प्रादेशिक
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में भारत महाशक्ति बनाने की ओर अग्रसरः सीएम योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को जनपद वाराणसी में टी-20 नेशनल दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट-2021 के समापन समारोह में प्रतिभागी खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण भी वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने दिव्यांगजन को 175 ट्राईसाइकिल, 30 व्हीलचेयर, 39 कान की मशीन, 31 आई0डी0 किट, 20 ब्रेल किट, 10 स्मार्ट केन, 10 छड़ी, 20 बैसाखी एवं 11 कैलीपर सहित कुल 345 कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण दिव्यांगजन को वितरित किए।
ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री के जनसेवा के 20 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 17 सितम्बर से 07 अक्टूबर, 2021 तक सेवा और समर्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिव्यांगजन में खेल-कूद के प्रोत्साहन हेतु 04 से 07 अक्टूबर, 2021 तक सिगरा स्थित डॉ0 सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम में 04 दिवसीय टी-20 नेशनल दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट-2021 का आयोजन किया गया था। टी-20 नेशनल दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट-2021 तथा दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्रि की हार्दिक बधाई के साथ-साथ विजयादशमी की अग्रिम शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देशवासियों का सौभाग्य है कि वर्ष 2014 व 2019 में काशी से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व किया। काशी के सांसद एवं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री व दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के रूप में सेवा के 20 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में देश नित्य नई ऊंचाइयों को छूते हुए भारत को दुनिया की महाशक्ति बनाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन ने अपनी दिव्यांगता को खेल के सामने बाधा नहीं बनने दिया। जज्बा और हौसला हो तो बड़ी से बड़ी बाधा दूर की जा सकती है। मुख्यमंत्री जी ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि टोक्यो में आयोजित पैरालम्पिक में भारत से 54 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, जिसमें खिलाड़ियों ने 05 स्वर्ण, 08 रजत एवं 06 कांस्य सहित कुल 19 पदक जीते। इन सभी खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री जी के संकल्प ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ को आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार शीघ्र ही उनको सम्मानित करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने विकलांग की जगह दिव्यांग शब्द दिया। विगत 07 वर्ष में देश में दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरित करने के अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम पूरे देश में बड़े पैमाने पर आयोजित किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार 10 लाख से अधिक दिव्यांगजन को पेंशन दे रही है। वर्तमान सरकार ने पेंशन की धनराशि बढ़ाने का भी कार्य किया है। दिव्यांगजन को शासन द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। दिव्यांगजन की शादी-विवाह के लिए सरकार सहयोग प्रदान कर रही है। उन्हें हर प्रकार से प्रोत्साहित किया जा रहा है। सिविल सर्विसेज में उनकी कैटेगरी को बढ़ा कर विभिन्न क्षेत्रों में उन्हें सेवा के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के रूप में जनसेवा के 20 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के जनसेवा का यह 20 वर्ष भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने वाले, एक नए भारत की संकल्पना को साकार करने वाले, भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती के साथ स्थापित करने वाले और भारत को सर्वांगीण विकास के मार्ग पर ले जाने वाले 20 वर्ष हैं। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अच्छे स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि उनका मार्गदर्शन व नेतृत्व लंबे समय तक इस देश को मिलता रहे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने टी-20 नेशनल दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामेंट-2021 के विजेता साउथ जोन व उपविजेता नॉर्थ जोन को पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी एवं चेक वितरित किए। गौरतलब है कि यह आयोजन ऑल इण्डिया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर फिजिकली चैलेन्ज्ड, मुम्बई के सौजन्य से किया गया है। इस टूर्नामेन्ट में एसोसिएशन से अधिकृत 06 राष्ट्रीय स्तर की टीमें-ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ, साउथ, सेन्ट्रल एवं प्रेसिडेन्ट एकादश ने प्रतिभाग किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने डॉ0 सम्पूर्णानन्द स्पोर्ट्स स्टेडियम में कोविड टीकाकरण केंद्र का शुभारंभ किया तथा 07 कोविड टीका एक्सप्रेस वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के निर्देशन व सहयोग से केयर इंडिया की ओर से कोविड टीका एक्सप्रेस चलायी गयी हैं।
यह टीका एक्सप्रेस वैन घर-घर जाकर 18 वर्ष से ऊपर के लोगों का कोविड टीकाकरण करेगी। इसके साथ ही, नगर के दो स्थानों में मेगा कोविड टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इन दो निर्धारित कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों की सुविधाओं के दृष्टिगत प्रातः देर रात्रि तक लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसी प्रकार, जनपद में 20 कोविड टीका एक्सप्रेस का संचालन किया जाएगा।
इसमें दो-दो वाहन प्रति विकास खण्ड एवं नगर क्षेत्र में चार वाहन चलाये जाएंगे। इन टीका एक्सप्रेस वाहनों के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्र एवं शहरी क्षेत्र की मलिन बस्तियों में लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री श्री अनिल राजभर, पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”
प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।
मिले सार्थक परिणाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।
लोगों को करेंगे जागरूक
कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।
04 श्रेणियों में होगा चयन
1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार
ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड
इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।
जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।
इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।
कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही
1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।
2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।
3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।
4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।
5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।
6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।
फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार
उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।
जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।
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