Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

शीर्ष बाजारों की सूची में फिर पांचवें स्थान पर भारत, अडानी के शेयरों में भी सुधार  

Published

on

indian stock market up

Loading

मुंबई। अमेरिकी शार्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से अडानी समूह के शेयरों की आई भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार में मची उथलपुथल में अब सुधार हुआ है। जिसके चलते भारत एक बार फिर दुनिया के शीर्ष इक्विटी बाजारों की सूची में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। इससे पहले कुछ समय के लिए फ्रांस इस स्थान पर काबिज हो गया था।

ब्लूमबर्ग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार भारत का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 3.15 ट्रिलियन डॉलर था, जो फ्रांस से ऊपर था। ब्रिटेन सातवें स्थान पर बरकरार है। यह आंकड़े प्रत्येक देश में प्राथमिक सूची वाली कंपनियों के संयुक्त मूल्य के हिसाब से तैयार किए जाते हैं।

कमाई में वृद्धि ने पिछले दो वर्षों में दक्षिण एशियाई देशों के इक्विटी को बढ़ाने में मदद की है, जिससे अधिकांश बाजार पीछे छूट गए हैं।

बहरहाल, अभी भी अडानी के शेयरों में बिकवाली शुरू होने से एक दिन पहले यानी 24 जनवरी की तुलना में भारत के बाजार का कुल मूल्य लगभग 6% कम था। वैसे, निवेशकों के विश्वास को बहाल करने के लिए अडानी समूह द्वारा उठाए गए कदमों ने इसके शेयरों को कुछ संभालने में जरूर मदद की है। हालांकि गिरावट की शुरुआत से पहले की तुलना में यह अभी 120 डॉलर बिलियन कम है।

इस बीच सोमवार को भी अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर चार प्रतिशत से अधिक टूट गया।

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने समूह की चार कंपनियों के परिदृश्य को ‘स्थिर’ से ‘नकारात्मक’ कर दिया है। इसका असर सुबह के कारोबार में समूह की कंपनियों पर दिखा। बीएसई पर अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर सुबह के कारोबार में 4.32 प्रतिशत के नुकसान से 1,767.60 रुपये पर आ गया।

Continue Reading

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending