Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

भाजपा ने संविधान को कुचल दिया, सेक्युलरिज्म खत्म हो गया: महबूबा मुफ्ती

Published

on

Mehbooba Mufti

Loading

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने एक बार फिर ऋषि सुनक का हवाला देते हुए भारत में सेक्युलरिज्म खत्म होने की बात कही है। महबूबा ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘भाजपा ने देश के संविधान को कुचल दिया है।’

यह भी पढ़ें

असदुद्दीन ओवैसी ने खेल में भी ढूँढा धर्म का एंगल, भारत-पाक मैच पर कही यह बात

ICC की मेंस T20 बैटिंग रैंकिंग जारी, विराट कोहली की टॉप-10 में धमाकेदार एंट्री

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले देश में सेक्युलरिज्म था, जो अब खत्म हो गया है। इससे पहले हमारे पास मुस्लिम राष्ट्रपति था और सिख पीएम था, लेकिन जब से नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है, तभी से स्थिति बिगड़ गई है। अब देश में मुसलमानों और दलितों को टारगेट करके लिंच किया जा रहा है।

महबूबा ने कहा कि हम नहीं चाहते कि इस देश में गोडसे और गुजरात मॉडल लागू हो। जम्मू-कश्मीर में विलय दिवस की छुट्टी को लेकर भी महबूबा ने हमला बोला। आज जम्मू-कश्मीर का भारत से जो रिश्ता बना दिया गया है, वह अवैध है। हम वही भारत चाहते हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर को 1947 में शामिल किया गया था। हमें आज का गोडसे-गुजरात मॉडल नहीं चाहिए।

जम्मू-कश्मीर के विलय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए महबूबा ने कहा, ‘भारत में जम्मू-कश्मीर के विलय का दस्तावेज यह बताता है कि किस आधार पर यह हुआ था। हमें इस दिन छुट्टी की जरूरत नहीं है। हम चाहते हैं कि बस उस समझौते का सही से पालन किया जाएगा।

आर्टिकल 370 के बिना भारत से जम्मू-कश्मीर का रिश्ता अवैध

हम वह समझौता लागू होते देखना चाहते हैं, जिसका वादा 1947 में विलय के दौरान किया गया था। महबूबा ने कहा कि हम भारत के लोगों को बताना चाहते हैं कि भारत के साथ हमारा विलय कुछ शर्तों के साथ हुआ था।

उन शर्तों को 5 अगस्त, 2019 को खत्म कर दिया गया था। आर्टिकल 370 के खात्मे से उस समझौते को तोड़ दिया गया। यदि उस विलय के समझौते को स्वीकार किया जाए तो फिर आर्टिकल 370 हटाने का फैसला अवैध है। उस आधार पर तो जम्मू-कश्मीर के साथ भारत का रिश्ता भी अवैध हो जाता है।

हमने पाकिस्तान की बजाय दिया था भारत का साथ

महबूबा ने कहा कि हमने भारत के साथ जाना पसंद किया था। पाकिस्तान की बजाय हम भारत के साथ गए लेकिन आज हमारे संसाधनों और पहचान को ही नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विलय पत्र में तय शर्तों को लागू नहीं किया जाता है तो फिर जम्मू-कश्मीर के साथ भारत का रिश्ता ही अवैध है।

Mehbooba Mufti, Mehbooba Mufti news, Mehbooba Mufti latest news,

उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

Published

on

Loading

 

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

Continue Reading

Trending