Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

खौफजदा कश्मीरी पंडित करेंगे कश्मीर घाटी से पलायन, जम्मू जाने का फैसला

Published

on

Loading

श्रीनगर। कश्मीर घाटी में लगातार हो रही टारगेट किलिंग्स ने यहाँ के कश्मीरी पंडितों, प्रवासी हिंदुओं और सरकारी नौकरी करने वाले मुस्लिमों में खौफ पैदा कर दिया है।

कुलगाम में आज गुरुवार को एक बैंक की शाखा में घुसकर आतंकियों ने मैनेजर विजय कुमार की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने शुक्रवार से बड़ी संख्या में पलायन करने का फैसला लिया है।

बता दें बीते तीन दिनों में किसी हिंदू की यह दूसरी हत्या थी। इससे पहले मंगलवार को स्कूल टीचर रजनी बाला का मर्डर आतंकियों ने कर दिया था। पिछले दिनों राहुल भट की हत्या भी आतंकियों ने तहसील परिसर में ही घुसकर की थी।

इन सब घटनाओं के चलते कश्मीरी पंडितों ने शुक्रवार से बड़ी संख्या में पलायन करने का फैसला लिया है। बैंक मैनेजर की जघन्य हत्या के बाद यह फैसला लिया गया है।

घाटी में प्रदर्शन कर रहे सरकारी कर्मचारियों के कॉर्डिनेटर अमित रैना ने कहा कि ट्रांजिट कैंपों में रह रहे सरकारी कर्मचारियों ने आंदोलन को वापस ले लिया है। अब हम सभी लोगों ने जम्मू जाने का फैसला लिया है।

रैना ने में कहा, घाटी में हर स्थान पर आंदोलन को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया है। हर दिन अल्पसंख्यकों की जानें ली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब घाटी में रह रहे अल्पसंख्यकों के पास यहां से निकलने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं बचा है।

रैना ने कहा कि शुक्रवार को सभी आंदोलनकारियों से नवयुग टनल के पास जुटने को कहा गया है। वहां सभी के एकत्र होने के बाद भविष्य को लेकर फैसला लिया जाएगा।

बता दें बीते 5 महीने में यह 17वीं टारगेट किलिंग थी। कश्मीरी पंडितों, प्रवासी हिंदुओं और सरकारी नौकरी करने वाले मुस्लिमों की लगातार टारगेट किलिंग्स हो रही हैं।

ट्रक तैयार हैं, कभी भी निकलना पड़ सकता है

बारामूला में हिंदू कश्मीरी पंडित कॉलोनी में रहने वाले अवतार कृष्ण भट ने कहा, ‘हमने ट्रकों को तैयार रखा है क्योंकि कभी भी यहां से निकलना पड़ सकता है। टारगेट किलिंग्स ने हमें झटका दिया है और हम चाहते हैं कि सरकार हमें तत्काल दूसरे स्थान पर बसा दे।’ अब तक 100 से अधिक हिंदू परिवारों ने कश्मीर से पलायन कर लिया है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending