उत्तर प्रदेश
सीएम योगी के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे जनप्रतिनिधि, वितरित की राहत सामग्री
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों के साथ ही समय पर राहत सामग्री उपलब्ध कराने और लोगों को सांत्वना देने के लिए मिशन मोड में जुटने का आह्वान करने के बाद बाढ़ प्रभावित जिलों के अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों ने भी मोर्चा संभाल लिया। गुरुवार को जनप्रतिनिधि और अधिकारी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में पहुंचे और वहां लोगों को राहत सामग्री वितरित की, जबकि उनका हाल चाल भी पूछा।
सिद्धार्थ नगर में सांसद जगदंबिका पाल के द्वारा राहत किट का वितरण किया गया। वहीं हरदोई में राज्य मंत्री रजनी तिवारी एवं जिलाधिकारी हरदोई द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्रामों में भ्रमण किया गया। हरदोई से सांसद जयप्रकाश रावत द्वारा तहसील सदर में बाढ़ प्रभावित लोगों को खाद्यान्न किट वितरण किया गया तो हरदोई के सवायजपुर से विधायक द्वारा ग्राम मानीमऊ, साथिया मऊ, जलपीपुर, म्योढ के बाढ़ प्रभावित लोगों को खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया गया। बलरामपुर में विधायक तुलसीपुर द्वारा बाढ़ प्रभावितों को राहत किट प्रदान की गई। जबकि बलिया तहसील बांसडीह के अंतर्गत बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में राहत सामग्री का वितरण विधायक प्रतिनिधि विश्राम सिंह, तहसीलदार निखिल शुक्ला और नायाब तहसीलदार सुधांशु श्रीवास्तव की उपस्थिति में किया गया। इसी तरह गोण्डा में सांसद कैसरगंज करण भूषण सिंह द्वारा बाढ़ राहत किट का वितरण किया गया।
उल्लेखनीय है कि बाढ़ को लेकर सीएम योगी की संवेदनशीलता का ही असर है कि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को फील्ड पर उतरना पड़ा, जबकि सीएम योगी ने भी खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थितियों का जायजा लिया है। एक तरफ जहां हवाई सर्वे के माध्यम से सीएम योगी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का मुआयना किया तो वहीं नाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों का स्थलीय निरीक्षण भी किया।
उत्तर प्रदेश
योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।
जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।
नगर कोतवाली नंबर वन
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।
रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण
1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324
नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।
क्या है आइजीआरएस
एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।
प्रत्येक माह होती है शासन स्तर पर समीक्षा
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।
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