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प्रादेशिक

सीएम योगी ने MSME इकाइयों को 2500 करोड़ का किया ऋण वितरण

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को MSME इकाइयों ₹2,505.58 करोड़ का ऋण वितरण, CFC पोर्टल का शुभारंभ व 9 CFC का शिलान्यास किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि मैं MSME इकाइयों को ₹2,505.58 करोड़ के ऋण वितरण, CFC पोर्टल के शुभारंभ व 9 CFC शिलान्यास कार्यक्रम में मंत्रिगण, अधिकारीगण, बैंक से जुड़े अधिकारीगण, प्रदेश के विभिन्न जनपदों के लाभार्थीगण एवं अन्य उपस्थित लोगों का स्वागत व अभिनंदन करता हूं।

उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले विभाग को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने कोरोना महामारी की दूसरी लहर में पब्लिक को राहत मिलते ही बैंकर्स के साथ मिलकर लोन मेला का आयोजन किया है। प्रदेश की 31,000 से अधिक MSME यूनिट़्स को आज ₹2,505.58 करोड़ का ऋण वितरित किया गया है। प्रदेश में MSME यूनिट्स ने काफी अच्छा काम किया है।

उत्तर प्रदेश, देश में सबसे बड़ी आबादी का राज्य है व सर्वाधिक युवा हमारे पास हैं, लेकिन यहां बेरोजगारी की दर सबसे कम है। इसका कारण है कि सरकार ने पूरी पारदर्शिता से युवाओं को रोजगार से जोड़ा है। जैसे प्रदेश स्तर पर ऋण वितरण के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है, उसी तरह जनपद स्तर पर भी इस प्रकार के लोन मेलों के कार्यक्रम होने चाहिए। माननीय सांसदों, विधायकों, मंत्रियों को भी इस कार्यक्रम के साथ जोड़ा जाए।

सीएम योगी ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि सभी 75 जनपदों में अगले महीने लोन मेले आयोजित हों। मैं एक बार फिर से विभाग के मंत्री, प्रशासनिक अधिकारियों व मंत्रिगण को धन्यवाद देता हूं। जिन लोगों को आज लोन की सुविधा का लाभ मिल रहा है उन्हें बधाई व शुभकामनाएं देता हूं।

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में बाघ का आतंक : वन विभाग ने पकड़ने के लिए किए तरह – तरह के उपाय, नहीं आ रहा है हाथ

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लखनऊ। रहमानखेड़ा केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में बाघ ने एक और पड़वे (भैंस के बच्चे) का शिकार किया है। यह बाघ का 15वां शिकार है। बाघ ने वन विभाग को एक बार फिर चकमा देते हुए जंगल में उसी जगह शिकार किया जहां उसको फंसाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। जंगल के जोन एक के बेल वाले ब्लॉक में वन विभाग ने 15 फीट गहरा गड्ढा खोद झाड़ियों से ढक दिया है ताकि बाघ शिकार करने का प्रयास करें तो गहरे गड्ढे में गिर जाए।

फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जा सके। यहीं एक पिंजरा भी लगाया गया है जिसमें पड़वे को बांधा गया था। हालांकि वन विभाग की सारी तरकीबें धरी रह गई हैं। मंगलवार भोर में बाघ ने पड़वा को अपना निवाला बनाया। न वो पिंजरे में फंसा न गड्ढे में गिरा। सुबह जानकारी पर जांच करने पहुंची टीम को पड़वे का क्षतविक्षत शव मिला। मौके से बाघ के पगचिह्न भी मिले।

विशेषज्ञों का कहना है कि बाघ 24 घंटे के अंदर अपने शिकार का बचा हुआ मांस खाने के लिए दोबारा आ सकता है। वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में मीठेनगर, उलरापुर और दुगौली के आसपास मौजूद जंगल में डायना और सुलोचना हथिनियों से कॉम्बिंग की लेकिन उसका पता नहीं लगा। शिकार की जानकारी पर अपर मुख्य वन संरक्षक रेणू सिंह ने टीम लीडर आकाशदीप बधावन व डीएफओ सितांशु पांडेय के साथ शिकार स्थल का जायजा लिया। यहां सक्रिय टीम को मृत पड़वे के पास निगरानी करने का निर्देश दिए।

तीन दर्जन से अधिक वाहनों की आवाजाही नो- गो- जोन में कर रही शोर गुल

वन विभाग ने रहमान खेड़ा में नो-गो जोन घोषित किया है। इसके बावजूद वन विभाग के ही 30 से ज्यादा वाहनों की हलचल यहां हर दिन रहती है। मंगलवार को दोपहर में अधिकारियों समेत वन विभाग टीम के करीब दो दर्जन चार पहिया वाहन कमांड ऑफिस के आस-पास खड़े थे। संस्थान के कर्मियों के वाहन व बसों की आवाजाही भी यहां रहती है। मचान व पिंजरों के पास भी वाहनों के साथ अधिकारी आ जा रहे हैं। इसी के चलते बाघ पकड़ में नहीं आ पा रहा है।

 

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