Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

महाराष्ट्र: बदले हुए हैं संजय राउत के तेवर, बागी विधायकों को दिया यह चैलेंज

Published

on

Loading

मुंबई। कल तक बागी विधायकों के वापस लौटने पर महाविकास अघाड़ी (MVA) से निकलने तक की बात कर रहे शिवसेना सांसद संजय राउत के तेवर बदले हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, राउत के यह तेवर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात के बाद बदले हैं ।

शरद पवार से मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों ने बेहद गलत कदम उठाया है। हम सड़क से लेकर सदन तक की लड़ाई जीतेंगे। राउत ने कहा कि हमें पूरा यकीन है कि हमारी सरकार अगले ढाई साल का कार्यकाल भी पूरा करेगी। उसके बाद भी एमवीए (MVA) की सरकार महाराष्ट्र में आएगी।

राउत ने कहा कि हमने उनको वापस लौटने का भी मौका दिया था लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। अब हमारा उनको चैलेंज है कि वह महाराष्ट्र में आएं और बहुमत साबित करके दिखाएं।

गौरतलब है कि संजय राउत कल तक यह कह रहे थे कि अगर 24 घंटे के अंदर शिंदे और उनके तमाम बागी समर्थक विधायक वापस लौटते हैं तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी (MVA) से निकलने के लिए तैयार हैं, लेकिन आज पवार से मुलाकात के बाद राउत की बॉडी लैंग्वेज अलग थी।

संजय राउत की चेतावनी में कितना दम

शिवसेना के सांसद संजय राउत भले ही तमाम बागी विधायकों को चेतावनी दे रहे हों लेकिन उनकी चेतावनी और रिक्वेस्ट दोनों का असर बागियों की सेहत पर होता नजर नहीं आ रहा है।

एक तरफ मौजूदा समय में जहां एकनाथ शिंदे ने 50 से भी ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा किया है वहीं दूसरी तरफ अब उनके उनके गढ़ ठाणे जिले के 60 पार्षदों ने भी बागी गुट को अपना समर्थन देने का मन बनाया है।

ऐसे में जिस ठाणे शहर में बीते 30 सालों से शिवसेना का झंडा लहरा रहा था, अब वह किला भी उद्धव ठाकरे के हाथ से सरकता हुआ नजर आ रहा है।

विधायकों के खिलाफ एक्शन के मूड में शिवसेना

महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बागी विधायकों को नोटिस भेज सकते हैं। दरअसल मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 16 विधायकों के निलंबन की मांग की है। शिवसेना की तरफ से राज्यसभा सांसद अनिल देसाई भी विधानसभा पहुंचे हुए हैं।

शिवसेना की तरफ से से कुल 16 बागी विधायकों पर कार्रवाई करने के लिए उपसभापति को चिट्ठी दी गई है, जिसके लिए शिवसेना की लीगल टीम भी विधान भवन पहुंची है।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending