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उत्तर प्रदेश

कानपूर में इलेक्ट्रॉनिक बस ने राहगीरों को रौंदा, 6 की मौत, 9 घायल

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उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक बेकाबू इलेक्ट्रिक बस ने राहगीरों को रौंद दिया। बस कई वाहनों को टक्कर मारते हुए डंपर से टकराई। इस दर्दनाक हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई और 9 घायल हैं, जिन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उनका इलाज जारी है।

बता दें कि ये भयानक हादसा कानपुर के बाबूपुरवा थाना इलाके के टाटमिल चौराहे के पास हुआ। इस भीषण दुर्घटना के बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जान लें कि घटना के बाद डीसीपी पूर्वी कानपुर और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। क्रेन की मदद से पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाया।

कानपुर में इलेक्ट्रिक बस ने 17 वाहनों को रौंदा, 6 की मौत - Impact Voice

बता दें कि घंटाघर से टाटमिल की तरफ जा रही इलेक्ट्रिक बस ने कई वाहनों को टक्कर मार दी। इस दौरान कुछ पैदल जा रहे राहगीर भी बस की चपेट में आ गए। ट्रक से टकराने के बाद बस रुकी और फिर बस का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। गौरतलब है कि पुलिस ने राहत-बचाव कार्य करते हुए कई लोगों को इलाज के लिए नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।

कानपुर में इलेक्ट्रिक बस ने ली 6 की जान - tvbharat.in

डीसीपी पूर्वी ने बताया कि अनियंत्रित बस ने कार और बाइकों को टक्कर मारी। पुलिस को जैसे ही घटना की जानकारी मिली कई थानों का फोर्स मौके पर रवाना किया गया। वहीं एम्बुलेंस से घायलों को अस्पताल भेजा गया। अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। बस ड्राइवर का पता लगाया जा रहा है। हादसे के कारण की जांच की जाएगी।

 

 

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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