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नेशनल

विपक्षी एकता में फिर आई दरार, कर्नाटक में शपथग्रहण समारोह से ममता बनर्जी ने बनाई दूरी

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Mamata Banerjee

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नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत के बाद शपथग्रहण समारोह द्वारा विपक्षी एकता की चमकती तस्वीर दिखाने के प्लान को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाने का फैसला किया है।

ममता ने अपनी सांसद को बनाया प्रतिनिधि

ममता ने कर्नाटक के सीएम के शपथग्रहण समारोह से दूरी बनाते हुए अपनी प्रतिनिधि को भेजने का फैसला किया है। जानकारी देते हुए सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार ममता बनर्जी की ओर से कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगी।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कई मुख्यमंत्रियों और पार्टी नेताओं को निमंत्रण दिया है और उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।

विपक्ष के इन बड़े नेताओं को भेजा गया निमंत्रण

मल्लिकार्जुन खरगे ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस समारोह में आमंत्रित किया है। नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला को भी निमंत्रण भेजा गया है।

वहीं, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, सीपीआई-एम के महासचिव सीताराम येचुरी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ-साथ जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन को भी निमंत्रण भेजा गया है। सीपीआई महासचिव डी राजा को भी खरगे ने फोन कर बुलाया है।

इन नेताओं को नहीं भेजा गया न्योता

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया है।

नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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