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प्रादेशिक

बिहार: गृह विभाग को लेकर फंस सकता है पेंच, तेजस्वी यादव चाहते है यह विभाग

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पटना। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में मंत्रिपरिषद के गठन को लेकर चर्चा जारी है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार गृह विभाग अपने पास ही रख सकते हैं। इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने यह विभाग उन्हें देने की मांग की थी।

शपथग्रहण से ठीक पहले दोनों पार्टियों के बीच गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान होने की खबर है। नीतीश कुमार बुधवार दोपहर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। तेजस्वी यादव भी डिप्टी सीएम की शपथ ग्रहण करेंगे। समारोह राजभवन में होगा। इसके बाद मंत्रिपरिषद का गठन किया जाएगा।

नई सरकार के मंत्रिपरिषद के फॉर्मूले के मुताबिक जो विभाग पहले बीजेपी के पास थे, उन्हें आरजेडी, कांग्रेस और जीतनराम मांझी की हम में बांटा जाएगा। वहीं, जो विभाग पहले से जेडीयू के पास थे वो नई सरकार में भी उसके पास ही रहेंगे। अगर ऐसा हुआ तो गृह, वित्त, शिक्षा जैसे अहम विभाग जेडीयू के पास ही रहने वाले हैं।

आरजेडी कोटे से होंगे सबसे ज्यादा मंत्री

बिहार विधानसभा में आरजेडी सबसे बडी पार्टी है। विधायकों की संख्या के हिसाब से आरजेडी कोटे से सबसे ज्यादा मंत्री बनाए जाएंगे। तेजस्वी यादव मंत्रियों के नामों पर मंथन कर रहे हैं। कुछ नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है।

पिछले दिनों ओवैसी की पार्टी को छोड़कर आरजेडी में आए चार में से किसी एक विधायक को मंत्रिपरिषद में शामिल किया जा सकता है। तेजप्रताप यादव के भी कैबिनेट मंत्री बनने की संभावना है। स्पीकर का पद भी आरजेडी कोटे में ही जाने की उम्मीद है।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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