Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

जुर्म

ममता बनर्जी को झटका, पशु तस्करी केस में टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल गिरफ्तार

Published

on

Loading

कोलकाता। सीबीआई ने पशु तस्करी केस में टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार कर लिया है। आज सुबह सीबीआई की टीम अनुब्रत मंडल के घर पर पहुंची थी। अनुब्रत मंडल बीरभूम जिले के टीएमसी अध्यक्ष हैं। इस केस में अनुब्रत मंडल ने सीबीआई की ओर से भेजे गए 10 समन पर कोई जवाब नहीं दिया था। इसके बाद एजेंसी ने अदालत का रुख किया था। इससे पहले दो बार सीबीआई उनसे पूछताछ कर चुकी है।

सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में केस दर्ज किया था, जिसमें अनुब्रत मंडल का नाम भी सामने आया था। सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे। इन पशुओं की सीमा पार तस्करी की जा रही थी। सीबीआई ने हाल ही में इसी केस में कई जगहों पर छापेमारी की थी। एजेंसी ने मंडल के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।

काफिले के साथ पहुंची सीबीआई, घेर लिया गया अनुब्रत का घर

जानकारी के मुताबिक अनुब्रत मंडल के घर पर सीबीआई अधिकारी राजीव मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम 5 से 6 गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंची थी। इस दौरान अनुब्रत के घर के बाहर केंद्रीय सुरक्षा बलों की मौजूदगी थी।

एजेंसी ने घर पर ही अनुब्रत मंडल से कुछ देर पूछताछ की और फिर गिरफ्तार कर लिया। अनुब्रत मंडल के घर पर सीबीआई की छापेमारी और घर के सामने अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की खबर पर बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े।

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय अधिकारी आज सुबह बोलपुर के बैंक कर्मचारियों से गौ तस्करी मामले की जांच में पूछताछ भी करेंगे। एक बैंक कर्मचारी को पहले ही तलब किया जा चुका है। सीबीआई के अधिकारी बैंक कर्मचारियों से पूछताछ करना चाहते हैं कि गौ तस्करी मामले में कितनी रकम किस खाते में कहां से जमा की गई।

अनुब्रत की गिरफ्तारी से ममता बनर्जी को कुछ ही दिनों में दूसरा झटका लगा है। वह पहले ही पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी और बड़े पैमाने पर कैश बरामद होने से दबाव में थीं। उन्होंने खुद कड़ा ऐक्शन लेते हुए पार्थ को मंत्री पद से हटाया था और पार्टी से भी बाहर कर दिया था।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

मेरी पत्नी से शिक्षक का था अफेयर, इसलिए मार डाला; वकील के कबूलनामे से आया नया ट्विस्ट

Published

on

Loading

कानपुर। उप्र के कानपुर के पनकी के पतरसा में शिक्षक दयाराम सोनकर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार वकील संजीव कुमार के बयान ने पेंच फंसा दिया है। वकील ने जो बयान दिया, उसके मुताबिक शिक्षक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। चूंकि शिक्षक वर्तमान में कानपुर देहात में ही रह रहा था।

इसके चलते पत्नी भी कानपुर देहात स्थित मायके में ही थी। इसलिए उसने रविवार को दयाराम को बुलाकर अकेले ही बंद कमरे में जिंदा जलाकर मार डाला। वहीं, मृतक के भाई का कहना है कि भाभी के संबंध ढाबा संचालक से थे। विरोध करने पर भाभी ने प्रेमी और वकील के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी।

मृतक दयाराम के छोटे भाई अनुज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि भाई दयाराम ने अपने मोबाइल फोन से उन्हें कॉल करके बताया था कि संजीव, पवन और संगीता ने उन्हें कमरे में बंद करके आग लगा दी है और भाग गए हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब वकील संजीव को उठाकर पूछताछ शुरू की तो कहानी में नया मोड़ आ गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव ने बताया कि दयाराम जिस कॉलेज में पढ़ाता था, उसी में संजीव का साला शिक्षक है। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दयाराम का संजीव के साले के घर में भी आना-जाना था। संजीव को दयाराम और उसकी पत्नी के बीच अवैध संबंध का शक था।

संजीव के अनुसार, पत्नी को कई बार घर लाने की कोशिश की, लेकिन वो राजी नहीं हुई। पत्नी से संबंधों को लेकर बातचीत के लिए दयाराम को घर बुलाया। इसके बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी। हालांकि, पुलिस को अन्य हत्यारोपियों की घटनास्थल के आसपास लोकेशन भी नहीं मिली है। दोनों कहानियों की तह तक जाने के लिए पुलिस अब सक्ष्यों की मदद ले रही है।

संजीव कई बार बुला चुका था दयाराम को

अनुज ने बताया कि संजीव कई बार दयाराम को फोन करके उसकी पत्नी से समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, वहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी।

Continue Reading

Trending