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उत्तर प्रदेश

किसान दिवस पर बिलारी में जाटों को साधेंगे CM योगी, मुरादाबाद की छह सीटों पर पर है नजर  

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CM Yogi will appeal to Jats in Bilari on Farmers Day

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बिलारी (मुरादाबाद)। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में भाजपा गठबंधन ने प्रदेश की 80 में 73 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसमें मुरादाबाद मंडल की सभी छह सीटें भी शामिल थीं। लेकिन 2019 के चुनाव में भाजपा गठबंधन की सीटें घटकर 64 हो गई। भाजपा को 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था।

सपा के गढ़ कहे जाने वाले मुरादाबाद मंडल की सभी छह सीटों पर भाजपा को शिकस्त मिली थी। सपा-बसपा गठबंधन ने छह सीटें जीतकर कब्जा किया था। दोनों दलों ने तीन-तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को मंडल की 27 में 17 सीटें हार गई थी।

सियासी उतार चढ़ाव और इंडिया गठबंधन को देखते भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव में मंडल में 2014 के प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। इसके लिए पार्टी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। भाजपा ने पश्चिमी यूपी में जाट मतदाताओं को रिझाने के लिए करीब दो साल पहले मुरादाबाद से ताल्लुक रखने वाले चौधरी भूपेंद्र सिंह को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।

वहीं मुरादाबाद और आसपास के जिलों में यादव बिरादरी को देखते हुए करीब महीने भर पहले भाजपा ने सुभाष यदुवंश को पश्चिमी यूपी का प्रभारी बनाया है। सपा-रालोद गठबंधन को देखते हुए भाजपा जाट मतदाताओं को साधने में लगी है। इसके लिए भाजपा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा अनावरण और किसान सम्मेलन के सहारे सपा के गढ़ में रालोद को घेरने की तैयारी में है।

23 दिसंबर को किसान दिवस पर बिलारी में आयोजित प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम और किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन के बहाने वह सियासी तीर चलाएंगे। फिलहाल अखिल उत्तर प्रदेश जाट महासभा की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम से सपा और रालोद ने दूरी बना रखी है।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मुरादाबाद मंडल की सीटों के परिणाम

लोकसभा क्षेत्र विजयी दल पराजित दल जीत का अंतर

मुरादाबाद सपा-6,49,538 भाजपा-5,51,416 98,122

अमरोहा बसपा-6,01,082 भाजपा-5,37,834 63,248

रामपुर सपा-5,59,177 भाजपा-4,49,180 1,09,997

संभल सपा-6,58,006 भाजपा-4,83,180 1,74,826

बिजनौर बसपा-5,56,556 भाजपा-4,86,362 69,941

नगीना बसपा-5,68,378 भाजपा-4,01,546 1,66,832

किसी लोकसभा क्षेत्र में कितने जाट मतदाता

लोकसभा क्षेत्र– जाट मतदाता

मुरादाबाद 1 लाख

अमरोहा 2 लाख

संभल 1.25 लाख

रामपुर 1.25 लाख

बिजनौर 3 लाख

नगीना 1.25 लाख

नोट : आंकड़े अनुमानित है। रामपुर में जाटों में सिख जाट भी शामिल हैं।

बिलारी में दो साल पहले हुआ था प्रदेश स्तरीय सम्मेलन

बिलारी में दो साल पहले अखिल उप्र जाट महासभा का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन हुआ था। सम्मेलन में प्रदेशभर के जाट समुदाय के लोगों ने शिरकत किया था। इसमें गांव ढकिया नरू के रहने वाले जितेंद्र सिंह को महासभा का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया था।

पहले बिलारी-मुरादाबाद मार्ग पर तलाशी गई थी भूमि

पहले बिलारी-मुरादाबाद और बिलारी-सिरसी मुख्य सड़क मार्ग पर प्रतिमा स्थापित करने के लिए भूमि तलाशी गई थी। यहां उपयुक्त भूमि न मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष के गांव के पास ही चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा बनवाई गई। प्रतिमा स्थल परिसर में ही जाट भवन, वृद्ध आश्रम और ऑडिटोरियम भी होगा।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ को फायर फ्री जोन बनाने की योजना

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को श्रद्धालुओं के लिए हर तरह से सुरक्षित किए जाने को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। महाकुंभ के दौरान आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए मैनपावर और स्पेशल फायर व्हीकल्स की संख्या में भारी वृद्धि की गई है। वहीं, अत्याधुनिक डिवाइसेज को भी तैनात किए जाने की योजना है। प्रत्येक सेक्टर में दमकल कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। आग की घटनाओं की मॉनीटरिंग के लिए एआई से लैस फायर डिटेक्शन कैमरों को इंस्टॉल किया गया है। वहीं, रिस्पॉन्स टाइम को भी महज 2 मिनट का रखा गया है, ताकि किसी तरह की घटना पर मिनटों में काबू पाया जा सके। सरकार का पूरा प्रयास यही है कि इस बार का महाकुंभ पूरी तरह जीरो फायर इंसिडेंट के रूप में संपन्न हो और अग्निशमन विभाग की ओर से इसी दिशा में काम किया जा रहा है।

अखाड़ों में भी लगेंगे 5 हजार एक्सटींगुशर

प्रयागराज के मुख्य अग्निशमन अधिकारी और महाकुंभ के नोडल अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि इस बार महाकुंभ को जीरो फायर इंसिडेंट बनाने का पूरा प्रयास होगा। इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है। इसके लिए एडवांस रेस्क्यू टेंडर तैनात किए जा रहे हैं। 200 स्पेशल ट्रेन्ड रेस्क्यू ग्रुप को तैनात किया जा रहा है। वहीं, अखाड़ों में आग की घटनाओं को काबू करने के लिए 5000 स्पेशल फायर एक्स्टींगुशर प्रदान किए जा रहे हैं। यही नहीं, मेले में बड़ी संख्या में एआई लाइसेंस वाले फायर डिटेक्शन कैमरों को भी इंस्टॉल किया जा रहा है। ये कैमरे भी पहली बार उपयोग में लाए जा रहे हैं जो आग की घटनाओं पर नजर रखेंगे और यदि कहीं इस तरह की घटना होती है तो तत्काल कंट्रोल रूम के माध्यम से चंद सेकेंड्स में फायर स्टेशन को सूचना मिल सकेगी। सूचना मिलते ही दो मिनट के अंदर दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचेंगी और आग पर काबू पाने का प्रयास करेंगी।

हर सेक्टर में तैनात होंगे दमकलकर्मी

उन्होंने बताया कि 2019 कुंभ की तुलना में इस बार अधिक मैनपावर और अधिक व्हीकल्स को डेप्लॉय किया जा रहा है। 2019 में जहां 43 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए गए थे, वहीं 2025 महाकुंभ में 50 टेंपरेरी फायर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इसी तरह 2019 के 15 टेंपरेरी फायर पोस्ट की जगह इस बार 20 टेंपरेरी फायर पोस्ट बनाई जा रही हैं। 43 फायर वॉच टॉवर की तुलना में इस बार 50 फायर वॉच टॉवर होंगे, जबकि 4200 की जगह 7000 से अधिक फायर हाइड्रेंट्स लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त 75 की जगह इस बार 150 से ज्यादा फायर रिजर्व वाटर टैंक्स को उपयोग किया जाएगा। मैनपावर की बात करें तो 2019 में 1551 कर्मियों को यहां डेप्लॉय किया गया था, जबकि इस बार यह संख्या बढ़कर 2071 कर दी गई है। इसी तरह 2019 में कुल 166 व्हीकल्स का डेप्लॉयमेंट था तो इस बार यह संख्या लगभग दोगुनी बढ़कर 351 हो गई है।

अत्याधुनिक उपकरणों का होगा उपयोग

2013 में कुल 612 फायर इंसिडेंट हुए थे, जहां 6 लोगों की जान गई थी और 15 बर्न इंजरीज हुई थीं तो वहीं 2019 में योगी सरकार ने कुंभ के दौरान चाक चौबंद प्रबंध किए जिससे पूरे कुंभ के दौरान 55 फायर इंसिडेंट्स के बावजूद न ही कोई बर्न इंजरी हुई और न ही किसी की जान गई। इससे भी आगे बढ़कर 2025 महाकुंभ में योगी सरकार अधिक मैनपावर, अधिक गाड़ियां और अधिक सतर्कता बरतते हुए फायर इंसिडेंट्स की संख्या को भी जीरो करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अत्याधुनिक डिवाइसेज इस्तेमाल किए जा रहे हैं। कई ऐसे डिवाइसेज भी हैं जो पहली बार यहां उपयोग में लाए जाएंगे। इसके साथ ही, महाकुंभ में तैनात सभी दमकल कर्मियों की स्पेशल ट्रेनिंग भी कराई गई है। सभी कोर ग्रुप्स के प्रैक्टिकल सेशन की भी व्यवस्था की गई है। एक्सटर्नल आडिट के लिए उत्तराखंड फायर एंड इमरजेंसी सर्विस के साथ एमओयू किया गया है। वहीं नेशनल फायर सर्विस कॉलेज नागपुर के साथ भी एमओयू किया गया है।

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