उत्तर प्रदेश
पीएम से पहले सीएम योगी ने लिया महाकुम्भ की तैयारियों का जायजा, कहा- ऑल ओके
महाकुम्भनगर। महाकुम्भ 2025 के लिए हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण करने शुक्रवार को प्रयागराज आ रहे पीएम मोदी के कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार को सीएम योगी प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने महाकुम्भ नगर में चल रही तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान वह संगम नोज भी पहुंचे जहां पीएम मोदी शुक्रवार को पूजन अर्चन करेंगे। उन्होंने यहां पीएम मोदी के भ्रमण की पूरी रूपरेखा को समझा और बिना बाधा कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए। यही नहीं, सीएम योगी ने मेला क्षेत्र में अस्थायी अस्पताल, अक्षय वट, सरस्वती कूप, लेटे हनुमान मंदिर पहुंचकर वहां भी तैयारियों का जायजा लिया। लेटे हनुमान मंदिर में सीएम ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन व दर्शन भी किया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को पीएम मोदी प्रयागराज में उपस्थित रहेंगे और संगम नोज पर गंगा आरती व पूजन के साथ ही वह यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
अस्थायी अस्पताल में वेंटिलेशन का दिया निर्देश
सीएम योगी सबसे पहले सेक्टर वन परेड में बनाए गए 100 बेड के अस्थायी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। महाकुम्भ 2025 को देखते हुए चिकित्सा परिवार कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा इस अस्थायी अस्पताल का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री ने यहां इमरजेंसी वार्ड, इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू), ओपीडी के साथ ही वेटिंग एरिया, मुख्य वार्ड, फीमेल वार्ड, चिल्ड्रेन वार्ड और ऑपरेशन थिएटर का गहन निरीक्षण किया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं के विषय में जानकारी दी। आईसीयू में एआई कैमरों के इस्तेमाल के साथ ही हाईटेक एआई मैसेजिंग फ्लो सिस्टम के बारे में उन्हें पूरे विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही, अस्पताल में स्थापित लैबोरेट्री के विषय में भी बताया गया, जिस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। केंद्रीय अस्थायी अस्पताल के माध्यम से उन्हें हर संभव मदद मिलनी चाहिए। चिकित्सकों के साथ ही स्टाफ और दवाइयों की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने अस्पताल में वेंटिलेशन के बेहतर इंतजाम किए जाने के भी निर्देश दिए। मालूम हो कि महाकुम्भ के लिए बनाए गए इस अस्थायी अस्पताल में कुल 100 बेड हैं, जिसमें 10 बेड का आईसीयू भी सम्मिलित है। इसमें कुल 381 डॉक्टर्स को तैनात किया गया है, जिसमें फिजीशियन, सर्जन, गायनेकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक्स समेत अन्य शामिल हैं। 10 बेड के आईसीयू को कैंट बोर्ड संचालित करेगा, जिसमें मेदांता के डॉक्टर्स का भी सहयोग रहेगा।
संगम नोज का किया स्थलीय निरीक्षण
अस्पताल से सीएम सीधा किला घाट पहुंचे जहां उन्होंने नव निर्मित जेटी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को घाट पर श्रद्धालुओं के स्नान व अन्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। यहां से सीएम संगम नोज पहुंचे, जहां शुक्रवार को पीएम मोदी पूजन अर्चन करेंगे। उन्होंने यहां स्थलीय निरीक्षण किया। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने उन्हें पीएम मोदी के क्रूज से भ्रमण को लेकर सभी तैयारियों के विषय में विस्तृत से जानकारी दी। सीएम ने सभी व्यवस्थाओं को देखा और सभी पैरामीटर्स का ध्यान रखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। वह काफी देर यहां रुके और गंगा की निर्मल धारा को निखारते रहे।
अक्षय वट के किए दर्शन
यहां से सीएम योगी ने प्रयाग किले के अंदर स्थित अक्षय वट कॉरिडोर का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएम ई कार्ट से अक्षय वट कॉरिडोर पहुंचे। यहां स्मार्ट सिटी के तहत किए जा रहे कार्यों को उन्होंने देखा और अक्षय वट के विषय में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने दर्शन कर पूर्जा अर्चना की। सीएम ने यहां चल रहे सौंदर्यीकरण खासकर श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप प्रतिमा को सराहा और फोटो शूट भी कराया। सप्तऋतियों की कलाकृतियों को देखकर भी वह भाव विभोर हो गए। यहां आर्मी के अधिकारियों ने उन्हें अक्षय वट की तस्वीर भी भेंट की।
सीएम ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हनुमान मंदिर में की पूजा
सीएम योगी ने यहां से संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का रुख किया। प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (पीडीए) द्वारा यहां कॉरिडोर फेज-1 का कार्य किया जा रहा है। सीएम ने तैयारियों का जायजा लिया और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हनुमान जी की पूजा अर्चन कर आरती उतारी। यहां दर्शन पूजन कर उन्होंने समस्त नागरिकों की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान उनके साथ मंदिर के महंत और श्रीमठ बाघंबरी के पीठाधीश्वर बलबीर गिरी महाराज भी मौजूद रहे। इस अवसर पर पीडीए वीसी ने उन्हें मंदिर कॉरिडोर का ले-आउट प्लान भी दिखाया। सीएम ने समस्त कार्यों में तेजी लाते हुए समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। यहां से सीएम सरस्वती कूप के दर्शन करने पहुंचे। यहां उन्होंने प्रांगण में स्थित सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
सीएम ने देखा जियो ट्यूब तकनीक से शोधन का कार्य
सरस्वती कूप के दर्शन कर सीएम प्राधिकरण ऑफिस पहुंचे, जहां से सीएम ने सेक्टर 6 में एसटीपी सलोरी ड्रेन द्वारा जियो ट्यूब विधि से शोधन कार्य का निरीक्षण किया। जियो ट्यूब एक नई तकनीक है जिसके माध्यम से सीवर और नालों का पानी एसटीपी में भेजा जाता है। इन ट्यूब में ही 50 से 60 प्रतिशत बीओडी कम हो जाता है। शहर के जो 22 अनटैप्ड नाले थे, इसके माध्यम उनको ट्रीट करके नदी में छोड़ा जाएगा। इसका ट्रायल रन शुरू हो चुका है। एक जनवरी से यह पूरी क्षमता से कार्य करना शुरू कर दिया है। सीएम ने इसकी जानकारी लेने के बाद निर्देश दिए कि सीवर का पानी बिना ट्रीट किए हुए नदी में न छोड़ा जाए। मेले के दौरान एसटीपी पूरी क्षमता से कार्य करे, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
अखाड़ों की तैयारियों को भी परखा
सीएम योगी ने सेक्टर 20 में स्थित अखाड़ों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। वह यहां सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन पहुंचे, जहां सीएम ने अखाड़े के प्रवेश द्वार पर मौजूद संतो के साथ कुछ देर बातचीत की। संतो ने सीएम का स्वागत किया। उदासीन बड़ा के बाद श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी और आनंद अखाड़े के शिविर में भी सीएम पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखीं। आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर शंकरानन्द सरस्वती जी ने सीएम को अखाड़े के अंदर आमंत्रित किया। सीएम ने उन्हें अगली बार आने का आश्वासन दिया। सीएम अन्य अखाड़ों के बाहर तैयारियों और व्यवस्था का भौतिक निरीक्षण करने के बाद वहां से रवाना हो गए। यहां से त्रिवेणी मार्ग गंगा रिवर फ्रंट रोड झूंसी और छतनाग घाट का भी उन्होंने निरीक्षण किया। यहां उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और पूर्व विधायक व विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह समेत अन्य नेतागण व अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि
लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।
देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई
🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।
🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।
🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।
इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.
‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।
मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!
यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…
वनावरण
1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)
भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण
1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)
सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद
1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड
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