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प्रादेशिक

बाढ़ व अतिवृष्टि से हुए हर नुकसान की होगी भरपाई: सीएम योगी

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। विकास की प्रक्रिया का लाभ समाज के हर तबके को बिना भेदभाव के प्राप्त हो, इसका दायित्व जनप्रतिनिधियों व प्रशासन का है। आवश्यकता इस बात की भी है कि नागरिक भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए जागरूक होकर विकास के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में सहभागी बनें।

सीएम योगी बुधवार को कस्बा संग्रामपुर उर्फ उनवल में 20.27 करोड़ रुपये की लागत से बने 3.50 किमी लंबे बाईपास एवं 2.12 करोड़ रुपये की लागत वाले नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उर्फ उनवल के कार्यालय भवन का लोकार्पण करने के बाद यहां आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास कार्यों के माध्यम से प्रत्येक नागरिक के जीवन में परिवर्तन लाने की दिशा में कार्य कर रही है। विकास में धन की कमी आड़े नहीं आएगी।

उपस्थित जनसमूह को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में जब नगर पंचायतों का गठन किया जा रहा था तो जनपद की सबसे बड़ी ग्राम पंचायतों में से एक कस्बा संग्रामपुर उनवल को उस समय प्रदेश की पहली नगर पंचायत के रूप में गठित किया गया। इस नगर पंचायत के अपने भवन के लिए 2.12 करोड़ तथा अन्य विकास कार्यों के लिए 12.85 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए गए। इस नगर पंचायत में गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 4168 आवास स्वीकृत किए गए जिनमें से 2692 आवास पूर्ण हो चुके हैं। यहां 329 लोगों को पीएम स्वनिधि योजना की सुविधा मिली है जबकि 750 लोगों को स्वच्छ भारत मिशन के तहत व्यक्तिगत शौचालय योजना का लाभ मिला है। साथ ही सात सामुदायिक व एक पिंक शौचालय का निर्माण किया गया है। इस नगर पंचायत में 338 पात्रों को वृद्धावस्था पेंशन तथा 152 निराश्रित महिलाओं को पेंशन का लाभ मिल रहा है। उनवल को नगर पंचायत का दर्जा देने के साथ ही लोगों की आवागमन की सुविधा हेतु 20 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बाईपास भी बनवाया गया।

स्वास्थ्य के साथ क्षेत्र की पहचान से जुड़ी होती है स्वच्छता

मुख्यमंत्री ने लोगों से स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध करते हुए कहा कि स्वच्छता, स्वास्थ्य के साथ ही क्षेत्र की पहचान से जुड़ी होती है। गांव, कस्बा गंदा रहेगा तो लोगों की धारणा ठीक नहीं रहेगी जबकि साफ-सफाई दिखने पर लोग तारीफ करेंगे। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत कर घर-घर शौचालय की सुविधा दी। साफ सफाई के कार्यक्रम बड़े पैमाने पर चलने लगे। स्वच्छ भारत मिशन सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंदगी से बीमारियों को पनपने का मौका मिलेगा। गंदगी समाप्त होने पर बीमारी भी स्वतः समाप्त हो जाएगी। साफ सफाई पर दिए गए विशेष ध्यान के चलते ही इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौतों के आंकड़े समाप्ति की ओर हैँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवाली से पूर्व जनसहभागिता से हर मोहल्ले, वार्ड, नगर को साफ सुथरा बनाने का कार्य होना चाहिए।

नगरीय कूड़ा प्रबंधन का तैयार करें मॉडल

सीएम योगी ने कहा कि नगरीय कूड़ा प्रबंधन अभी भी चुनौती बना हुआ है। इसके लिए नगर पंचायतें कम खर्च में बेहतरीन मॉडल बना सकती हैं। नगरीय कूड़े को अभी से व्यवस्थित करने पर कार्य करना होगा अन्यथा कूड़े के ढेर बीमारियों के कारण बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि सफाई व कूड़ा प्रबंधन की कार्ययोजना बनाकर नगर पंचायतों में कस्बा संग्रामपुर नम्बर एक बन सकता है। अभी यह तीसरे पायदान पर है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करें। यह कार्य समाज पर उपकार के समान होगा।

बाढ़ व अतिवृष्टि से हुए हर नुकसान की होगी भरपाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ व अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। हर पीड़ित को राहत सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। जनहानि पर सरकार की पूरी संवेदना है और प्रभावित परिवार को शीघ्र ही मुआवजा उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके अलावा फसलों व अन्य क्षति के मुआवजे के लिए भी आकलन कराया जा रहा है।

योगी के चलते गोरखपुरिया बताने में होती है गर्व की अनुभूति:रविकिशन

लोकार्पण समारोह में सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि जो लोग पहले खुद को गोरखपुर की बजाय ‘नार्थ’ का बताते थे, सीएम योगी के नेतृत्व में आए अद्भुत बदलाव से अब गोरखपुरिया कहने में गर्व की अनुभूति करते हैं। पहले अपराध के कारण गोरखपुर की पहचान ईस्ट शिकागो की थी। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इसकी पहचान कानून व्यवस्था, विकास, निवेश के पसन्दीदा स्थल के रूप में है। स्वागत संबोधन सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल तथा नगर पंचायत उनवल के चेयरमैन उमाशंकर निषाद ने किया। इस अवसर पर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, चिल्लूपार के विधायक राजेश त्रिपाठी, पूर्व विधायक देव नारायण उर्फ जीएम सिंह, भाजपा के जिला प्रभारी अजय सिंह गौतम, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, आदि मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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