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प्रादेशिक

जलेसर में खारे पानी की समस्या होगी दूर, घर घर मिलेगा शुद्ध पेयजल : सीएम योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्वाधीनता की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले एटा जिले की जलेसर विधानसभा सीट पर आयोजित चुनावी सभा में विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) रही हो या बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) अथवा कांग्रेस या दल सबके सब दलदल में फंसे हैं। सपा -बसपा सरकार में गरीबों के लिए संवेदना नहीं थी। सपा-बसपा की संवेदना पेशेवर अपराधी, गुंडों और माफिया प्रति थी।

विपक्ष की ये सरकारें प्रदेश के विकास के लिए अपशगुन थी। जबकि बीते पांच वर्षों में डबल इंजन की भाजपा सरकार ने वीरांगना अवंतीबाई के नाम से एटा में मेडिकल कॉलेज बनवाया है। और अगले पांच साल में किसानों को फ्री पानी देने के साथ ही जलेसर में खारे पानी की समस्या का समाधान हम करेंगे। हर घर नल योजना से हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाएंगे।

यहां जलेसर के एमजीएम इंटर कॉलेज मैदान पर आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने यह दावा किया है। इस चुनावी जनसभा की शुरुआत मुख्यमंत्री ने जलेसर में बनाए जाने वाले घंटे का जिक्र करते हुए की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलेसर का घंटा जब मंदिरों में बजता है तो वह देव ध्वनि करते हुए जलेसर को एक पहचान भी दिलाता हैं। जलेसर बने घंटे को लेकर यह मान्यता है कि उसकी ध्वनि अपशगुन को दूर करती है। इसलिए इस बार जलेसर का घंटा इतनी जोरदार तरीके से बजे ताकि उसकी आवाज से प्रदेश के विकास में अपशगुन रही विपक्षी सरकारें जलेसर से दूर हो जाएं, चारों खाने चित्त हो जाएं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने विस्तार से वर्ष 2017 के पहले रही सपा बसपा की सरकार की नाकामियों का उल्लेख किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले सपा -बसपा की सरकार में गुंडागर्दी होती थी। सपा सरकार में बमबाजी होती थी, दंगे होते थे। कर्फ्यू लगता था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा -बसपा की सरकार में गरीबों के लिए संवेदना नहीं थी। बेटियों की सुरक्षा के लिए भी उनमें संवेदना नहीं थी। किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए भी पूर्व की सरकारों में संवेदना नहीं थी। इनकी संवेदना सिर्फ पेशेवर अपराधियों और माफिया के प्रति थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की इन सरकारों ने किसानों के कर्ज माफ़ नहीं किए। बेटियों की सुरक्षा का प्रबंध नहीं किया। गरीबों को मकान और शौचालय नहीं दिए। चिकित्सा का प्रबंध नहीं किया और बुजुर्ग था विधवाओं की पेंशन तक रोकने का कार्य किया। जबकि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने वर्ष 2017 के बाद यूपी में विकास कार्य करने तथा गरीबों को खुशहाल बनाने पर ध्यान दिया। लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाने का कार्य किया। लोगों को फ्री वैक्सीन लगवाई। वही दूसरी तरफ कोरोना से बचाव को लेकर विपक्ष दुष्प्रचार करता रहा है।

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार ने प्रदेश में परिवर्तन लाने का कार्य किया है। वीरांगना अवंतीबाई के नाम से मेडिकल कॉलेज  बनाया है, बीते 70 साल बाद यह कार्य किसी ने नहीं किया था। एटा में हमारी सरकार ने 64 हजार किसानों का कर्जा माफ किया गया है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि से जिले के दो लाख 87 हजार किसानों को उनके खाते में पहुंचाए जा रहे हैं। जिले में 22 हजार से अधिक आवास को आवास डबल इंजन की सरकार ने गरीबों को दिए हैं, जबकि सपा सरकार में सिर्फ 18 हजार आवास ही स्वीकृत हुए थे, जो फाइलों में ही रहे किसी को दिए नहीं गए।  मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सपा ने दिव्यांगजनों और विधवाओं की पेंशन को रोकने का पाप भी किया था। हमारी सरकार सरकार प्रदेश के अंदर एक करोड़ लोगों को पेंशन दे रही है। युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन भी हम दे रहे हैं।

जलेसर के घंटे को भी ओडीओपी में शामिल कर उसे विश्वव्यापी पहचान हम दे रहे हैं। इसीक्रम में मुख्यमंत्री ने अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के मंदिर के लिए जलेसर के विकास मित्तल द्वारा दिए जाने वाले 2100 कुंतल के घंटे का भी जिक्र किया। फिर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को साकार करने का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपी की तरक्की के लिए भाजपा आज जरूरी है क्योंकि भाजपा के एक हाथ में विकास की छड़ी है तो दूसरे हाथ में माफियों के खात्मे के लिए बुलडोजर है। माफिया पर यह बुलडोजर चलता रहेगा। दंगाइयों की संपत्ति जब्त होती रहेगी। यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रत्याशी संजीव दिवाकर सहित एटा के चुनाव लड़ रहे सभी भाजपा प्र्ताशियों को जिताने की अपील की और जनसभा में आये लोगों से आग्रह किया कि वह जलेसर का घंटा इतने जोरदार तरीके से बजाए, जिससे विपक्ष चारों खाने चित्त हो जाएं।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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