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प्रादेशिक

सीएम योगी ने साधा विपक्ष पर निशाना, कही ये बात

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लखनऊ। भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या जिले में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण को लेकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को घेरा। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने अयोध्या में बीकापुर और मिल्कीपुर विधानसभा की अपनी चुनावी जनसभाओं में इन तीनों दलों के नेताओं को राम मंदिर निर्माण का विरोधी साबित किया। अपनी  जनसभाओं में मुख्यमंत्री ने कहा, कांग्रेस ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर ताला लगाया था। सपा सरकार के समय रामभक्तों पर चली गोलियां चली थी। बसपा अयोध्या को लेकर जो कहती थी वह किसी से नहीं छुपा है। इन तीनों दलों ने राम मंदिर के लिए वर्षों देश के लोगों को तरसाया, अब इन्हें वोट के लिए तरसाओ। मुख्यमंत्री ने बीकापुर और मिल्कीपुर के लोगों से इन तीनों दलों का वोट की चोट से विसर्जन करने की अपील भी की। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में फिर भाजपा सरकार बनाने के लिए अयोध्या की पांचों विधानसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जिताने का आग्रह किया।

भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली चुनावी जनसभा मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में हुई। यहां उन्होंने ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आप याद कीजिए मैं पांच साल पहले आया था, तब कहा था राम लला आएंगे और मंदिर बनाएंगे। क्या राममंदिर का निर्माण सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकार में हो सकता था? हम (भाजपा) जो कहते हैं वह करते हैं। हमने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया। अब अयोध्या में भव्य राममंदिर बन रहा है। अगले साल तक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार भी हो जाएगा। आज पूरी दुनिया अयोध्या की ओर देख रही है। जबकि सपा की सरकार समय के राम भक्तों पर गोली चली थी। यही नहीं सत्ता में आने के बाद सपा सरकार ने आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का पहला निर्णय लिया था। सपा का हाथ आतंकवादियों के साथ है और अभी भी सपा की संवेदना आतंकवादियों के प्रति रही है। अब रामभक्तों पर गोली चलाने वाले बबुआ भी अयोध्या के लोगों का वोट मांग रहा रहे हैं। ऐसे लोगों को सीधे जवाब दो, जिन्होंने राममंदिर के लिए लोगों को तरसाया, उन्हें वोट के लिए तरसाओ। ऐसे दलों का अब वोट की चोट से विसर्जन कर दीजिए।

मुख्यमंत्री ने बीते पांच वर्षों में लोगों के भलाई के लिए डबल इंजन की सरकार के क्या कार्य किए इसका भी विस्तार से उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए लोगों के इलाज की व्यवस्था, फ्री टेस्ट की और सभी को मुफ्त वैक्सीन दी। बिजली देने में किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया। राशन भी उपलब्ध कराया गया। अयोध्या में 48,400 गरीबों को आवास दिए गए। यहां के 50,400 किसानों का कर्ज माफ किया गया। यह बताते हुए मुख्यमंत्री जनसभा में आए लोगों से सवाल किया कि क्या सपा सरकार में यह सब आपको मिलता था? मुख्यमंत्री ने यह दावा भी किया कि, हम अभी एक करोड़ नौजवानों को टैबलेट दे रहे हैं। सरकार आने दीजिए दो करोड़ नौजवानों को टैबलेट देंगे।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव का ऐलान होते ही पांच वर्षों में बिलों में छिपे पेशेवर माफिया अपने बिलों से बाहर निकल कर धमकी दे रहे हैं। इन धमकीबाजों की गर्मी को 10 मार्च के बाद सब शांत कर दिया जाएगा। यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ भाजपा की सरकार ही संकट के समय में लोगों के साथ खड़ी रहती है। कोरोना कालखंड में भाजपा ही लोगों की मदद करने के लिए आगे आयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश भर में हर उस जगह को लेकर सक्रिय रहे जहां कोरोना संक्रमण फैल रहा था। उन्होंने कहा कि हमने भी हर जिले का दौरा किया। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने फ्री में टेस्ट, उपचार और वैक्सीन की सुविधा दी।

संकट में सभी को डबल डोज राशन का भी मिला। क्या सपा, बसपा, कांग्रेस के समय भी ऐसे ही राशन मिलता था। जब यह आपके सुख दुख में सहभागी नहीं तो इन्हें सिर में ढोने की क्या जरूरत है। उनका विसर्जन करने की जरूरत है। आप उनको विसर्जित करके भाजपा को फिर शासन का मौका दें। हम अयोध्या की पांचों सीटें जीतेंगे तो यूपी में 325 सीटों का समर्थन भाजपा को प्राप्त होगा। यूपी में 325 सीट जीतने का मतलब प्रदेश में एक मजबूत और दमदार सरकार होगी। प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनने पर एक हाथ में विकास की छड़ी होगी तो दूसरे हाथ में बुलडोजर की स्टेयरिंग होगी। प्रदेश में विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगा साथ ही माफियाओं और गुंडों के खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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