Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बीजेपी नेता का दावा- ममता ने जीतने के लिए मांगी मदद

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। वोटिंग को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग बढ़-चढ़ कर मतदान के लिए घर से निकल रहे हैं।

इस बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो चर्चा का विषय बन गया है। बीजेपी के नेता प्रलय पाल ने दावा किया है कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने उन्हें फोन करके मदद मांगी है।

शुभेंदु अधिकारी के सहयोगी प्रलय पाल ने कॉल रिकॉर्डिंग भी जारी की है, जिसमें ममता बनर्जी उनसे यह सीट जितवाने को कह रही हैं। बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी वीडियो जारी करके ममता बनर्जी पर निशाना साधा है और कहा है कि दीदी नंदीग्राम से चुनाव हार रही हैं।

बीजेपी नेता प्रलय पाल ने शनिवार सुबह दावा किया कि ममता बनर्जी ने खुद उन्हें फोन किया और टीएमसी को नंदीग्राम में जितवाने में मदद मांगी। सोशल मीडिया पर दोनों के बीच हुई बातचीत का कथित ऑडियो बी वायरल हो रहा है।

हालांकि, टीएमसी ने दावा किया है कि कॉल रिकॉर्डिंग की आवाज की सत्यता की पुष्टि नहीं हुई है। प्रलय पाल ने कहा, ”वह चाहती हैं कि मैं टीएमसी के लिए काम करूं और टीएमसी में लौट जाऊं। लेकिन मैं शुभेंदु अधिकारी और अधिकारी परिवार से लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं। अब मैं भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहा हूं।” वीडियो में वह आगे कहते हैं, ”लेफ्ट शासन के दौरान जब सीपीआई (एम) नंदीग्राम के लोगों को प्रताड़ित करती थी तो अधिकारी परिवार हमारे साथ खड़ा रहा। मैं कभी उनके खिलाफ नहीं गया और ना यह करूंगा।”

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

Continue Reading

Trending