उत्तर प्रदेश
पहले होते थे दंगे, अब निवेशकों की पहली पंसद बना उत्तर प्रदेश: सीएम योगी
बिजनौर में 267 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश में प्रदेश की बदली छवि का श्रेय बेहतर कानून व्यवस्था को देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश के अंदर कानून व्यवस्था की एक नई मिसाल बन गया है। कभी उप्र दंगों के लिए जाना जाता था। रोज दंगे होते थे। इससे विकास बाधित होता था और कोई प्रदेश में आना नहीं चाहता था, लेकिन अब प्रदेश में कोई दंगा नहीं होता।
प्रदेश में आज निवेश के लिए निवेशक आ रहे हैं, रोजगार का सृजन हो रहा है, जो उत्तर प्रदेश के बदलते स्वरूप को दर्शाता है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बिजनौर में 267 करोड़ की लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में कही।
व्यापारी और उद्यमियों की सुरक्षा में नहीं लगाने दी जाएगी सेंध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में ही जारी एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश का एक ऐसा राज्य बन गया है जहां साढ़े पांच वर्षों में कोई दंगा नहीं हुआ। आज उत्तर प्रदेश विकास के बारे में सोच रहा है। प्रदेश के अंदर हाइवे, एक्सप्रेस वे और एयरपोर्ट बन रहे हैं।
एक जिला एक मेडिकल कॉलेज की दिशा में उत्तर प्रदेश कार्य कर रहा है। वहीं सरकार ने तय किया है कि हम हर नागरिक को सुरक्षा देंगे, लेकिन अगर किसी ने सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य किया तो अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टाॅलरेंस की नीति के तहत सरकार कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि यूपी में व्यापारियों और उद्यमियों की सुरक्षा में सेंध नहीं लगने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजनौर के जन प्रतिनिधियों, जिला प्रशासन और जनता जनार्दन ने ठाना है कि मालन नदी का पुनरोद्धार करना है। कोटद्वार के पास मालन नदी के तट पर ही कण्व आश्रम पड़ता है, जहां पर भरत का लालन पालन हुआ था और प्रतापी सम्राट के नाम पर इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा था। उसी परंपरा का साक्षी बनने का अवसर हम सबको प्राप्त हो रहा है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने यहां मालन नदी की पूजा अर्चना भी की।
38 करोड़ की लागत से मुरादाबाद-हरिद्वार-देहरादून मार्ग का चौड़ीकरण
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि बिजनौर मुरादाबाद फोर लेन मार्ग 208 करोड़ की लागत से आज बनकर तैयार हो गया है। इसी प्रकार रेहड़, कहरीपुर, बादीगढ़, सूरजन नगर मार्ग के चौड़ीकरण सुदृढ़ीकरण के लिए 51 करोड़ 81 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है। मुरादाबाद-हरिद्वार-देहरादून राज्य मार्ग के चौड़ीकरण सुदृढ़ीकरण के लिए 38 करोड़ 32 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है।
साथ ही नगीना हरैवली सेहपुर राज्य मार्ग के लिए 15 करोड़ 23 लाख की धनराशि दी गई है। साथ ही दतियानाथ, चांदपुर नुरपुर मार्ग को 28 करोड़ 7 लाख की धनराशि से पूर्ण कर लिया गया है। वहीं धामपुर में 100 बेड के एक अस्पताल के कार्य को भी आगे बढ़ाया गया है।
बिजनौर की जनता को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का किया कार्य
सीएम योगी ने कहा कि राजकीय पॉलीटेक्निक राहतपुर खुर्द के मुख्य भवन वर्कशॉप के लिए भी 8 करोड़ की धनराशि शासन ने उपलब्ध कराई है। राजकीय महाविद्यालय मीरापुर बांदर के निर्माण के लिए भी 7 करोड़ 87 लाख रुपये उपलब्ध कराए गए हैं और कलेक्ट्रेट के नये भवन के लिए 10 करोड़ 41 लाख की धनराशि उपलब्ध कराई गयी है।
इसी प्रकार से नजीबाबाद के बस स्टेशन के लिए 4 करोड़ 30 लाख की धनराशि उपलब्ध कराके बिजनौर की जनता को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ने का कार्य किया गया है। साथ ही 281 करोड़ की लागत से महात्मा विदुर राजकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।
अगले सत्र तक उपलब्ध कराएंगे मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री के अनुसार सरकार का प्रयास है कि अब बिजनौर के नौजवानों को अगले सत्र तक मेडिकल कॉलेज उपलब्ध कराया जाए, जिससे उन्हें यहीं प्रवेश की सुविधा उपलब्ध हो सके। इस मेडिकल कॉलेज के जरिए लोगों को चिकित्सा सुविधा भी मिलने लगे।
उन्होंने बताया कि नगीना काशीपुर हरिद्वार मार्ग के लिए राज्य सरकार धनराशि स्वीकृत करने जा रही है। साथ ही मेरठ बिजनौर खंड का कार्य भी प्रगति पर है। इस प्रकार की तमाम योजनाओं को लेकर चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि क्षेत्र की हो या फिर रोजगार सृजन के लिए अनेक परियोजनाओं का काम हो, इसे हम प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं।
हर परिवार की करा रहे मैपिंग ताकि सभी को मिले नौकरी और रोजगार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के लिए आवास की सुविधा नहीं होती थी। आपने देखा होगा कि नई पुलिस लाइन में 12-12 मंजिल की इमारत बनायी गई है, जहां आवासीय सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक बैरक का निर्माण कराया गया है, आज हर एक पुलिस लाइन इसका निर्माण हो रहा है।
बिजनौर की नई पुलिस लाइन में महिला हॉस्टल का काम पूरा हो चुका है। वहीं पुलिस कार्मिकों के लिए भी बेहतरीन आवासीय सुविधा उपलब्ध हो इस कार्य को भी प्राथमिकता के आधार पर आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है, उसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
बिजनौर राजधानी लखनऊ से दूर होते हुए भी चुपचाप विकास की प्रक्रिया के साथ जुड़ करके अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक पहचान को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। ऐसे में मैंने आज तय किया कि मैं आज बिजनौर में रहूंगा और यहां के समग्र विकास की रूपरेखा, यहां के जनप्रतिनिधियों, प्रशासन, विभिन्न संगठनों के साथ बैठ करके इस रूपरेखा को आगे बढ़ाने का काम करूंगा।
बिजनौर का समग्र विकास डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता है। बिजनौर के नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराना इस सरकार की प्राथमिकता का हिस्सा है। सरकार हर परिवार की मैपिंग करा रही है ताकि जिस परिवार को अबतक नौकरी, रोजगार नहीं मिला है उसे नौकरी और रोजगार से जोड़ा जाए।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”
प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।
मिले सार्थक परिणाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।
लोगों को करेंगे जागरूक
कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।
04 श्रेणियों में होगा चयन
1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार
ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड
इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।
जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।
इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।
कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही
1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।
2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।
3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।
4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।
5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।
6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।
फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार
उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।
जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।
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