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न्यूजक्लिक के HR हेड बनना चाहते हैं सरकारी गवाह, चीन से फंडिंग के राज की है जानकारी
नई दिल्ली। न्यूजक्लिक समाचार पोर्टल के एचआर विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती ने दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर कर आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए के तहत दर्ज मामले में सरकारी गवाह बनने की अनुमति मांगी है।
जानकारी के मुताबिक, चक्रवर्ती ने पिछले सप्ताह विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष आवेदन देकर मामले में माफी की मांग की और दावा किया कि उनके पास महत्वपूर्ण जानकारी है जिसका वह दिल्ली पुलिस को खुलासा करना चाहते हैं, जो इस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि पोर्टल पर चीन से फंडिंग लेकर उसके पक्ष में खबरें चलाने का आरोप है।
क्या है मामला
ऑनलाइन पोर्टल न्यूजक्लिक के खिलाफ करीब तीन पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने UAPA (Unlawful Activities (Prevention) Act) और IPC (Indian Penal Code) की धाराओं में FIR दर्ज की थी। FIR में न्यूजक्लिक के प्रमोटरों और उससे जुड़े पत्रकारों पर चीन से फंडिंग मिलने के गंभीर आरोप लगाए गए थे।
पुलिस ने अपनी FIR में कहा कि ये लोग वैश्विक और घरेलू स्तर पर देश की संप्रभुता को चोट पहुंचाने के लिए पैसा लिया और प्रोपेगेंडा के तहत कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को विवादित क्षेत्र बताया है।
पुलिस ने यह भी आरोप लगाया कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करने, भारत के खिलाफ असंतोष पैदा करने और एकता, अखंडता, सुरक्षा को खतरे में डालने के इरादे से साजिश के तहत विदेशी संस्थाओं द्वारा भारत में अवैध रूप से करोड़ों की विदेशी धनराशि का निवेश किया गया है।
गैर कानूनी रूप से किया धन का गबन
FIR के मुताबिक, न्यूजक्लिक के एडिटर-इन-चीफ प्रबीर पुरकायस्थ और उनके साथी जोसेफ राज, अनूप चक्रवर्ती (अमित चक्रवर्ती के भाई), बप्पादित्या सिन्हा (वर्च्यूनेट सिस्टम्स प्रा. लि. के प्रमोटर) द्वारा गैर कानूनी रूप से धन का गबन किया।
यह भी पता चला है कि इस धन को तीस्ता सीतलवाड के साथी गौतम नवलखा, जावेद आनंद, तमारा, जिब्रान, उर्मिलेश, अरात्रिका हलदर, परंजय गुहा ठाकुरता, त्रिना शंकर और अभिसार शर्मा के बीच बांटा गया था।
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World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल
बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।
180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए
दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।
ये रिकॉर्ड टूटे
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक
एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स
एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया
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