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मुख्य समाचार

गोरखपुर में भाजपा के ‘जागरुक मतदाता सम्मेलन’ को सीएम योगी ने किया सम्बोधित

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे एक हाथ में अस्त्र है और एक हाथ में शास्त्र है। यहां अगर विकास होगा तो बुल्डोज़र भी चलना चाहिए क्योंकि दोनों को आप एक दूसरे से अलग नहीं कर सकते हैं। विकास सज्जनों के लिए है जबकि बुल्डोज़र दुर्जनों के लिए है। दोनों जब साथ में चलेंगे, तभी प्रदेश आगे बढ़ेगा।पहले छोटी छोटी बात को लेकर पश्चिम में दंगा होता था, हमारी सरकार के दौरान कोई दंगा नहीं हुआ, हमने दंगाईयों के खिलाफ कार्यवाई की। शुक्रवार को गोरखपुर में भाजपा के ‘जागरुक मतदाता सम्मेलन’ को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की मजबूत कानून व्यवस्था के बारे में बताते हुए विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले प्रदेश में सैफई महोत्सव होता था, जिसमें ना राग था, ना रंग था, ना भाव थे, ना भाषा थी। यहां तक कि सैफई वालों को ही नहीं समझ में आता था कि ये क्या हो रहा है। उन्होंने बताया कि आज हम उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनाते हैं, जिसमें प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों को एक जनपद एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) के तहत पहचान दिलाई जाती है। ओडीओपी ने ही उत्तर प्रदेश को एक एक्सपोर्ट हब के रूप में स्थापित किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के अंतर्गत एक लाख 21 हजार करोड़ रुपए के उत्पाद यहां से हम लोग हर वर्ष एक्सपोर्ट कर रहे हैं जिसका राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और रोजगार के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने कृष्ण जन्मोत्सव और रंगोत्सव मनाए जिसके भाव को हर प्रदेशवासी ने महसूस किया। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि हमने महोत्सव को अपनी स्वयं की तुष्टी का माध्यम नहीं बनने दिया। अपनी सरकार और पांच साल पहले की समाजवादी पार्टी की सरकार में फर्क बताते हुए मुख्यमंत्री में कहा कि वो अपराधियों को संरक्षण देते थे, वहीं हम अपराधियों से ठीक तरह से निपटने का कार्य करते हैं। वो जनता की योजनाओं में लूट-खसोट करते थे हम जनता को योजनाओं का लाभ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो अपने परिवार के लिए जीते थे और हम समाज और प्रदेश के लिए जी रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार पर वार करते हुए कहा कि उनके समय में मात्र 18 हजार घर प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए थे। वहीं हमारी सरकार ने केवल गोरखपुर शहर मं 32 हजार घर बनाए हैं। पूरे प्रदेश में हमारी सरकार द्वारा 45 लाख से अधिक घर बनवाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहले गोरखपुर आपराधिक गतिविधियों के लिए जाना जाता था। इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी ने गोरखपुर को घेर रखा था। आज इंसेफ्लाइटिस खत्म हो चुका है। जो काम पचास वर्ष में नहीं हो पाया, हमने पांच वर्षों में कर दिया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद , नेताजी सुभाष चंद्र बोस, अरविन्द घोष जैसे महापुरुषों का नाम लेकर कहा कि इन महापुरुषों ने अपने आपको एक संकीर्ण दायरे में क़ैद करके नहीं रखा था इसलिए ये अमर हो गए, वन्दनीय हो गए। इस दौरान उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री जी का भी नाम लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि शास्त्री जी ने अपने काम से अपने लघु कार्यकाल को स्मरणीय बना दिया। मुख्यमंत्री ने कहा जिसने भी राम का नाम लिया चाहे वो हनुमान हो या वाल्मीकि यशस्वी हो गए.. जिसने रावण का साथ पाया चाहे मारीच हो या ताड़का वो सबको दुर्गति मिली।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि आज से 5 साल पहले प्रदेश की स्थिति क्या थी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मां के कान से कुंडल निकाल लिए जाते थे जिसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं होती थी, गले से जंजीर खींच ली जाती थी और रिपोर्ट दर्ज नहीं होती थी। यहां तक कि घर के सामने से ट्रैक्टर गायब हो जाते थे, बेटियों सुरक्षित नहीं थी। उन्होंने कहा कि ये मैं दावा कर सकता हूं कि पांच साल के अंदर फावड़ा भी कोई खेत से नहीं चोरी किया है, भैंस तो दूर की बात है। उन्होंने प्रदेश में पांच साल की बेहतर कानून व्यवस्था के बारे में बताते हुए जागरूक मतदाताओं को भाजपा को अपना समर्थन देने के लिए कहा।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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