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प्रादेशिक

सीएम योगी प्रदेशवासियों को दी खुशखबरी, यूपी में संक्रमण दर हुई 0.1% से भी कम

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कोरोना के नए वैरिएंट के परीक्षण-अध्ययन के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा की संक्रमण दर 0.1% से भी कम के स्तर पर आ चुकी है, जबकि रिकवरी दर 98.5% है।

इस दौरान मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश की स्थिति प्रतिदिन बेहतर होती जा रही है। बीते 24 घंटों में 2.66 लाख से अधिक टेस्ट किए गए हैं। 21 जिलों में संक्रमण का कोई मामला नहीं आया, जबकि 52 जिलों में मिले नए केस की संख्या इकाई अंकों में है। सीएम योगी ने कहा कि नए वैरिएंट की गहन पड़ताल के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। KGMU, लखनऊ में 100 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य प्रारंभ हो रहा है।

इसके नतीजे डेल्टा+ वैरिएंट की आशंका के दृष्टिगत बचाव के लिए जरूरी प्रयास करने में उपयोगी होंगे। कोविड के नए वैरिएंट के परीक्षण-अध्ययन के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को बढ़ाना आवश्यक है। KGMU की तर्ज पर वाराणसी और नोएडा के चिकित्सा संस्थानों में इस संबंध में सुविधाएं बढ़ाई जाएं।

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में उपकरणों की कोई कमी न रहे। बाइपैक मशीन, PICU, मोबाइल एक्स-रे मशीन सहित सभी जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। इनकी निर्माता कंपनियों से सीधे संवाद होना चाहिए:प्रदेश सरकार द्वारा भी विभिन्न नगरों को ‘स्मार्ट सिटी’ के रूप में विकसित करने की योजना संचालित है।

नगर विकास विभाग इस योजना को भी पूरी प्रतिबद्धता के साथ क्रियान्वित कराए। इसकी सतत समीक्षा की जाए:कोरोना से बचाव के लिए टीका-कवर उपयोगी है। प्रदेश में अब तक 03 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

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प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

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