Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

मुलायम सिंह यादव को किडनी देने BHU का छात्र पहुंचा मेदांता अस्पताल

Published

on

मुलायम सिंह यादव

Loading

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। वह खराब सेहत के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में कई दिनों से भर्ती हैं। जहां डॉक्टर लगातार उनकी सेहत पर नजर रख रहे हैं। अभी भी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।

वहीं, आज सोमवार को अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव ने अस्पताल पहुंचकर मुलायम सिंह यादव का हालचाल जाना। परिवार के अन्य सदस्य भी अस्पताल में ही मौजूद हैं।

मेदांता अस्पताल ने बयान जारी कर बताया कि मुलायम सिंह यादव वर्तमान में क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती हैं और उनका इलाज विशेषज्ञों की एक व्यापक टीम द्वारा किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें

मुलायम सिंह की तबियत बिगड़ी, मेदांता में भर्ती;अखिलेश दिल्ली रवाना

हैदराबाद से लश्कर के तीन आतंकी गिरफ्तार, आईएसआई से मिल रहे थे निर्देश

उधर, जैसे ही मुलायम सिंह यादव की तबीयत खराब होने की सूचना उनके चाहने वालों को लगी तो उनके शीघ्र स्वस्थ लाभ के लिए दुआओं का दौर शुरू हो गया। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का छात्र आशुतोष सिंह तो अपनी किडनी मुलायम सिंह को देने के लिए तैयार है। इसके लिए वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचा है।

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तबीयत करीब तीन साल से गड़बड़ चल रही है। वह महीने में कभी दो बार तो कभी एक बार जांच के लिए अस्पताल में भर्ती होते रहे हैं लेकिन, अगस्त महीने से उनकी हालत में लगातार गिरावट हुई है।

मुलायम सिंह को प्रोस्टेट से जुड़ी समस्या बताई जाती है। इस वजह से वह लगातार मेदांता अस्पताल के विशेषज्ञों की निगरानी में रहते हैं। लखनऊ रहने पर किसी तरह की समस्या होने पर यहां के अस्पताल में दिखाते हैं।

इससे पहले उन्हें 15 जून को मेदांता में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद उन्हें कई तरह की अन्य समस्याएं भी हो गई थीं। इस वजह से वह ज्यादातर वक्त दिल्ली में रहे।

#mulayam_singh_yadav #mulayam_singh_ill #mulayam_singh_news

नेशनल

जानें कौन था एक करोड़ का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपती, जिसे सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में किया ढेर

Published

on

Loading

रायपुर। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में बड़ा नक्सल ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। अभी तक 12 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन में एक करोड़ का ईनामी नक्सली चलपति भी मारा गया है।

कौन था खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती

खूंखार नक्सली जयराम उर्फ चलपती नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और वह नक्सल‍ियों के संगठन का ओडिशा स्टेट कमेटी का इंजार्च था। जयराम की गिनती देश के बेहद खतरनाक नक्सली इंचार्ज के रूप में होती थी। सुरक्षा बलों पर कई हमलों में शामिल रहा जयराम पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। छत्तीसगढ़ और इसके आसपास हुए कई बड़े हमलों में शामिल रहा है। कई हमलों का वह मास्टरमाइंड भी रहा है। कई राज्यों की पुलिस की इस पर पैनी नजर थी। उसे प्रताप रेड्डी उर्फ रामाचंद रेड्डी उर्फ अप्पा राव के नाम से भी उसे जाना जाता ह। वह माड़ क्षेत्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बताया जाता है कि 60 साल का खूंखार नक्सली जयराम 10वीं तक पढ़ा था। वह नक्सलियों के ओडिशा कैडर का नक्सली था।

सुरक्षाबलों ने मारे गए सभी नक्सलियों के शव और उनके हथियार भी बरामद कर लिए हैं। रविवार की सुबह से ये ऑपरेशन जारी है। इस अभियान में छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस के अलावा इसमें सीआरपीएफ भी शामिल है। इस ऑपरेशन में कुल 10 टीमें शामिल हैं। 3 टीम ओडिशा से 2 छत्तीसगढ़ पुलिस से और सीआरपीएफ की 5 टीमें नक्सलियों के खिलाफ इस एनकाउंटर में शामिल रहीं। मुठभेड़ की सूचना पर फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मैनपुर पहुंच गए हैं। पूरे एरिया में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा 3 आईडी भी बरामद की गई है।

इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे नक्सलवाद के ख‍िलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है. शाह ने ट्वीट किया, ‘नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार. हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है. CRPF, SOG ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 (बाद में संख्या बढ़कर 16 हो गई) नक्सलियों को मार गिराया.’

Continue Reading

Trending