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प्रादेशिक

कौशाम्बी में जनसभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला

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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कौशाम्बी में जनसभा को सम्बोधित करते हुए घोर परिवारवादियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यहां कहा कि मैं कल कौशाम्बी का एक वीडियो देख रहा था। यह घोर परिवारवादी किस तरह दलितों का अपमान करते हैं यह उस वीडियो में साफ दिखाई देता है। इन घोर परिवारवादियों को भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा को स्वीकार करना गवारा नहीं है। उन्होंने जनता से पूछा कि यह दलितों, पिछड़ों, गरीबों का अपमान है या नहीं। पीएम मोदी ने कहा कि इनको भगवान बुद्ध की प्रतिमा लेने का तो मन नहीं करता लेकिन चांदी का मुकुट देखा तो मुंह में पानी छूट गया। चांदी का मुकुट तो लपक लिया। उन्होंने कहा कि यह लोग गौतम बुद्ध की इस धरती पर कभी कल्याण नहीं कर सकते। इन लोगों से आप सभी को बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।

पीएम मोदी ने कहा कि घोर परिवारवादियों के राज में अवैध खनन उद्योग बना दिया गया। कौशाम्बी को बिजली के लिए तरसा दिया गया। आज हर गांव में बिजली है। इनके राज में घोटालों का ही राज था। खनन घोटाला, खाद्यान्न घोटाला, एम्बुलेंस घोटाला, रिवर फ्रंट घोटाला आज राज्य की एक एक पाई जनता की भलाई में लग रही है। उनके राज में ट्रासफर-पोस्टिंग उद्योग बन गया था। आज हुनर का सम्मान हो रहा है और जिले-जिले उद्योग लग रहे हैं। इन घोर परिवारवादियों का इतिहास गवाह है कि इन लोगों के हाथ में कभी यूपी की सुरक्षा नहीं दी जा सकती। पीएम मोदी ने कहा कि इनके शासन के दौरान यूपी में एक के बाद एक आतंकी हमले हुए। दुर्भाग्य से इन धमाकों के आतंकवादियों को कड़ी सजा के बजाय समाजवादी सरकार की उनकी रिहाई के लिए जमीन आसमान एक कर दिया।

पीएम मोदी ने कहा कि आपने देखा है अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में जो लोग शामिल थे ऐसे आतंकियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। आप सबको अच्छा लगा। पूरे देश को अच्छा लगा लेकिन इन घोर परिवारवादियों में से किसी ने भी देशहित से जुड़े फैसले का स्वागत तक नहीं किया। उनके मुंह पर ताला लग गये। उन्होंने कहा यह लोग आतंक के सामने आंख पर पट्टी पर बांधकर बैठ जाने वाले लोग हैं। ये लोग देश हित को दांव पर रखकर वोट खोजते रहते हैं। ये आतंकवाद को कभी खत्म नहीं कर सकते हैं। इन लोगों को राष्ट्र के सम्मान से जुड़ी हर बात से दिक्कत है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद राष्ट्र को मजबूती देने का सबसे बड़ा काम अगर किसी ने किया है तो सरदार बल्लभ भाई पटेल ने किया है। हमने उनके सम्मान में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई है। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी हर देशवासी को एकता का संदेश देती है। लेकिन मुझे देखकर यह अफसोस होता है घोर परिवारवादियों के पास सरदार साहब को नमन करने का समय नही है। उनके पास विदेश घूमने के लिए समय है लेकिन सरदार साहब का नाम सुनकर ही दूर भागते हैं।

पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कोरोना के इस काल में आपने कुछ मौसमी नेताओं को भी देखा है। कोरोना आया तो गायब हो गये, कोरोना कंट्रोल हुआ फिर आ गये, चुनाव आया आ गये, चुनाव खत्म विदेश चलो। जब लोग महामारी में परेशान थे वो गायब थे। चुनाव आया घर से बाहर निकल आए। ये लोग यूपी की जनता को वैक्सीन लगाने के खिलाफ भड़काते रहे। अपनी बारी आई तो चुपचाप वैक्सीन लगवा ली। ऐसे मौसमी नेताओं को यूपी की जनता पहचानती है। 10 मार्च के बाद ये फिर घूमने निकल जाएंगे। भाजपा सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार बेहतर बनाने के लिए और आपकी चिंता कर रही है। यूपी का कोई व्यक्ति भूल नहीं सकता था कि परिवावादियों के शासन में क्या क्या होता है। कानून व्यवस्था पंगु बना दी गई थी, गुंडे बदमाश खुले आम जमीनों पर कब्जा कर लेते थे। बहन बेटियां घरों से निकल भी नहीं पाती थीं। और आज भाजपा सरकार की अनेकों योजनाओं से हमारी बेटियों का भविष्य संवर रहा है। वो शासन करने के बजाय वो शासन नहीं शोषण करते थे। हमने सेवा का रास्ता चुना। वो अपने घर बनाते थे हमने गरीबों के घर बनाते थे। वो महोत्सव मनाते थे हमने रंगोत्सव, दीपोत्सव मनाया। वो जाति पंथ इलाका देखकर नौकरी के नाम पर लूट मचाते थे।

कौशाम्बी में शीतला माता की जय करने के बाद पीएम मोदी ने शुरू किया अपना भाषण

पीएम मोदी ने कौशाम्बी में अपने भाषण को शुरू करने से पहले कहा शीतला माता की जय। इसके बाद उन्होंने कहा कि कौशाम्बी के सभी भाई-बहन लोग कै जय सिया राम। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में चौथे चरण का मतदाना हो रहा है। यूपी की जनता भाजपा की जीत का चौका मारने के लिए एनडीए की जीत का चौका मारने के लिए आगे बढ़ रही है। जो लोग सोचते हैं कि यूपी के लोग बंट जाएंगे उन्हें यूपी के लोग फिर जवाब देने लिए पोलिंग बूथ पर लम्बी कतार लगाकर खड़े हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि साथियों कोई भी देश हो कोई भी प्रदेश हो अगर उसे आगे बढ़ना है तो लोगों को एकजुट होना ही होता है। भारत के तेज विकास के लिए यूपी के तेज विकास के लिए हम सभी का एकजुट बने रहना ये हमारे उज्जवल भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि कौशाम्बी में शक्ति पीठ शीतला माता का धाम है, राम वन गमन मार्ग है, प्रभास गिरि पर्वत है, महात्मा बुद्ध का चातुरमासा स्थान है। कौशाम्बी महाभारत, रामायण, पुराणों तक में प्रसिद्ध नगरी है। लेकिन घोर परिवारवादियों के राज में कौशाम्बी को विकास के लिए तरसा दिया गया। ये हमारी डबल इंजन की सरकार है जो पूरी ईमानदारी से कौशाम्बी के विकास में जी जान से जुटी है। हमारी सरकार गांव-गांव तक सड़क पहुंचा रही है। सड़कों को चौड़ा कर रही है। गंगा और यमुना नदी पर बने पुल, कौशाम्बी कई जगह पर बने ओवरब्रिज हमारे प्रयासों का प्रमाण है।

पीएम मोदी ने कहा कि कौशाम्बी को बौद्ध सर्किट से जोड़ने का काम भी हमारी सरकार ने ही किया है। कौशाम्बी में ही राम वन गमन पथ योजना का काम भी तेजी से चल रहा है। हम कौशाम्बी समेत पूरे प्रदेश की समृद्धि प्रगति और संस्कृति के लिए काम कर रहे हैं। आज हम सुविधाओं के साथ आपकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम कर रहे है। यहां के पीतल, कांसे के उत्पादों को बर्बाद कर दिया गया था। अब हम तेजी से इसे पहचान दिलाने में जुटे हैं। वन डिस्ट्रक्ट वन प्रोडक्ट योजना की वजह से यहां के केले की पहचान अब पूरे देश में बन रही है। साथियों बिना भेदभाव यूपी के हर क्षेत्र का विकास हर वर्ग का विकास भाजपा की डबल इंजन की सरकार की प्राथमिकता है। हम गरीब की छोटी से छोटी जरूरतों को पूरा करने में दिन रात जुटे हुए हैं। गरीब के पास पक्का घर हो, घर में नल हो, नल में जल हो, एलईडी बल्ब का उजाला हो, उज्जवला का गैस कनेक्शन हो, शौचालय हो हमारी सरकार इसे सुनिश्चित कराने में लगी है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ समेत पूरे प्रदेश में तैनात होंगे “डिजिटल वॉरियर्स”

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प्रयागराज/लखनऊ। महाकुम्भ 2025 में फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन प्लेटफार्म पर प्रसारित करने के लिए “डिजिटल वॉरियर्स” को तैनात किया गया है। इसके लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स एवं कॉलेज के छात्रों को जोड़ा गया है। इस अभिनव पहल की सफलता को देखते हुए अब पुलिस महानिदेशक ने इसे पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए समस्त विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं।

मिले सार्थक परिणाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशा पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वर्ष 2018 में एक सार्थक पहल करते हुए व्हाट्सएप पर सक्रिय समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को डिजिटल वालंटियर्स के रूप मे जोड़ा गया था। वर्ष 2023 में यूपी पुलिस के समस्त पुलिसकर्मियों को जोड़कर “व्हाट्सएप कम्यूनिटी ग्रुप” भी बनाए गए है, जिनकी सहायता से भ्रामक खबरों का खण्डन एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 10 लाख व्यक्ति डिजिटल वालंटियर्स के रूप में एवं लगभग 02 लाख पुलिसकर्मी कम्यूनिटी ग्रुप के माध्यम से जुड़े हुए है। इन डिजिटल वालंटियर्स के रूप में गांव, मोहल्ले और स्थानीय कस्बे के लोगों को जोड़ा गया था, जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हुए है। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार द्वारा इसी दिशा में नवीन पहल करते हुए फेक न्यूज के खण्डन, साइबर अपराध के प्रति जागरूकता एवं पुलिस के सराहनीय कार्यों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जाने के लिए युवा पीढ़ी के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स एवं कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को यूपी पुलिस का “डिजिटल वॉरियर” बनाए जाने के सम्बन्ध मे प्रदेश के समस्त विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष को महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए गए है ।

लोगों को करेंगे जागरूक

कॉलेज/विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रशिक्षित करने से इनमे आलोचनात्मक सोच को विकसित किया जा सकता है, जिससे वह किसी भी जानकारी का विश्लेषण और सत्यापन करके यूपी पुलिस के “डिजिटल वॉरियर” बनकर, साइबर क्राइम एवं फेक न्यूज़ को रिपोर्ट कर सकेंगे। साथ ही यह छात्र अपने सामाजिक दायरे में फेक न्यूज एवं साइबर अपराध के प्रति अपने परिवारीजनों एवं मित्रों को भी जागरूक कर सकेंगे ।

04 श्रेणियों में होगा चयन

1- फेक न्यूज के खण्डन एवं साइबर अपराध के प्रति सचेत करने हेतु
2- साइबर अपराध के प्रति जागरुकता हेतु
3- साइबर ट्रेनर के रूप मे
4- पुलिस के अभियानों/सराहनीय कार्यों का प्रचार-प्रसार

ऐसे किया जाएगा ट्रेन्ड

इन डिजिटल वॉरियर एवं स्कूल के छात्रों को फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम की पहचान करने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति प्रशिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालयों/डिग्री कॉलेजों, स्कूलों में अथवा पुलिस लाइन्स में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।

इन कार्यशालाओं में साइबर क्राइम विशेषज्ञों/ फैक्ट चेकर्स, साइबर ट्रेनर और जनपदीय साइबर थाना/ साइबर सेल को शामिल किया जाएगा, जो तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव साझा करेंगे।

जनपदीय पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय प्रबन्धन से आग्रह करके ‘साइबर क्लब’ स्थापित करवाये जाएंगे एवं एक शिक्षक को इसका नोडल अधिकारी नामित करवाया जाएगा ।

इस कार्य में शिक्षा विभाग एवं जनपद में प्रशासन से भी सहयोग प्राप्त किया जाएगा।

साइबर क्लब के माध्यम से कार्यशालाएं और रचनात्मक सत्र जैसे पोस्टर बनाना, स्लोगन/लघु कहानियां लिखना, सोशल मीडिया हेतु क्रिएटिव एवं वीडियो कंटेंट बनाना इत्यादि गतिविधियां कराई जाएंगी।

कमिश्नरेट, जनपद स्तर, मुख्यालय स्तर से होगी कार्यवाही

1. डिजिटल वॉरियर का चयन करना : डिजिटल वॉरियर के रूप में केवल ऐसे व्यक्ति शामिल किए जाएंगे, जिनकी छवि स्वच्छ हो और जो विवादास्पद या नकारात्मक गतिविधियों में शामिल न हों। इस कार्य मे इच्छुक उत्तर प्रदेश के बाहर के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स को भी सम्मिलित किया जा सकता है। ऐसे समस्त डिजिटल वॉरियर को परिपत्र के साथ संलग्न फ़ॉर्म को भरकर देना होगा, जिसका गूगल लिंक भी उपलब्ध कराया जा रहा है ।

2. स्वैच्छिक सहयोग और उपक्रम (अंडरटेकिंग) लिया जाना : डिजिटल वॉरियर को चयनित करने से पूर्व उनसे संलग्न फॉर्म के माध्यम से लिखित उपक्रम लिया जाएगा, जिसमें वे यह आश्वस्त करेंगे कि वह पुलिस का सहयोग कर फेक न्यूज़ का खंडन करेंगे, किसी भी प्रकार की फेक न्यूज़ का प्रसार नहीं करेंगे, किसी भी साइबर अपराध में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होंगे, किसी विवादास्पद सामग्री को पोस्ट नहीं करेंगे और भारतीय कानून के अधीन रहकर कार्य करेंगे। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि उनका सहयोग स्वैच्छिक होगा और उनकी सहमति के आधार पर होगा। यह सभी कार्य पूर्णतया अवैतनिक होगें।

3. डिजिटल वॉरियर के कार्यों का मासिक विवरण: डिजिटल वॉरियर द्वारा चिन्हित की गई फेक न्यूज, पुलिस के सराहनीय कार्यों व योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं पुलिस द्वारा किए गए खण्डन के व्यापक प्रसार का मासिक विवरण भी संकलित किया जायेगा।

4. नोडल अधिकारी की नियुक्ति: प्रत्येक जनपद में एसपी अपराध/नोडल एसपी क्राइम/डीसीपी क्राइम/ एडीसीपी क्राइम को इस कार्य एवं सोशल मीडिया अभियानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा ।

5. डिजिटल वॉरियर द्वारा दायित्वों का पालन: कार्य में रुचि न रखने वाले, अपने दायित्वों का दुरुपयोग करने अथवा स्वयं घोषणा पत्र मे उल्लिखित शर्तों का उल्लंघन करने वाले डिजिटल वॉरियर से यूपी पुलिस किसी प्रकार का कार्य नहीं लेगी।

6. डिजिटल वॉरियर का प्रोत्साहन: डिजिटल वॉरियर द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण के आधार पर प्रतिबद्धता से कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर के गुणवत्तापूर्ण सोशल मीडिया कंटेन्ट को जनपदीय सरकारी सोशल मीडिया पर प्रयोग करने के साथ-साथ उनको प्रशस्ति पत्र एवं मेमेंटों इत्यादि देकर प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा । पुलिस मुख्यालय द्वारा भी इस दिशा मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले डिजिटल वॉरियर को समीक्षोपरांत प्रोत्साहित/पुरस्कृत किया जाएगा ।

फेक न्यूज के खिलाफ बनेंगे मजबूत दीवार

उल्लेखनीय है कि फेक न्यूज एवं साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता अभियान हेतु आयोजित कार्यशालाओं में स्कूल के छात्रों को भी सम्मिलित किया जाएगा परन्तु ‘डिजिटल वॉरियर’ के रूप मे सिर्फ कॉलेज/ विश्वविद्यालयों के छात्रों एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का चयन किया जाएगा ।

जनपद एवं मुख्यालय स्तर पर ‘डिजिटल वॉरियर’ का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा और पूर्ण प्रशिक्षण के उपरांत यूपी पुलिस के ‘डिजिटल वॉरियर’ फेक न्यूज़ एवं साइबर क्राइम के खिलाफ एक मजबूत दीवार के रूप में कार्य करेंगे।

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