Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

उत्तराखंड से आए मेधावी विद्यार्थियों और शिक्षकों के दल से CM योगी ने की मुलाकात

Published

on

CM Yogi met a team from Uttarakhand

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने आवास पर उत्तराखंड से आए मेधावी छात्र छात्राओं के एक दल से मुलाकात की। देव प्रयाग विधानसभा के विधायक विनोद कंडारी के नेतृत्व में विभिन्न विद्यालयों के 60 छात्र छात्राओं और 16 शिक्षकों का दल इस समय भारत भ्रमण शैक्षणिक दर्शन पर है। यात्रा के दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों का ये दल लखनऊ के बाद अयोध्या और कानपुर भी जाएगा।

यात्रा को करें लिपिबद्ध
मुख्यमंत्री ने सबसे पहले सभी मेधावी बच्चों और उनके शिक्षकों से परिचय प्राप्त किया। मुख्यमंत्री को बताया गया कि मेधावी बच्चों का ये दल शनिवार को लखनऊ, रविवार को अयोध्या और सोमवार को कानपुर का शैक्षणिक भ्रमण करेगा। बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी अपने शैक्षणिक भ्रमण को महज यात्रा भर ना रहने दें, इसे लिपिबद्ध जरूर करें। आप जहां भी जाएं, उसके बारे में लेख तैयार करें।

सीएम ने किया मार्गदर्शन
मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को लखनऊ में चिड़ियाघर और विधानसभा भवन देखने तथा मेट्रो रेल सेवा का अनुभव प्राप्त करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि लखनऊ के चिड़ियाघर में उन्हें समृद्ध वन्यजीवन के दर्शन होंगे। इसके अलावा लखनऊ मेट्रो आधुनिक परिवहन की एक महत्वपूर्ण सेवा है, जिससे आप सभी को परिचित होना चाहिए। सीएम ने बच्चों को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर, हनुमानगढ़ी और सरयू नदी के दर्शन करने को भी कहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों के भ्रमण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, इस बात को सुनिश्चित किया जाए।

उत्तराखंड से है अटूट रिश्ता
सीएम योगी ने बच्चों से बातचीत के दौरान उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अटूट रिश्तों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पंत वर्तमान उत्तराखंड के ही रहने वाले थे। इसके अलावा हेमवती नंदन बहुगुणा और नारायण दत्त तिवारी भी उत्तराखंड के निवासी थे जिन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

उन्होंने बताया कि उनका भी जन्म उत्तराखंड में ही हुआ है और हाईस्कूल की शिक्षा उन्होंने टिहरी से प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने बच्चों को यूपी और उत्तराखंड के बीच की भौगोलिक विविधता की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पौराणिक, धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का केंद्र बिंदु है। शैक्षणिक यात्रा के दौरान आप सबको इसकी विशिष्ट विविधता के दर्शन होंगे। मुख्यमंत्री ने दल में शामिल सभी सदस्यों को ओडीओपी के उपहार भी भेंट किया।

सीएम से मिलकर खुश हुए विद्यार्थी
वहीं मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करके विद्यार्थियों का दल भी गदगद दिखाई दिया। बच्चों ने सीएम से कहा कि अब तक उन्होंने सिर्फ टीवी में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखा था। आज पहली बार उन्हें सामने से देखना अकल्पनीय अहसास है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

अधिक बसावट वाले क्षेत्रों को पीएमजीएसवाई की सड़कों से जोड़ेगी योगी सरकार

Published

on

Loading

लखनऊ। योगी सरकार प्रदेश के ग्रामीण और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत बेहतर गुणवत्ता वाली सड़कों के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। सरकार का मानना है कि अच्छी कनेक्टिविटी से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी संसाधनों की उपलब्धता में सुधार होगा, बल्कि इन क्षेत्रों का आर्थिक और सामाजिक विकास भी संभव हो सकेगा। इस दिशा में योगी सरकार ने कई ठोस कदम उठाए हैं, जो ग्रामीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, एफडीआर तकनीक से प्रदेश में हुए सड़कों के निर्माण से योगी सरकार ने 2500 करोड़ की धनराशि की बचत की है।

प्रदेश में विकास कार्यों को गति देने के लिए केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चली योगी सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक बसावट वाले क्षेत्रों को जोड़ने की दिशा में कार्य योजना तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी है। यह प्रस्ताव प्रदेश के ऐसे क्षेत्रों को शामिल करने पर केंद्रित है, जहां अधिक आबादी रहती है और कनेक्टिविटी का अभाव है।

सरकार का उद्देश्य है कि इन क्षेत्रों में बनने वाली सभी सड़कें एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लेमेशन) तकनीक पर आधारित हों। यह तकनीक न केवल सड़कों की गुणवत्ता में सुधार करती है, बल्कि लागत में भी भारी बचत करती है। प्रदेश में एफडीआर तकनीक से सड़कों के निर्माण में अब तक लगभग 2500 करोड़ रुपये की बचत हुई है। इस उपलब्धि का विवरण केंद्र सरकार को भेजा जाएगा, ताकि भविष्य में राज्य के लिए अतिरिक्त धनराशि आवंटित करने का मार्ग प्रशस्त हो सके।

सड़कों की गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर जोर दे रही योगी सरकार

योगी सरकार सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सड़कों का निर्माण निर्धारित मानकों के अनुरूप हो। इसके लिए नियमित निरीक्षण और निगरानी का प्रावधान किया गया है। निर्माण कार्यों में शामिल ठेकेदारों के लिए कार्यशालाएं आयोजित करने की तैयारी है, ताकि उन्हें एफडीआर तकनीक और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के तरीकों की जानकारी दी जा सके।

ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को भी निर्देश दिया गया है कि वे अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाकर अधिक से अधिक क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण को प्राथमिकता दें। सीएम योगी का मानना है कि यदि घनी आबादी वाले क्षेत्रों को बेहतर सड़कों से जोड़ा जाए, तो वहां विकास की गति तेज हो सकती है। इससे न केवल आवाजाही आसान होगी, बल्कि रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।

कनेक्टिविटी से प्रदेश के विकास को गति देने में जुटी योगी सरकार

योगी सरकार के प्रयासों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच एक मजबूत परिवहन नेटवर्क तैयार करना है। सड़कें किसी भी क्षेत्र के विकास की रीढ़ होती हैं। बेहतर सड़कें न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाती हैं, बल्कि कृषि उत्पादों के विपणन और अन्य आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहित करती हैं। सरकार का यह प्रयास केवल सड़कों के निर्माण तक सीमित नहीं है। सड़कों की स्थायित्व और लंबे समय तक उपयोग सुनिश्चित करने के लिए नियमित मरम्मत और रखरखाव पर भी ध्यान दिया जा रहा है। योगी सरकार के इन प्रयासों से प्रदेश में सड़क निर्माण की गति में तेजी आई है। बेहतर सड़कों की उपलब्धता से ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच आसान हुई है। इसके अलावा, इन क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बल मिला है।

Continue Reading

Trending