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उत्तर प्रदेश

GIS की तैयारियां अंतिम चरण में, CM योगी समेत 16 मंत्री करेंगे 20 देशों का दौरा

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CM Yogi brijesh pathak keshav maurya in GIS

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लखनऊ। उप्र की राजधानी लखनऊ में अगले साल 10 से 12 फरवरी तक होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट (Global Investor Summit- GIS) की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उनकी टीम इस महीने पूंजी निवेश लाने को 20 अलग-अलग देशों की यात्रा पर निकल रही है। मुख्यमंत्री उद्योग व कारोबार के बड़े गंतव्य लंदन, न्यूयार्क, डैलेस, शिकागो जाएंगे।

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मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ व उनकी टीम इस महीने पूंजी निवेश लाने को 20 अलग-अलग देशों की यात्रा पर निकल रही है। मुख्यमंत्री उद्योग व कारोबार के बड़े गंतव्य लंदन, न्यूयार्क, डैलेस, शिकागो व सैनफ्रांसिस्को का दौरा करेंगे।

इस यात्रा का मकसद विभिन्न देशों में जाकर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों व कंपनियों को आमंत्रित करना व यूपी में निवेश के लिए तैयार करना है। यह समिट लखनऊ में अगले साल 10 से 12 फरवरी तक होनी है। इसके जरिए योगी सरकार ने 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश यूपी में लाने का लक्ष्य रखा है।

इसके लिए विदेशों में यूपी की ब्रांडिंग करने को विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय शहरों में निवेशकों के साथ बैठकें होंगी। मुख्यमंत्री के अलावा जाने वाले मंत्री भी अलग अलग दिन विदेशों का दौरा कर कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मिलेंगे और यूपी में निवेश की आपार संभावनाओं के बारे में बताएंगे। हर समूह में दो मंत्री रखे गए हैं।

मुख्यमंत्री गुजरात प्रचार अभियान के बाद निकलेंगे

मुख्यमंत्री इन दिनों विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में लगे हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए अभी उनके दौरे शुरू होने हैं। उसी हिसाब उनके जाने के कार्यक्रम तय होगा।

माना जा रहा है कि वह 28 नवंबर तक यात्रा पर निकलेंगे। अमेरिका व ब्रिटेन की यह उनकी पहली यात्रा होगी। इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा आईएएस, इन्वेस्ट यूपी के अधिकारी व अन्य भी इस दौरे में शामिल किए जा रहे हैं।

केशव पेरिस तो ब्रजेश पाठक ब्राजील जाएंगे

उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य 29 नंवबर से पांच दिसंबर तक नीदरलैंड के आइंड हावन व फ्रांस की राजधानी पेरिस का दौरा करेंगे। उनके साथ आईटी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय रहेंगे।

उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक 8 दिसंबर से 14 दिसंबर तक मैक्सिको सिटी, रिया द जनेरियो (ब्राजील), व म्नयूस आयर्स (अर्जेंटीना) जाकर निवेशकों से मुलाकात करेंगे। उनके साथ मत्स्य मंत्री संजय निषाद भी रहेंगे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना व पशुधन मंत्री धर्मपाल 28 नवंबर से 5 दिसंबर तक टोरेंटो, मॉन्ट्रियल, वैंकूवर, व लॉस एंजिल्स की यात्रा करेंगे।

मंत्रियों के दौरे 18 नवंबर से 20 दिसंबर तक 

वित्तमंत्री सुरेश खन्ना एक से 5 दिसंबर तक दुबई, आबुधाबी में रहेंगे।

औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी व 7 दिसंबर से 20 दिसंबर तक म्यूनिख, ब्रसेल्स, स्टाकहोम, पोर्टलुइस व जोहान्सबर्ग की यात्रा करेंगे। उनके साथ लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद भी रहेंगे।

प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल व पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह 18 से 23 नवंबर तक जापान व दक्षिण कोरिया की यात्रा पर रहेंगे। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा 16 से 22 दिसंबर तक सिडनी, सिंगापुर व बैंकाक की यात्रा करेंगे।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व बाल विकास पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य 23 नवंबर को इजराइल के प्रमुख शहर तेलअवीव जाएंगे। गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी को श्रम मंत्री अनिल राजभर के साथ 15 से 20 दिसंबर तक पोर्टलुइस व जोहान्सबर्ग का दौरा करेंगे।

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उत्तर प्रदेश

हर्षवर्धन और विक्रमादित्य जैसे प्रचंड पुरुषार्थी प्रशासक हैं योगी आदित्यनाथ : स्वामी अवधेशानंद गिरी

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महाकुम्भ नगर। जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने महाकुम्भ 2025 के भव्य और सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना प्राचीन भारत के महान शासकों हर्षवर्धन और विक्रमादित्य से की। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उन महान शासकों की परंपरा को नए युग में संवर्धित किया है। वे केवल एक शासक नहीं, बल्कि प्रचंड पुरुषार्थ और संकल्प के धनी व्यक्ति हैं। उनके प्रयासों ने महाकुम्भ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

भारत की दृष्टि योगी आदित्यनाथ पर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि भारत का भविष्य योगी आदित्यनाथ की ओर देख रहा है। भारत उनसे अनेक आकांक्षाएं, आशाएं और अपेक्षाएं रखे हुआ है। भारत की दृष्टि उनपर है। उनमें पुरुषार्थ और निर्भीकता है। वे अजेय पुरुष और संकल्प के धनी हैं। महाकुम्भ की विराटता, अद्भुत समागम, उत्कृष्ट प्रबंधन उनके संकल्प का परिणाम है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत का राष्ट्र ऋषि बताते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में योगी जी ने महाकुम्भ को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। आस्था का यहां जो सागर उमड़ा है, इसके लिए योगी आदित्यनाथ ने बहुत श्रम किया है। चप्पे चप्पे पर उनकी दृष्टि है।

हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज सनातन का सूर्य सर्वत्र अपने आलोक रश्मियों से विश्व को चमत्कृत कर रहा है। भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। संसार का हर व्यक्ति महाकुम्भ के प्रति आकर्षित हो रहा है। हर क्षेत्र में विशिष्ट प्रबंधन और उच्च स्तरीय व्यवस्था महाकुम्भ में दिख रही है। भक्तों के बड़े सैलाब को नियंत्रित किया जा रहा है। सुखद, हरित, स्वच्छ, पवित्र महाकुम्भ उनके संकल्प में साकार हो रहा है। हम अभिभूत हैं ऐसे शासक और प्रशासक को पाकर, जिनके सत्संकल्प से महाकुम्भ को विश्वव्यापी मान्यता मिली है। यूनेस्को ने इसे सांस्कृतिक अमूर्त धरोहर घोषित किया है। यहां दैवसत्ता और अलौकिकता दिखाई दे रही है। योगी आदित्यनाथ के प्रयास स्तुत्य और अनुकरणीय हैं तथा संकल्प पवित्र हैं। विश्व के लिए महाकुम्भ एक मार्गदर्शक बन रहा है, अनेक देशों की सरकारें सीख सकती हैं कि अल्पकाल में सीमित साधनों में विश्वस्तरीय व्यवस्था कैसे की जा सकती है।

आस्था का महासागर और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक

महामंडलेश्वर ने महाकुम्भ को सनातन संस्कृति का जयघोष और भारत की आर्ष परंपरा की दिव्यता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व नर से नारायण और जीव से ब्रह्म बनने की यात्रा का संदेश देता है। महाकुम्भ को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन दिखाता है कि हम अलग अलग जाति, मत और संप्रदाय के होने के बावजूद एकता के सूत्र में बंधे हैं। उन्होंने महाकुम्भ को गंगा के तट पर पवित्रता और संस्कृति का संगम बताया। गंगा में स्नान को आत्मा की शुद्धि और सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया।

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