ऑफ़बीट
वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा सके इस जलकुंड का रहस्य, ताली बजाते ही उबलने लगता है पानी
पूरी दुनिया में कई ऐसे कुंड हैं जो वैज्ञानिकों के लिए किसी पहेली से कम नहीं। ऐसा ही एक जलकुंड भारत में भी है जिसका रहस्य आज तक कोई सुलझा नहीं सका है। इस कुंड के रहस्य को जानकर आप दांतो तले उंगलिया दबा लेंगे। आईए जानते हैं इस कुंड के रहस्य के बारे में…
रहस्य से भरा ये कुंड झारखंड के बोकारो जिल में स्थित है। इसके बारे में कहा जाता है कि अगर आप कुंड के सामने ताली बजाएंगे तो पानी अपने आप ऊपर उठने लगता है।
देखने में ऐसा प्रतीत होता है कि मानों पानी उबल रहा हो। ऐसा क्योँ होता है इस बात का पता आज तक भू-वैज्ञानिक भी नहीं लगा पाए हैं।
इसे दलाही कुंड के नाम से जाना जाता है। यह कंक्रीट की दीवारों से घिरा हुआ है। कहते हैं कि इस कुंड में से गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म पानी निकलता है।
यह भी एक रहस्य ही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस कुंड के नहाने वाले लोगों के चर्म रोग सही हो जाता है। भू-वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर इस कुंड के पानी से नहाने पर चर्म रोग दूर होते हैं तो इसका मतलब ये है कि इसमें गंधक और हीलियम गैस मिला हुआ है।
इस जगह पर हर साल मकर संक्रांति पर मेला लगता है। दूर-दूर से लोग यहां नहाने के लिए आते हैं। इस रहस्यमयी कुंड के पास ही दलाही गोसाईं नामक देवता का स्थान है, जहां हर रविवार को लोग पूजा करने के लिए आते हैं।
उत्तर प्रदेश
संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर के कुएं से निकली माता पार्वती की खंडित मूर्ति
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे प्रशासन को बीते दिनों करीब 46 साल से बंद पड़ा मंदिर मिला था। यह मंदिर उसी इलाके में है, जहां हिंसा हुई थी और लंबे समय से बंद था। इस हिंदू मंदिर में पहले महादेव की मूर्ति निकली।
उसके बाद मंदिर के प्रांगण में स्थित कुएं की खुदाई की गई। इसके बाद इस मंदिर से मां पार्वती की खंडित प्रतिमा बरामद की गई है। फिलहाल पुलिस ने इस प्रतिमा को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालातों को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है।
बता दें कि संभल के नखासा थाना इलाके के मोहल्ला ख़ग्गू सराय में स्थित शिव मंदिर के कपाट खुलने के बाद खुद पुलिसकर्मियों ने मूर्तियों की सफाई की थी। इस दौरान हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा आसमान गूंज उठा था। 46 साल बाद खुले मंदिर में पूजा शुरू कर दी गई है। आज भी बड़ी संख्या में भक्त जलाभिषेक करने पहुंचे थे।
ये शिव मंदिर सपा सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क के घर से कुछ ही दूरी पर स्थित है। इस शिव मंदिर पर प्राचीन महादेव मंदिर लिख दिया गया है और मंदिर परिसर में मिले कुएं की खुदाई भी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि प्रशासन अब इस मंदिर की कार्बन डेटिंग कराएगा. इसके लिए जिला प्रशासन ने भस्म शंकर मंदिर, शिवलिंग और वहां मिले कुएं की कार्बन डेटिंग कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को एक पत्र लिखा है. इस जांच के जरिए प्रशासन इस बात की जानकारी प्राप्त करेगा कि ये मंदिर और इसकी मूर्ति कितनी पुरानी हैं.
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