Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

म्यांमार में खूनी हिंसा, सेना ने 114 लोगों को उतारा मौत के घाट

Published

on

Loading

नई दिल्ली। म्यांमार में सेना के तख्तापलट के बाद से वहां के लोग इस फैसले का लगातार विरोध कर रह हैं। सेना के खिलाफ लोगों का सड़कों पर विरोध प्रदर्शन जारी है।

शनिवार को म्‍यांमार की सेना ने जहां वार्षिक सशस्‍त्र बल दिवस के दिन परेड निकालकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया, वहीं सड़कों पर खून की होली खेलकर कम से कम 114 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। देश के करीब 44 कस्‍बों और शहरों में सेना ने जमकर कत्‍लेआम मचाया।

मारे गए लोगों में कथित रूप से एक 13 साल की बच्‍ची भी शामिल है जिसके घर में घुसकर सैनिकों ने उसे गोली मार दी। म्‍यांमार के सैनिकों ने मेइखतिला के आवासीय इलाके में गोलीबारी की। म्‍यांमार नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक इस हिंसा में करीब 20 नाबालिग बच्‍चे भी मारे गए हैं।

यंगून में एक स्वतंत्र शोधकर्ता के मुताबिक सेना ने दो दर्जन से ज्यादा शहरों और कस्बों में आंदोलित लोगों के खिलाफ गोलीबारी की जिसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए. मरने वालों का अनुमानित आंकड़ा इससे पहले सेना की ओर से की गई गोलीबारी से ज्यादा है। बता दें कि 14 मार्च सेना की गोलीबारी में 74-90 लोगों की मौत हो गई थी।

अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, सदमे में परिवार

Published

on

Loading

वॉशिंगटन। अमेरिका में हैदराबाद के रहने वाले एक छात्र की वॉशिंगटन डीसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। छात्र का नाम रवि तेजा बताया जा रहा है। रवि अपनी मास्टर की पढ़ाई करने के लिए 2022 में अमेरिका गए थे। भारतीय छात्र की हत्या की घटना उस दिन सामने आई है जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं।

जानकारी के अनुसार रवि तेजा को एक गैस स्टेशन के पास गोली मारी गई है। रवि 2022 में पढ़ाई करने के लिए अमेरिका आया था। अपने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद से ही परिवार सदमे में है।

पिछले साल नवंबर में शिकागो में इसी तरह से एक भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। छात्र तेलंगाना के खम्‍मम जिले के रामन्‍नापेट का रहने वाला था और कुछ महीनों पहले ही पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था। मृतक की पहचान 26 साल के नुकरपु साई तेजा के रूप में हुई थी। वह चार महीने पहले ही अपनी पढ़ाई के लिए अमेरिका पहुंचा था।

Continue Reading

Trending