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उत्तर प्रदेश

सोशल मीडिया पर नंबर वन ट्रेंड बना #महाकुम्भ_अमृत_स्नान

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ के दूसरे दिन मंगलवार को पहले अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महाकुम्भ_अमृत_स्नान हैशटैग टॉप ट्रेंड में शुमार हो गया। मंगलवार की सुबह से ही लोगों ने एक्स पर #महाकुम्भ_अमृत_स्नान को लेकर अपने विचार प्रकट करने शुरू कर दिए और देखते ही देखते यह नंबर वन ट्रेंड बन गया। इसके माध्यम से हजारों यूजर्स ने अमृत स्नान पर अपने विचार व्यक्त किए।

अमृत स्नान को लेकर हुई चर्चा

मकर संक्रांति के अमृत स्नान पर्व पर सोशल मीडिया पर महाकुम्भ को लेकर खूब चर्चा हुई। बड़ी संख्या में यूजर्स महाकुम्भ के वीडियोज, फोटोज और सूचनाएं अन्य लोगों तक पहुंचा रहे थे। देखते ही देखते यह हैशटैग सबकी पसंद बन गया और यह नंबर वन पर पहुंच गया। हजारों यूजर्स ने इस हैशटैग का उपयोग करते हुए महाकुम्भ में योगी सरकार की व्यवस्थाओं, जुटे श्रद्धालुओं की संख्या के साथ ही संगम स्नान और सनातन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। प्रतिक्रिया देने वालों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित रहे। सीएम योगी द्वारा हैशटैग का उपयोग करने के बाद इस पर प्रतिक्रिया देने वालों की बाढ़ आ गई और देखते ही देखते यह हैशटैग नंबर वन पर पहुंच गया।

उत्तर प्रदेश

प्रथम अमृत स्नान पर्व पर 3.50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया त्रिवेणी में स्नान

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महाकुम्भ नगर/लखनऊ। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुम्भ 2025 में गंगा स्नान करने वालों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक भावपूर्ण पोस्ट के जरिए आस्था, समता और एकता के इस महासमागम में शामिल पूज्य संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।

सीएम योगी ने महाकुम्भ को सनातन धर्म की अनुपम शक्ति और आस्था का प्रतीक बताते हुए कहा, “प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों और श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ के प्रथम अमृत स्नान पर्व के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभागों और संगठनों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म के आधार सभी पूज्य अखाड़ों, महाकुम्भ मेला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वच्छताकर्मियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं धार्मिक संस्थाओं, नाविकों तथा महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद।”

इस मौके पर उन्होंने प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं को अपनी शुभकामनाएं दीं और आस्था के इस महायज्ञ के सुचारु रूप से चलने की कामना करते हुए उन्होंने लिखा, “पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।” महाकुम्भ 2025 में मकर संक्रांति पर संगम तट पर उमड़ी भक्तों की भीड़ और उनके उत्साह ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और परंपरा की अद्वितीय छवि प्रस्तुत की।

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