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खेल-कूद

स्मृति मंधाना ने राजकोट में अपने करियर का जड़ा सबसे तेज शतक

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राजकोट। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का बल्ला जमकर बोल रहा है। स्मृति मंधाना ने राजकोट में आयरलैंड के खिलाफ खेली जा रही वनडे सीरीज के तीसरे और आखिरी वनडे मैच में तूफानी शतक जड़ दिया। मंधाना ने महज 70 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया और इसके साथ ही महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में नया कीर्तिमान रच दिया।

मंधाना ने भारत की ओर से महिला वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ने का कारनामा कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने हरमनप्रीत का सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बहुत बड़े अंतर से तोड़ दिया। इससे पहले हरमनप्रीत ने साल 2024 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे मैच में 87 गेंदों पर सैकड़ा जड़ा था।

स्मृति मंधाना के वनडे करियर का ये 10वां शतक है। इसके साथ ही भारतीय सलामी बल्लेबाज वनडे क्रिकेट के इतिहास में 10 शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं। यही नहीं, वह महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में 10 या उससे ज्यादा शतक लगाने वाली दुनिया की चौथी खिलाड़ी बन गई हैं।

मंधाना का लगातार 10वीं पारी में आया ये 8वां 50+ स्कोर है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी शानदार फॉर्म में चल रही है। इस पूरी सीरीज में मंधाना को युवा सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल का जबरदस्त सहयोग मिल रहा है। इस तीसरे वनडे में दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी हो चुकी है।

मंधाना 80 गेंदों पर 135 रन बनाकर पवेलियन लौटी। इस तूफानी शतकीय पारी में उन्होंने 7 गगनचुंबी छक्के और 12 चौके जड़े। इस तरह उन्होंने वनडे क्रिकेट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा छक्के जड़ने के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। अब मंधाना और हरमनप्रीत के बराबर 52-52 छक्के हो गए हैं। इस पारी के दौरान मंधाना ने महिला वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर एलिस पैरी को भी पीछे छोड़ दिया। मंधाना के नाम अब 97 वनडे मैचों में 4195 रन हो गए हैं जबकि पैरी ने 4185 रन बनाए हैं।

 

 

 

 

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खेल-कूद

पाकिस्तान के तेज गेंदबाज इहसानुल्लाह ने 22 साल की उम्र में लिया संन्यास

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज इहसानुल्लाह ने PSL 10 ड्राफ्ट में नजरअंदाज किए जाने के बाद PSL से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 22 साल के इस गेंदबाज ने अपने प्रदर्शन के बावजूद मिले कम आंकलन से निराश होकर लीग न खेलने का फैसला किया है। यह सब 13 जनवरी को हुए ड्राफ्ट के बाद हुआ। इहसानुल्लाह ने पब्लिक न्यूज को दिए इंटरव्यू में अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह फैसला भावनाओं में बहकर नहीं, बल्कि सोच-समझकर लिया गया है।

सिर्फ घरेलू क्रिकेट पर करेंगे फोकस

इहसानुल्लाह ने PSL से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि अब वह सिर्फ घरेलू क्रिकेट खेलकर पाकिस्तान टीम में जगह बनाने पर फोकस करेंगे। उन्होंने PSL 8 में मुल्तान सुल्तांस के लिए 7.59 की इकॉनमी से 22 विकेट लिए थे। इसके बाद उन्हें मार्च 2023 में अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान की टी20 टीम में जगह मिली। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ भी खेला। वह पाकिस्तान के लिए वनडे भी खेल चुके हैं लेकिन कोहनी की चोट ने उनके करियर पर ब्रेक लगा दिया।

इहसानुल्लाह ने कहा, ‘मेरे पिछले प्रदर्शन के बावजूद मुझे नजरअंदाज किया गया है। एक भी फ्रेंचाइजी ने मुझसे संपर्क नहीं किया। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो ये फ्रेंचाइजी आपके पीछे आनी चाहिए। लेकिन कोई भी मेरे पास नहीं आया।

इहसानुल्लाह ने किया बड़ा वादा

अपनी तेज गेंदबाजी के लिए मशहूर इस गेंदबाज ने अपने आलोचकों को गलत साबित करने की कसम खाई है। उन्होंने कहा, ‘मेरा लक्ष्य उन्हें मेरे पीछे दौड़ाना है। मैं 150-160 किमी प्रति घंटे की स्पीड गेंदबाजी करूंगा। जो लोग मुझे 130-135 किमी प्रति घंटे का गेंदबाज समझते थे, मैं उन्हें दिखाऊंगा कि मैं पहले से ज्यादा मजबूत हूं। डेढ़ महीने में मैं उस गेंदबाज से भी बेहतर दिखूंगा जो मैं चोटिल होने से पहले था।

मुल्तान सुल्तांस के मालिक अली तारिन के बयान ने इहसानुल्लाह की नाराजगी को और बढ़ा दिया। तारिन ने कोहनी की सर्जरी के बाद इहसानुल्लाह के फिर से अपने पुराने फॉर्म में लौटने की क्षमता पर संदेह जताया था। तारिन ने कहा था, ‘यह बहुत दुखद है। मैं चाहे कुछ भी करूं उनकी पहले की असफल सर्जरी के इतने निशान हैं कि उनका हाथ कभी भी पूरी तरह से सीधा नहीं हो पाएगा। वह कभी भी पहले जैसी गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे।’

 

 

 

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