Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

यूपी में निरंतर बढ़ाई जा रही है टेस्टिंग की क्षमताः अमित मोहन प्रसाद

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए कई अहम एवं प्रभावी कदम उठा रही है। इसकी जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण को देखते हुए प्रदश् सरकार द्वारा कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी व्यवस्थाए और अधिक की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर जनपदों में कोविड बेड बढ़ाने का कार्य में निरन्तर, जिसमें 200-200 बेड बढ़ाने की प्रक्रिया की जा रही है।

लखनऊ में केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल को पूर्णतया कोविड अस्पताल बनाकर लगभग 05 हजार आसीयू बेड तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में आक्सीजन नियंित्रत करने के लिए कन्ट्रोल रूम बनाया गया है, आक्सीजन की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है, लेकिन आक्सीजन की व्यवस्था निरन्तर की जा रही है। एक नया साफ्टवेयर लगाया गया है जिसके माध्यम से अस्पतालों को कब और कैसे कितनी ऑक्सीजन जा रही है। इस साफ्टवेयर के माध्यम से लोकेशन को ट्रैक किया जाएगा। ऐसी स्थिति नहीं आने दी जा रही है कहीं भी आक्सीजन की वजह से कहीं किसी मरीज को परेशानाी का सामना करना पड़े। कुछ लोगों द्वारा इसे अफवाह बनाकर सोशल मीडिया पर पैनिक फैलाने की कोशिश की जा रही है। सरकार इस पर भी नजर रख रही है। सभी से अपील है कि हर किसी को अलग से आक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। लगभग 95 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को आक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है। अनावश्यक रूप से हर आदमी आक्सीजन के पीछे न भागे, जिसे डाक्टर ने बताया है उसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उसे ऑक्सीजन उपलब्ध करायी जाएगी। मा0 मुख्यमंत्री ने ये भी निर्देश दिया है कि अगर कोई आॅक्सीजन सिलेंडर लेने जाता है तो, डाॅक्टर की पर्ची दिखाने पर ही सिलेंडर दिया जाएगा।

सहगल ने बताया कि जो लोग होमआइसोलेशन में रह रहे हैं उनको भी आक्सीजन की कोई कठिनाई न आये और उन्हें ऑक्सीजन मिलती रहे। प्रदेश में कैडिला से रेमेडेसिविर के 18000 इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं कल भी दूसरी कम्पनी से भी रेमडेसिविर के इंजेक्शन प्राप्त हुए थे। प्रदेश में रेमडेसिविर के इंजेक्शन समुचित मात्रा में उपलब्ध है। रेमडेसिविर के भी इंजेक्शन बहुत कम मरीजांे को इसकी आवश्यकता पड़ती है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिय े हैं कि रेमेडेसिवर, जीवन रक्षक दवाओं तथा आॅक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर गैंगस्टर, एनएसए लगाया जायेगा और ऐसे लोगों की सम्पत्ति भी जब्त की जायेगी।

सहगल ने बताया कि प्रदेश में टैंकरों को रेल के माध्यम से आक्सीजन लाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है। खाली टैंकरों को वायुयान से बोकारो/जमशेदपुर में उतारा जा रहा है। प्रदेश में आक्सीजन, जीवन रक्षक दवाइयों की सूचारू उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा रही है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार रात 08 बजे से सोमवार सुबह 07 बजे तक सम्पूर्ण प्रदेश में साप्ताहिक बंदी रहेगी। प्रदेश में साप्ताहिक बंदी में पूरे प्रदेश में सैनेटाइजेशन, स्वच्छता एवं सफाई का कार्य नगर निगम द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जायेगा। आवश्यक सेवाओं एवं सामान्य औद्योगिक गतिविधियों को छोड़कर सभी गतिविधियां बाधित रहेंगी। उन्होंने बताया साप्ताहिक बंदी में उद्योगों के कर्मचारी और सरकारी विभागों में जो कर्मचारी कार्यरत हैं वे अपना आई-कार्ड दिखाकर कार्यालय आवागमन कर सकते हैं। इसके साथ-साथ वाहनों का जो आवागमन है सामान्य कार्यों के लिए जारी रहेगा।

सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड-19 के प्रोटोकल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहूं खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहू क्रय अभियान में अब तक 6,87,555.84 लाख मी0 टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,25,960 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 3,95,40,989 सैम्पल की जांच की गयी है। इसमें लगभग 1.05 लाख से अधिक सैम्पलों की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 38,055 नय े मामले आये है। प्रदेश में 2,18,144 कोरोना के एक्टिव मामले में से 2,29,744 लोग होम आइसोलेशन में निजी चिकित्सालयों में 6,411 लोग तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं।

श्री प्रसाद ने बताया कि सर्विलांस की कार्यवाही निरन्तर चल रही संक्रमण को रोकने के लिए जो उपाय किये जा रहे हैं उनमें से सर्विलांस, कान्टैक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, आइसोलेशन और वैक्सीनेशन आदि हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,27,315 क्षेत्रों में 5,64,089 टीम दिवस के माध्यम से 3,32,32,357 घरों के 16,06,02,461 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक आयु वालों का कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन कराने में सहयोग प्रदान करें। अब तक 96,79,557 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 19,43,675 लोगांे को वैक्सीन की दसू री डाजे दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1,16,23,232 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जो लोग होम आइसोलेशन में हैं अगर उनकों कोविड-19 की किट नहीं मिली है, तो इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम में व मुख्य चिकित्साअधिकारी से सम्पर्क करके ले सकते हैं। जो लोग होम आइसोलेशन में हैं अगर वे डाक्टर की सलाह लेना चाहते हैं तो, वे 18001805146, 18001805145 इस हेल्पलाइन पर सम्पर्क कर सकते हैं।
प्रसाद ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व हाथ साबुन से अवश्य धोते रहे। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।

 

नेशनल

जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती, जिसे सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में किया ढेर

Published

on

Loading

रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बड़ा नक्सल ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। अभी तक 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक करोड़ का ईनामी नक्सली चलपति भी मारा गया है।

कौन था खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती

खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और वह नक्सल‍ियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। जयराम की गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा जयराम पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता ह। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था।

सुरक्षाबलों ने मारे गए सभी नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद कर लिए हैं। रविवार की सुबह से ये ऑपरेशन जारी है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस के अलावा इसमें सीआरपीएफ भी शामिल है। इस ऑपरेशन में कुल 10 टीमें शामिल हैं। 3 टीम ओडिशा से 2 छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की 5 टीमें नक्सलियों के खिलाफ इस एनकाउंटर में शामिल रहीं। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा 3 आईडी भी बरामद की गई है।

इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के ख‍िलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है. शाह ने ट्वीट किया, ‘नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार. हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. CRPF, SOG ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 (बाद में संख्या बढ़कर 16 हो गई) नक्सलियों को मार गिराया.’

Continue Reading

Trending