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प्रादेशिक

कांग्रेस हिन्दू नेताओं को आतंकी घटनाओं में फंसाती थी: सीएम योगी

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लखनऊ। कांग्रेस सरकार हिन्दू नेताओं,संतों और आरएसएस के लोगों को आतंकी घटनाओं में फंसाने का षड़यंत्र रचती थी। कांग्रेस आतंकवाद को पोषित करने वाली पार्टी है। इसे अपने कुकर्मों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। यह जब सत्ता में आते हैं तो आतंकियों को बचाने और जब सत्ता से बाहर रहते हैं तो देशविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों का साथ देने का काम करती है। फर्रूखाबाद में जनविश्वास यात्रा में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर आतंकवादियों को प्रश्रय देने का आरोप लगाकर बड़ा हमला बोला।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने सर्वाधिक समय तक देश पर शासन किया। यह अपने शासनकाल में हिन्दू नेताओं, संतों और आरएसएस को मालेगांव में हुए आतंकी घटना में फंसाने का षड्यंत्र रचा था। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र एटीएस के एक अधिकारी ने कल खुलासा किया है कि कांग्रेस सरकार मुझे समेत कई हिन्दू नेताओं को मालेगांव आतंकी घटना में फंसाने का दबाव बनाया गया था। आतंकवाद को पोषित करने वाली यह पार्टी को देश से माफी मांगनी होगी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जिस तरह से पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारने का काम जो सैनिकों ने किया। यह किसी और सरकार में नहीं किया गया। क्योंकि उन्हें अपना वोट खिसकने का डर था। लेकिन हमारे लिए देश सबसे ऊपर है। देश सुरक्षित है तो हम सुरक्षित हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद फर्रुखाबाद में ₹196 करोड़ की 174 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास एवं ‘जन विश्वास यात्रा’ की जनसभा में कहा कि हमारी सरकार फर्रूखाबाद को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि साढ़े चार वर्ष में कोई दंगा हमारी सरकार ने नहीं होने दिया। क्योंकि दंगाई जानते हैं कि अगर दंगा किया तो उनके परिवार से नुकसान की भरपाई की जाएगी। पहले सपा सरकार में इन दंगाइयों को सम्मानित किया जाता रहा। अब गरीबों, व्यापारियों और सार्वजनिक सम्पत्तियों को लूटने वाले माफियाओं की अवैध सम्पत्तियों पर सरकार का बुलडोजर चलने में कोई संकोच नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने सपा, बसपा और कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब हमारी सरकार नहीं थी तो हमसे पूछा जाता था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वही बनाएंगे लेकिन तिथि नहीं बताएंगे। तब हमने कहा था कि अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण जरूर होगा और अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण हो रहा है। क्या यह कांग्रेस, सपा और बसपा करती। जो रामभक्तों पर गोली चलाते थे। जो कृष्ण जन्माष्टमी पर रोक लगाते थे कांवड़ यात्रा पर रोक लगाते थे। क्या इनसे आप कोई अच्छी उम्मीद करते हैं क्या। प्रदेश को तबाह करना इनकी नियति थी।

उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार है तो राशन भी डबल मिल रहा है। अच्छी सरकार आएगी तो अच्छी योजनाएं आएंगी। जब बुरी सरकार आएगी तो यही अन्न सपा, बसपा और कांग्रेस की तिजोरी में चला जाएगा। आप देख रहे होंगे किस तरह दीवारों से नोट की गड्डियां निकल रही हैं। अब समझ में आया कि बबुआ नोटबंदी का विरोध क्यों करता था। गरीबों का पैसा तो दीवालों से निकल रहा है। हमारी सरकार गरीब का पैसा गरीबों को दे रही है, पहले यही पैसा कब्रिस्तान में खर्च कर दिया जाता था।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी तो पहले किसानों का कर्जा माफ किया, 47 लाख गरीबों को आवास दिए और एक लाख 51 हजार करोड़ रुपये गन्ना भुगतान किया है इतना भुगतान सपा, बसपा और कांग्रेस ने कभी नहीं किया। इनको तो जनता जनार्दन के सामने ही नहीं आना चाहिए। लेकिन जब आ ही रहे हैं तो बुआ से भी बबुआ से भाई से भी बहन से भी पूछिए जब कोरोना काल था तो यह कहां छुपे थे। केवल हमारी सरकार के प्रतिनिधि व कार्यकर्ता ही लोगों की जीवन और जीविका को बचाने का काम कर रहे थे।

उधर अमरोहा में 43 करोड़ रुपये की 31 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। वहीं अमरोहा की जनविश्वास यात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दंगाइयों से मुक्त कराने का वादा जो किया था वह हमने पूरा किया है। 2017 के पहले प्रदेश में अराजकता का माहौल था। कोई निवेश नहीं करना चाहता था, नवजवानों के सामने पहचान का संकट था, कारण था महिलाओं की सुरक्षा नहीं थी, दंगाइयों को रोका नहीं जाता था। अब समय बदला है यहां दंगा नहीं गन्ना उगाया जा रहा है।

उन्होंने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि पहले यह कांवड़ यात्रा को रोकने का और दंगाइयों को बढ़ावा देती थी। लेकिन हमने जो कहा वह करके दिखाया। चाहे वह अयोध्या में राममंदिर निर्माण, काशी में विश्वनाथ धाम भी बन रहा है। मथुरा-वृंदावन कैसे झूठ जाएगा वहां पर भी विकास कार्य को तेजी दी गई है।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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