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अखिलेश की समाजवादी पार्टी की दाल यूपी में अब गलने वाली नहीं : केशव प्रसाद मौर्य

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लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को पहले चरण के चुनावों में ही अपनी हार नजर आने लगी हौ। यही कारण है कि अखिलश यादव पहले चुनाव लड़ने से घबरा रहे थे और अब सूची जारी करने में भी घबरा रहे है। उन्होंने कहा कि 10 मार्च के बाद भी प्रदेश से दंगाइयों, माफियाओं, गुंडों, भ्रष्टाचारियों का पलायन जारी रहेगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश को तरक्की पसंद है, जो भाजपा की सरकार ही दे सकती है।

कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में प्रगति हुई है तो किसानों की, प्रगति हुई है तो नौजवानों की, प्रगति हुई है तो महिलाओं की, प्रगति हुई है तो गरीबों की, प्रगति हुई है तो वंचितों की। 2017 के बाद से उत्तर प्रदेश की प्रगति हुई है। आज उत्तर प्रदेशवासियों को पलायन के लिए मजबूर करने वाले आज खुद पलायन को मजबूर हैं। भाजपा सरकार में, पलायन हुआ है तो माफियाओं का, पलायन हुआ है तो दंगाईयो का, पलायन हुआ है तो गुंडों का, पलायन हुआ है तो व्यभिचारियों का, पलायन हुआ है तो भ्रष्टाचारियों का। ऐसे लोगों का पलायन उत्तर प्रदेश में जारी रहेगा, क्योंकि यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार।

भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को समझ में आ जाना चाहिये कि अब यूपी में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उनको अब घर वापसी की तैयारी कर लेनी चाहिये।

लखनऊ में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि ‘जन-जन की है यही पुकार, यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार’। उन्होंने विपक्षी समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की बयार चल रही है। जिनके आगे जनता को ठगने वाले वादे और छलावे की राजनीति करने वाले राजनैतिक दलों का टिकना तो दूर, वो अब बोरिया-बिस्तर बांधने की तैयारी कर रहे हैं। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि समाजवादी पर्टी के पास गुंडे, अपराधी, माफिया, भ्रष्टाचारियों और दंगाई के अलावा कोई है नहीं है। इसलिए अखिलेश यादव अब सूची जारी से घबरा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पांच सालों तक कुंभकरण की नींद सोते रहे अखिलेश यादव किस उम्मीद से यूपी में चुनाव लड़ने आए हैं। उन्होंने अपनी सरकार रहते तो यूपी की जनता को केवल ठगने का काम किया। भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। गुंडागर्दी और माफियाराज को बढ़ाने का काम किया। किसानों को अन्न देने जगह उनकी जमीनों पर कब्जे किये। इनता नहीं नहीं व्यापारियों के साथ लूट, अपराधों को बढ़ाने में समाजवादी सरकार नम्बर एक पर रही। सरकार कर्मचारियों की पेंशन और पीएफ में घोटाले किये गये। ऐसे समाजवादी पार्टी की सरकार का कार्यकाल जनता भूली नहीं है।

केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों के पलायन के मुद्दे पर किये गये सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हां… यूपी में पलायन हुआ है सपा सरकार में और पलायन रुका है भाजपा की सरकार में। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पलायन हुआ है लोगों का सपा सरकार में और पलायन हुआ है गुंडों, अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों और दंगाईयों का भाजपा की सरकार में। डिप्टी सीएम ने कहा कि जहां वर्ष 2017 से पहले यूपी में किसान आत्महत्या करता था। वहीं भारतीय जनता पार्टी की पांच साल की सरकार किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रही है। आज यूपी गेहू, आलू, सब्जी, फल और तिलहन उत्पादन में नंबर-वन है।

आजादी के बाद किसानों को भाजपा सरकार में ही पहली बार किसान सम्मान निधि को तोहफा मिला है। उन्नत खेती करने वाले किसानों को सम्मान दिया गया। उनको तोहफे में ट्रैक्टर बांटे गये। धान और गेहूं सीधे किसानों से सरकार ने खरीदा और भुगतान सीधे उनके खातों में किया। पिछली सरकारों की तुलना में भाजपा की सरकार ने रिकार्ड तोड़ते हुए दुगुना से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाया। पारदर्शी तरीके से एमएसपी से खरीद की और सीधे किसानों के खातों में त्वरित भुगतान में भी भाजपा पार्टी सबसे आगे रही है। ऐसे में सपा मुखिया अखिलेश यादव को समझ में आ जाना चाहिये कि अब यूपी में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उनको अब वापसी की तैयारी कर लेनी चाहिये।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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