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चमत्कारों से भरा है फिनटेक उद्योग, बनाए रखना होगा लोगों का विश्वास: पीएम मोदी

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मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को कहा कि फिनटेक क्षेत्र को लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए सुरक्षा और विश्वसनीयता जैसे मुद्दों पर अथक प्रयास करने की जरूरत है। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में अपने संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि यह क्षेत्र कई तरह के चमत्कारों से भरा है और उन पर काम किया जा सकता है।

पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि नवाचार हमारा मंत्र रहा है। उन्होंने कहा कि जन-धन, आधार और मोबाइल (Jam Trinity) द्वारा सार्वजनिक वितरण में क्रांति आई है। डिजिटल भुगतान को जीवन का एक अंग बनाने में यूपीआई की सफलता और फिनटेक तथा स्टार्टअप स्पेस में नवाचार से भारत की ख्याति बढ़ी है। कार्यक्रम में पीएम मोदी का भाषण जीएफएफ 2022 सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष क्रिस गोपालकृष्णन ने पढ़ा।

अभूतपूर्व है बैंकिंग सेक्टर की प्रगति

पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि कुछ दिन पहले हालत यह थी कि आबादी के एक बड़े हिस्से को बैंकिंग सुविधाएं मयस्सर नहीं थीं और अब भारत बैंकों तक पहुंच के मामले में न केवल पूर्णता की ओर बढ़ रहा है, बल्कि डिजिटल रूप से पूरी तरह तैयार है। यह एक अभूतपूर्व यात्रा रही है।

लोगों का भरोसा कायम रखना बड़ी जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री ने कहा कि फिनटेक डोमेन से जुड़े लोग अच्छी तरह जानते हैं कि नवाचार को बनाए रखना बहुत जरूरी है। सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए लोगों के भरोसे को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए तेजी से काम करना होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में फिनटेक डोमेन ने समावेशी होने के कारण लोगों का भरोसा जीता है। गरीब से गरीब व्यक्ति को बेहतर गुणवत्ता वाली वित्तीय सेवाएं देकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है।

पीएम मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस आयोजन में होने वाला विचार-विमर्श इस बात पर केंद्रित होगा कि फिनटेक क्षेत्र ‘अमृत काल’ में एक महत्वपूर्ण भूमिका कैसे निभा सकता है, जिससे एक मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत का निर्माण हो सके।

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World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल

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बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।

180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए

दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।

ये रिकॉर्ड टूटे

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक

एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स

⁠एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया

 

 

 

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