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उत्तर प्रदेश

शपथ लेने के बाद सीएम योगी का एक्शन मोड, नए मंत्रिओं संग की कैबिनेट मीटिंग

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोबारा अपनी सरकार संभालते ही कामकाज भी शुरू कर दिया है। शपथ लेने के कुछ देर बाद ही उन्होंने नवनियुक्त मंत्रियों की बैठक ली। उनसे साफ कहा कि हर मंत्री को काम करने का टारगेट दिया जाएगा। मंत्रियों की हर महीने परफार्मेंस परखी जाएगी। छह महीने बाद उनका रिपोर्ट कार्ड देखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को उनकी बड़ी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए कहा कि आपको संगठन से तालमेल बनाते हुए काम करना है। भ्रष्टाचार व अपराध के मामले में सरकार की शुरू से जीरो टालरेंस नीति रही है। इसलिए पादर्शिता व भ्रष्टाचार मुक्त शासन हमें देना है और जनता के लिए पूरी तरह लग कर काम करना है।

राज्य की कमान संभालने के बाद उन्होंने लोकभवन में अपने मंत्रियों के साथ बैठक की और एक दूसरे का परिचय कराया। इसके साथ ही अपनी सरकार की प्राथमिकताओं से भी अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि आप सबके सहयोग से हमें यूपी को नंबर एक बनाना है। राज्य के करोड़ों लोगों की उम्मीदों को अपने पहले शासन में पूरा किया है और आगे भी इसी दिशा में काम करना है और हर क्षेत्र में तरक्की करना है।

सीएम ने कहा कि आप लोगों को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। हर मंत्री की विभागीय बैठक में परफार्मेंस देखी जाएगी। केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की रफ्तार को और तेज करते हुए प्रभावी तरीके से जमीन पर उतारना है। इसके आम जनमानस में सरकार व आप लोगों की लोकप्रियता बढ़ेगी।

योगी आदित्यनाथ ने करीब डेढ़ घंटे तक मंत्रियों के साथ अनौपचारिक बात की। चूंकि अभी विभागों का वितरण नहीं हुआ, इसलिए मुख्यमंत्री ने विभागों के बारे में चर्चा न कर समग्रता में भाजपा के संकल्प पत्र के हिसाब से तेजी व प्रभावी तरीके से काम करने पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने पहले मंत्रियों से उनके बारे में जानकारी ली। उनसे शिक्षा, अनुभव, क्षेत्र की समस्याओं आदि के बारे में जानकारी ली। सीएम ने दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व बृजेश पाठक का भी परिचय कराया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को बुलाई पहली कैबिनेट बैठक

सीएम ने शनिवार को अपनी पहली कैबिनेट बैठक बुलाई है। सुबह दस बजे यह बैठक लोकभवन में होगी।इसके बाद वह राजभवन में प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण में भी शामिल होंगे। इसके बाद 11.30 पर अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और शीर्ष अधिकारियों को योजना भवन में 11.30 पर संबोधित करेंगे।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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