है। असल में हमारी त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान चीनी से होता है। इसलिए हमेशा युवा बने रहने का राज है कि आप ज्यादा चीनी से परहेज करें, अगर आपकी त्वचा अपनी रंगत और आकर्षण खो बैठी है तो उसे फिर से युवा बनाने के लिए आपको ये आठ चीजें खानी चाहिए:

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 1,067 नए मामले, 96.55% रिकवरी रेट

चीनी क्यों लाती है बुढ़ापा?

पहले यह जान लीजिए कि चीनी का बुढ़ापे से क्या संबध है। हाल ही में हुई रिसर्च के मुताबिक, चीनी या रिफाइंड कार्बोहाड्रेट जैसे चावल, वाइट ब्रेड, पास्ता खाने से हमारे खून में ब्लड शुगर का लेवल काफी ऊंचा हो जाता है। चीनी के अणु हमारे शरीर में, खासकर हमारी त्वचा में मौजूद प्रोटीन कौलेजन के साथ परमानेंट बॉन्ड बना लेते हैं। इसे ग्लाइकेशन कहते हैं। ग्लाइकेशन से हमारी स्किन में एक केमिकल रिएक्शन होती है और हमारी त्वचा सख्त और कम लचीली हो जाती है। इसीसे झुर्रियां पड़ने की शुरूआत होती है। लेकिन अगर आप चाहें तो आपकी त्वचा फिर से पहले जैसी युवा हो सकती है। इसके लिए आपको ज्यादा चीनी वाली खाना, ड्रिंक्स आदि छोड़कर ये हेल्दी चीजें खानी चाहिए।

1. ताजे फल और सब्जियां

ताजे फल और सब्जियां खाएं, साबुत अनाज का इस्तेमाल करें। इनमें विटामिन ए, सी और ई होते हैं। इससे ब्लड शुगर का लेवल कम होगा और त्वचा में फिर से लचीलापन आएगा। टमाटर खाएं, टमाटर में लाइकोपीन नामका एंजाइम होता है जो एंटी ग्लाइकेशन का काम करता है।

                                             अंगूर, रसभरी, स्ट्रॉबेरी, शहतूत जैसे फल भी सेहत को युवा रखने में अहम भूमिका निभाते हैं

2. रेशेदार चीजें ज्यादा इस्तेमाल करें

चना, दालें, बीन्स वगैरह में फाइबर अधिक होता है इससे आपका पाचन सही रहेगा, ब्लड शुगर में कमी आएगी और ग्लाइकेशन से हुए नुकसान की भरपाई होगी।

3. दिन में दो कप ग्रीन टी

ग्रीन टी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होती है। हर रोज दो कम ग्रीन टी पीने से त्वचा में स्वस्थ कौलेजन का निर्माण होगा।

4. मछली, अंडे, चीज़ खाएं

आपको अपने खाने में कार्नोसाइन नामके एमिनोएसिड की मात्रा बढ़ानी होगी क्योंकि यह ग्लाइकेशन से आपके शरीर को बचाता है। मछली, चीज़, अंडे, अनार, गाजर, खीरा, सोयाबीन और लहसुन में यह काफी अधिक मात्रा में होता है। इसलिए इनका सेवन युवा रहने में मददगार है।

5. हेल्दी फैट खाएं

सूखे मेवे, एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑइल, चीज़, मलाई वाला दही, नारियल की गिरी या नारियल तेल इन सबसे मिलने वाला फैट हेल्दी होता है। यह हमारी स्किन को फिर से टाइट करता है।

6. धीमी आंच पर पका खाना

हमें खाना धीरे-धीरे पकाना चाहिए इससे भोजन में मौजूद पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। तेज आंच में खाना पकाने से उसमें ग्लाइकोटॉक्सिन बन जाते हैं। इसीलिए हमें कम आंच पर खाना बनाना चाहिए, अगर खाने को नीबू के रस या सिरके में मैरिनेट करके गर्म करें तो तेज आंच का असर कम होता है और ग्लाइकोटॉक्सिन देर से बनते हैं।

7. खट्टे फल खाएं

डाइट में नीबू, संतरे, मौसमी जैसे फलों को शामिल करें। इसके अलावा अंगूर, रसभरी, स्ट्रॉबेरी, शहतूत जैसे फल भी सेहत को युवा रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

8. शुद्ध मसालों का प्रयोग

हल्दी, दालचीनी, लौंग, अदरक, लहसुन जैसे मसाले ग्लाइकोटॉक्सिन को नहीं बनने देते साथ ही ये शरीर में ब्लड शुगर का लेवल भी कम करते हैं। इसलिए इनका भी प्रयोग फायदेमंद होता है।

Continue Reading

लाइफ स्टाइल

स्वस्थ रखने का अच्छा व आसान उपाय है टहलना, कई बीमारियों से करेगा बचाव

Published

on

By

Walking is a good and easy way to keep healthy

Loading

नई दिल्ली। वर्तमान समय में गलत खानपान, अनियमित जीवनशैली व शारीरिक श्रम से दूरी कई गंभीर बीमारियों को न्योता दे रही है। आज जैसी आरामपसंद जीवनशैली में टहलना खुद को स्वस्थ रखने का एक अच्छा व आसान उपाय है।

कहते हैं कि यदि दौड़ न सकें तो चलें। चल न सकें, तो खड़े हो जाएं और खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं तो अपने शरीर को बस सक्रिय रखकर स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं।

जर्नल आफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक शोध के मुताबिक, यदि आप कदमों की एक निश्चित संख्या को सतत बनाए रखते हुए प्रतिदिन टहलते हैं तो डिमेंशिया, कार्डियोवेस्कुलर और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाव करने में काफी हद तक सफल हो सकते हैं।

तेजी से टहलना रखता है चुस्त

यदि आप सामान्य रूप से टहलते हैं तो इस दौरान आमतौर पर लोग किसी से आराम से बात करते हुए चलते हैं। पर इससे थोड़ा और तेज चलें तो आप बस बात को समझकर हां या ना में जवाब भर दे सकते हैं।

वहीं, जब आप इन दोनों तरीके से अलग और तेज चलते हैं तो इसे ब्रिस्क वाक कहते हैं। यह सामान्य गति से चलने और दौड़ने के बीच की स्थिति होती है। तेज गति से टहलना एक शानदार कसरत है। यदि आप हर दिन एक घंटे तक ब्रिस्क वाक करें तो यह हृदय की कार्यप्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हालांकि जितना लंबा चलें, उतना अच्छा।

तनाव न लें, इसे आनंददायक बनाएं

हर उम्र और वर्ग के लोगों को टहलने के लिए प्रेरित करना चाहिए पर ऐसा न हो कि आपने टहलना शुरू किया और जब यह किसी कारण वश रुक गया तो आप परेशान हो जाएं। इससे कई लोग टहलना भी छोड़ देते हैं।

गैजेट की मदद से जानना कि कितने कदम चले, कितने घंटे चले, यह सब अच्छा है। यह उत्साह भी ठीक है, लेकिन टहलने को आनंददायक बना लें, तो इससे आपको लाभ अधिक मिलेंगे। यह एक मजेदार चीज है। आप दिन भर खुश और ऊर्जावान महसूस करेंगे। आप इसकी मदद से अपना स्वाथ्य बेहतर कर रहे हैं, इसलिए तनाव के बजाय सहजता से आगे बढ़ें।

इन बातों का रखें ध्यान

आपके जूते आरामदायक हों। मधुमेह के मरीज हैं, तो संक्रमण का कारण बन सकता है अनफिट जूता।

कपड़े मौसम के अनुकूल होने चाहिए।

सर्दी में शरीर को अच्छी तरह ढककर चलें। गुनगुनी धूप में टहलें।

सुरक्षित और साफ-सुथरे वातावरण में टहलें।

टहलते समय अपना पेट बिल्कुल टाइट रखें। कमर सीधी रहे और आगे की ओर न झुकें।

खाने के बाद हल्की चहलकदमी करें। इससे पाचन में मदद मिलेगी।

उम्र का ध्यान रखें, अपनी क्षमता को जानें।

टहलने से तन मन रहता है चुस्त

नींद अच्छी आती है। पाचन तंत्र सही रहता है।

मोटापा, मधुमेह, कैंसर, डिमेंशिया आदि से दूर रहने में मदद मिलती है।

नाड़ी को नियंत्रित करता है। रक्तचाप को नियंत्रित कर हृदय की कार्यक्षमता में सुधार लाता है।

वजन पर नियंत्रण रहता है।

सहनशक्ति बढ़ती है। नकारात्मकता दूर होने से खुशी और उत्साह से भरे होते हैं आप।

मेनोपाज के कारण महिलाओं में वजन बढ़ने, चिड़चिड़ेपन आदि जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

30 मिनट कम से कम प्रतिदिन चलना चाहिए

10 प्रतिशत तक कम कर देता है हृदय रोग व कैंसर का जोखिम प्रत्येक 2000 कदम।

10,000 कदम प्रतिदिन चलना डिमेंशिया का जोखिम 50 प्रतिशत तक कम कर देता है।

35 प्रतिशत तक मौत के खतरे को कम कर सकते हैं तेजी से टहल कर।

25 प्रतिशत तक कैंसर और हृदय रोग के खतरे को कम कर सकते हैं ब्रिस्क वॉक से।

डिस्क्लेमर: उपरोक्त जानकारी सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से है न कि कोई चिकित्सकीय सलाह। अपनाने से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

Continue Reading

Trending