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विपक्ष पर पीएम मोदी का तंज- ऑस्ट्रेलिया के कार्यक्रम में साथ बैठा था पक्ष-विपक्ष

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PM Modi taunt on the opposition

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों जापान, ऑस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी के दौरे के बाद भारत लौट आए हैं। पीएम मोदी का विमान आज गुरुवार सुबह दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचा। इस दौरान पीएम के स्वागत के लिए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ था।

विपक्ष पर पीएम मोदी का तंज

पालम एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों में विपक्ष पर तंज भी कसा। पीएम मोदी ने कहा, साथियों आपको जान कर खुशी होगी कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की तो बात है ही, लेकिन इतना ही नहीं, उस समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री भी थे। विपक्ष के सांसद थे, सत्ता पक्ष के सांसद थे। सब के सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। बता दें कि कई विपक्षी दलों ने संसद के नए भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया है।

कोरोना वैक्सीन को लेकर भी साधा निशाना

पीएम मोदी ने आगे कहा, संकट के समय उन्होंने पूछा कि मोदी दुनिया को वैक्सीन क्यों दे रहे हैं। याद रखिए, बुद्ध की धरती है, गांधी की धरती है। हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं, हम करुणा से प्रेरित लोग हैं। हम ऐसे ही आगे बढ़ते हैं। अब चुनौती बड़ी है, लेकिन चुनौतियों को चुनौती देना मेरे स्वभाव में है।

देश की भलाई के लिए फैसले लिए

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस यात्रा के दौरान जितना समय मेरे पास उपलब्ध था, उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में अपना समय पूरी तरह से उपयोग किया। मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है।

नए संसद भवन के उद्घाटन पर सियासत तेज

बता दें कि नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस समेत 20 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का एलान किया है। विपक्षी दलों ने नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किए जाने की मांग की है।

किन-किन दलों ने किया बहिष्कार का एलान?

कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, सपा, राजद, द्रमुक, जदयू, शिवसेना (यूबीटी), माकपा, भाकपा, एनसीपी, आईयूएमएल, झामुमो, केरल कांग्रेस (मणि), केएसपी, वीसीके, एमडीएमके, राष्ट्रीय लोकदल और आरएसपी, एआईयूडीएफ।

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भारतीय चुनाव पर मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी पर मेटा ने मांगी माफी, कहा- अनजाने में गलती हुई

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नई दिल्ली। 2024 के चुनाव को लेकर मार्क जुकरबर्ग की टिप्पणी पर मेटा की भारतीय ईकाई मेटा इंडिया ने माफी मांग ली है। कंपनी ने कहा कि अनजाने में हुई गलती के लिए हम माफी मांगते हैं। मेटा इंडिया में सार्वजनिक नीति के निदेशक के तौर पर काम करने वाले शिवनाथ ठुकराल ने एक्स पर एक पोस्ट में सीईओ की तरफ से माफी मांगी। उन्होंने कहा, ‘मार्क का यह कहना कि 2024 के चुनावों में कई मौजूदा पार्टियां फिर से चुनकर नहीं आईं, कई देशों के लिए सही है, लेकिन भारत के मामले में ऐसा नहीं है। हम इस अनजाने में हुई गलती के लिए माफी चाहते हैं। भारत मेटा के लिए एक अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण देश बना हुआ है और हम इसके शानदार भविष्य के केंद्र में होने की आशा करते हैं।’

इससे पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रोगन पॉडकास्ट पर जुकरबर्ग द्वारा की गई टिप्पणियों की आलोचना की थी। वैष्णव ने 13 जनवरी को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था कि मार्क जुकरबर्ग का यह दावा कि 2024 के चुनावों में भारत सहित अधिकांश मौजूदा सरकारें कोविड के बाद हार गई हैं, तथ्यात्मक रूप से गलत है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत ने 2024 के चुनावों को 64 करोड़ से अधिक मतदाताओं के साथ संचालित किया। भारत के लोगों ने पीएम @narendramodi जी के नेतृत्व में एनडीए में अपने विश्वास की पुष्टि की। मंत्री ने जुकरबर्ग की टिप्पणियों को गलत सूचना बताते हुए खारिज कर दिया था, और यह स्पष्ट किया था कि मेटा को तथ्यों और विश्वसनीयता को बनाए रखना चाहिए।

वैष्णव ने कहा कि 80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त भोजन, 2. 2 अरब मुफ्त टीके और कोविड के दौरान दुनिया भर के देशों को सहायता से लेकर भारत को सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ाने तक, पीएम मोदी की निर्णायक तीसरी बार की जीत सुशासन और जनता के भरोसे का प्रमाण है। @मेटा, जुकरबर्ग से खुद गलत सूचना देखना निराशाजनक है। आइए तथ्यों और विश्वसनीयता को बनाए रखें। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के प्रमुख भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को कहा था कि पैनल अपने अध्यक्ष की टिप्पणियों के बाद फर्म को तलब करेगा कि भारत की सत्तारूढ़ व्यवस्था पिछले साल लोकसभा चुनाव हार गई थी।

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