Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

Gorakhnath Temple Attack: ATS ने रात भर की मुर्तजा से पूछताछ, प्रतिबंधित साइट्स से जुड़ा था आरोपी

Published

on

Loading

गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी जवानों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तुजा अब्‍बासी की सात दिन की रिमांड कोर्ट ने एटीएस को दी है। कल पूरी रात एटीएस ने किसी अज्ञात स्‍थान पर मुर्तुजा से पूछताछ की। मुर्तुजा से गोरखनाथ मठ में जाने, वहां ‘अल्‍लाहो अकबर’ के नारे लगाने और फिर धारदार हथियार से हमला कर देने की वजह पूछी गई। इसके साथ ही मुर्तुजा से उसके आतंकी कनेक्‍शन के बारे में भी कई सवाल किए गए।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुर्तजा बार-बार बयान बदलता रहा है। इस बीच एटीएस की एक टीम नेपाल में उसके कनेक्‍शन का पता लगाने भी गई है। बताया जा रहा है कि एटीएस ने मुर्तुजा के दो मददगारों को उठा लिया है। एटीएस की पूरी कोशिश है कि मुर्तुजा के सभी मददगारों की पहचान कर गोरखनाथ मंदिर में हमले के बारे में उनकी भूमिका सामने लाई जाए।

किसने की गोरखनाथ मंदिर की रेकी

सूत्रों का कहना है कि मुर्तुजा के हमले से कुछ दिन पहले कुछ लोगों ने गोरखनाथ मंदिर की रेकी की थी। एटीएस की पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रेकी करने वाले कौन थे। मुर्तुजा ने जिस हथियार (बांकी) से पीएसी जवानों पर हमला किया, उसे उसने कहां से खरीदा था? वह नेपाल में किस-किस से मिला था? क्‍या मुर्तुजा केमिकल विस्‍फोटक बनाना जानता है? उसने केमिकल इंजीनियर की नौकरी क्‍यों छोड़ दी थी? ऐसे तमाम सवालों के जवाब मुर्तुजा से जानने की कोशिश की जा रही है।

जाकिर नाइक के वीडियो देखता था मुर्तुजा

गोरखनाथ मंदिर के हमलावर मुर्तुजा के मोबाइल और लैपटॉप की जांच से पता चला है कि वह जाकिर नाइक के वीडियो देखता था। इंटरनेट और सोशल मीडिया का माहिर मुर्तजा कुछ प्रतिबंधित साइट से भी जुड़ा हुआ था। मुर्तजा उनकी गतिविधियों में कितना संलिप्त था, एटीएस टीम उसकी जांच कर रही है। मुर्तजा ने हाल में एक नया और महंगा लैपटॉप भी खरीदा था। 10 मार्च को कोरियर से उसके घर लैपटॉप पहुंचा। उस लैपटॉप की कीमत तकरीबन एक लाख रुपये है।

सुरक्षा को लेकर सीएम योगी ने दो बार की बैठक

सोमवार की शाम को गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर की सुरक्षा को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दो बार बैठक की। सीएम ने घटनास्थल का मुआयना भी किया। बैठक के दौरान योगी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर न सिर्फ पूर्वी यूपी बल्कि देश-दुनिया के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां किसी भी दशा में सुरक्षा व्यवस्था में कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने घटना की गहनता से जांच के साथ ही ऐसी कार्ययोजना बनाने को कहा जिससे किसी भी श्रद्धालु की सुरक्षा को खतरा न हो। बैठक में एडीजी एटीएस नवीन अरोरा, एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश, एडीजी जोन अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीआईजी जे. रविंद्र गौड, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद और एसएसपी डॉ. विपिन ताडा मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending