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प्रादेशिक

यूपी में लगातार कम हो रहे कोविड केस, 30 अप्रैल से अब तक 1 लाख 80 हजार केस हुए कम

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की रणनीति के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। 30 अपै्रल, 2021 से प्रदेश के कुल एक्टिव मामलों में 01 लाख 80 हजार से अधिक की कमी आई है। इसके साथ-साथ नये मामलों की संख्या में भी कमी आ रही है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण अन्य प्रदेशों की अपेक्षा उत्तर प्रदेश में निरन्तर गिरावट आ रही है, जो सभी प्रदेशों के लिए माॅडल बनकर सामने आया है। प्रदेश में विगत दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक 2 लाख 99 हजार से अधिक टेस्ट किये गये हैं। प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के आयु के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 1.54 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। गांव में रहने वाले लोग काॅमन सर्विस सेन्टर के माध्यम से वैक्सीनेशन के लिए निःशुल्क पंजीकरण करा सकते हैं।

श्री सहगल ने बताया सर्विलान्स के साथ-साथ गाँव में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। इस कार्य में 4 लाख से अधिक कर्मचारी लगाये गये हैं। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों मंे आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। सीएम हेल्प लाइन के माध्यम से कोविड-19 के मरीजों की निरन्तर माॅनीटरिंग की जा रही है।

श्री सहगल ने बताया कि प्रतिदिन प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए आॅक्सीजनयुक्त बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कल प्रदेश में लगभग 900 मी0टन आॅक्सीजन की सप्लाई की गई। लगभग 3500 होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को आॅक्सीजन उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत मैनपावर को बढ़ाने के लिए एमबीबीएस परीक्षा के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं तथा नर्सिंग के अंतिम वर्ष छात्र-छात्राओं की सेवाएं ली जा रही है, जिसके क्रम में 15 दिन में लगभग 2400 नये स्टाफ से उनकी सेवा ली जा रही है। उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा टीम-9 की समीक्षा बैठक में ब्लैक फंगस बीमारी के संबंध निर्देश दिए गए हैं कि ब्लैक फंगस के उपचार की दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जाये। उन्होंनेे बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चो के स्वास्थ्य सुरक्षा के विशेष इंतजाम करने के उद्देश्य से सभी जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू को तैयार कराये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कालेजों में 100-100 बेड तथा जनपद के अस्पतालों में 20-20 बेड बच्चों के लिए आरक्षित किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी, पटरी, ठेला, श्रमिकों, पल्लेदार आदि 1 लाख से अधिक लोगों को लगभग 400 से अधिक सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा संगठित तथा असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले श्रमिकों, शहरी क्षेत्रों में दैनिक रूप से कार्य कर अपना जीविकोपार्जन करने वाले, ठेला, खोमचा, रेहड़ी, खोखा आदि लगाने वाले पटरी दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा/ई-रिक्शा चालक, पल्लेदार सहित नाविकों, नाई, धोबी, मोची, हलवाई आदि जैसे परम्परागत कामगारों को एक माह के लिए 1000 हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता दिए जाने का निर्णय लिया गया है, इससे लगभग 01 करोड़ गरीबों को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत अन्त्योदय अन्न योजना के अंतर्गत पात्र 15 करोड़ लोगों को कल 20 मई, 2021 से तीन माह ड्राई राशन निःशुल्क वितरण किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देश पर महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग द्वारा किसी कारण से बेसहारा हुए बच्चों का चिन्हाकन किया जा रहा है, जिसमें 60 बच्चों का चिन्हाकन किया गया है, जिनके माता-पिता दोनो का देहांत हो गया है। मुख्यमंत्री जी ने बेसहारा हुए बच्चों को गोंद लेते हुए उनके पालन-पोषण की कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेशव्यापी आंशिक कोरोना कफ्र्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। आंशिक कोरोना कफ्र्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है। आंशिक कोरोना कफ्र्यू की अवधि में पूरे प्रदेश के शहरों और गावों में विशेष सफाई एवं फाॅगिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां तेजी से चलायी जा रही हैं। प्रदेश में पंजीकृत अधिक औद्योगिक इकाइयों द्वारा मजदूरों को काम दिया जा रहा है। इन औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये हैं।

इसके अलावा जिन औद्योगिक संस्थानों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे ऐसे औद्योगिक संस्थानों में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। जिससे वहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को समय से इलाज मिल सके। श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए कृतसंकल्प है और किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है।

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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