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J&K: आतंकी साजिश नाकाम, सतर्क जवानो ने 16 किलो IED को किया निष्क्रिय

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IED

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श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों द्वारा कश्मीर के बांडीपोरा-सोपोर हाईवे पर लगाई गई IED का समय रहते पता लगा लिया और फिर एक सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसे निष्क्रिय कर दिया। इस तरह कश्मीर में तेजी से बेहतर होते हालात को फिर ख़राब करने की आतंकवादी संगठनों की एक साजिश को हमारे सतर्क जवानो ने नाकाम कर दिया है।

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बम निरोधक दस्ते ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा ज़िले में बड़ियारा और कंबाथी गांव क्षेत्र के बीच बांदीपोरा-सोपोर सड़क पर पाए गए 16 किलो IED को निष्क्रिय किया। पुलिस का कहना है कि यदि आतंकवादी अपनी साजिश में कामयाब हो जाते तो इससे सुरक्षाबलों के साथ-साथ आम लोगों को भी काफी नुकसान पहुंचता।

IED को हाईवे से हटाकर रिहायशी इलाके से दूर ले जाकर निष्क्रिय बना दिया गया। आइईडी निष्क्रिय करने के बाद बांडीपोरा-सोपोर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को फिर बहाल कर दिया गया।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के जिला बांडीपोरा के अस्तांगू इलाके में करीब 15-16 किलोग्राम वजनी ये आइईडी दो गैस सिलिंडर के साथ लगाई गई थी। सेना का दस्ता रवाना होने से पहले रोड ओपनिंग पार्टी जब हाईवे की जांच कर रही थी, तभी उन्हें सड़क किनारे एक संदिग्ध वस्तु दिखी।

जांचने पर जवानों को यहां 15 से 16 किलो आइईडी गैस सिलेंडर के साथ लगाई हुई दिखी। जवानों ने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को तुरंत रोक दिया और बम निष्क्रिय दस्ते को सूचित किया। पुलिस, सेना और बीडीएस की टीम मौके पर पहुंच गई है। बीडीएस टीम ने बड़े ही सुरक्षित ढंग से आइईडी को दूर ले जाकर निष्क्रिय बना दिया।

इस बीच सुरक्षाबलों के एक संयुक्त दल ने आसपास के इलाकों में आतंकवादियों की तलाश में सर्च आपरेशन भी चलाया परंतु जब कोई संदिग्ध नहीं दिखा तो अभियान को समाप्त कर दिया गया।

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उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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